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बिना टीम के ही गोविंद सिंह डोटासरा की कप्तानी पारी के 100 दिन पूरे, इन चुनौतियों से खड़ी हुई परेशानी

गोविंद सिंह डोटासरा को बिना पदाधिकारियों के राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष बने 100 दिन हो गए हैं. वहीं निगम चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर नेता नाराज चल रहे हैं. ऐसे में बिना संगठन के बागियों से मध्यस्थता करने की परेशानी हो गई है.

राजस्थान कांग्रेस, Rajasthan Municipal Corporation Election 2020
डोटासरा को अध्यक्ष बने 100 दिन पूरे
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Published : Oct 21, 2020, 12:34 PM IST

जयपुर. गोविंद सिंह डोटासरा को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष बने बुधवार को 100 दिन पूरे हो गए हैं. डोटासरा ने बिना पदाधिकारियों के 100 दिन तो पूरे कर लिए हैं लेकिन नगर निगम चुनाव में बिना संगठन के बागियों से मध्यस्थता करने में परेशानी खड़ी हो रही है. अब बागियों को सरकार और संगठन में एडजस्ट करने की बात चल रही है.

डोटासरा को अध्यक्ष बने 100 दिन पूरे

राजस्थान नगर निगम चुनाव 2020 में एक ओर प्रत्याशी अब चुनाव में मतदाताओं को अपने पक्ष में रिझाने में लगे हैं. दूसरी ओर जयपुर नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर में अपने बागियों को मनाने में कांग्रेस पार्टी के नेता लगे हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी के सामने सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि फिलहाल कांग्रेस पार्टी में संगठन के नाम पर केवल गोविंद सिंह डोटासरा है. जिन्होंने बुधवार को बिना पदाधिकारियों की सेना के 100 दिन पूरे कर लिए हैं. अब क्योंकि नगर निगम चुनाव में टिकट देने में पूरी तरीके से विधायकों और विधायक प्रत्याशियों की चली है. ऐसे में इन नगर निगम चुनाव में बगावत कर रहे नेताओं को मनाएगा कौन क्योंकि बगावत कर रहे नेता तो इन विधायकों और विधायक के प्रत्याशी रहे नेताओं से ही नाराज हैं.

यह भी पढ़ें. गहलोत सरकार का बड़ा फैसला, कृषि कानूनों के खिलाफ नवंबर के पहले सप्ताह में बुलाएगी विधानसभा का विशेष सत्र

ऐसे में अगर कांग्रेस का संगठन बना हुआ होता तो वह बागियों को मनाने और मान मनोव्वल में मध्यस्था कर सकता था लेकिन अब हालात यह हो गए हैं कि जिन विधायकों के टिकट वितरण से नाराज होकर नेता बगावत कर रहे हैं, उन्हीं विधायकों पर यह जिम्मेदारी है कि वह बगावत कर रहे नेताओं को 22 अक्टूबर तक मनाएं. जिससे बागी अपना नाम वापस ले और पार्टी प्रत्याशियों को जीत मिले.

कांग्रेस के प्रमुख नेता बागियों को मनाने में जुटे

ऐसे में अब जयपुर के प्रमुख नेता चाहे वो मुख्य सचेतक महेश जोशी हो, जयपुर के निवर्तमान अध्यक्ष और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सभी कार्यकर्ताओं को मनाने में जुट गए हैं. साथ ही जो नेता बगावत कर रहे हैं, उन्हें आगे संगठन या सरकार में एडजस्ट करने की बात कर रहे हैं. वहीं पूर्व अध्यक्ष रहे सचिन पायलट भी बगावत कर रहे नेताओं को मनाने की बात कह रहे हैं. पायलट का भी कहना है कि टिकट किसी एक को ही मिल सकता है. ऐसे में नेताओं को हाथ के निशान के साथ खड़ा होना चाहिए.

गोविंद डोटासरा के 100 दिन अध्यक्ष बने हुए पूरे, अभी संगठन के बनने का इंतजार

राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को बुधवार को अध्यक्ष बने हुए पूरे 100 दिन हो गए हैं लेकिन इन दिनों में भी वह अब तक अपनी टीम नहीं बना सके हैं. डोटासरा ने पहले ही साफ कर दिया कि जब तक प्रदेश प्रभारी महासचिव अजय माकन सभी संभागों का फीडबैक नहीं ले लेंगे, तब तक संगठन की घोषणा नहीं होगी.

यह भी पढ़ें. रामेश्वर डूडी के घर पर बदमाशों के हमले पर राजेन्द्र राठौड़ बोले- गृहमंत्री और मुख्यमंत्री गहलोत पूरी तरह विफल

अब क्योंकि पहले नगर निगम चुनाव होने हैं, ऐसे में लगता नहीं है कि अगले 15 दिन से पहले फीडबैक कार्यक्रम प्रदेश में हो सकता है. इन 100 दिनों के सवा सौ दिन होना तो तय लग रहा है और संगठन में आने के लिए बाट जो रहे नेताओं को अभी और इंतजार करना पड़ेगा.

जयपुर. गोविंद सिंह डोटासरा को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष बने बुधवार को 100 दिन पूरे हो गए हैं. डोटासरा ने बिना पदाधिकारियों के 100 दिन तो पूरे कर लिए हैं लेकिन नगर निगम चुनाव में बिना संगठन के बागियों से मध्यस्थता करने में परेशानी खड़ी हो रही है. अब बागियों को सरकार और संगठन में एडजस्ट करने की बात चल रही है.

डोटासरा को अध्यक्ष बने 100 दिन पूरे

राजस्थान नगर निगम चुनाव 2020 में एक ओर प्रत्याशी अब चुनाव में मतदाताओं को अपने पक्ष में रिझाने में लगे हैं. दूसरी ओर जयपुर नगर निगम हेरिटेज और ग्रेटर में अपने बागियों को मनाने में कांग्रेस पार्टी के नेता लगे हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी के सामने सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि फिलहाल कांग्रेस पार्टी में संगठन के नाम पर केवल गोविंद सिंह डोटासरा है. जिन्होंने बुधवार को बिना पदाधिकारियों की सेना के 100 दिन पूरे कर लिए हैं. अब क्योंकि नगर निगम चुनाव में टिकट देने में पूरी तरीके से विधायकों और विधायक प्रत्याशियों की चली है. ऐसे में इन नगर निगम चुनाव में बगावत कर रहे नेताओं को मनाएगा कौन क्योंकि बगावत कर रहे नेता तो इन विधायकों और विधायक के प्रत्याशी रहे नेताओं से ही नाराज हैं.

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ऐसे में अगर कांग्रेस का संगठन बना हुआ होता तो वह बागियों को मनाने और मान मनोव्वल में मध्यस्था कर सकता था लेकिन अब हालात यह हो गए हैं कि जिन विधायकों के टिकट वितरण से नाराज होकर नेता बगावत कर रहे हैं, उन्हीं विधायकों पर यह जिम्मेदारी है कि वह बगावत कर रहे नेताओं को 22 अक्टूबर तक मनाएं. जिससे बागी अपना नाम वापस ले और पार्टी प्रत्याशियों को जीत मिले.

कांग्रेस के प्रमुख नेता बागियों को मनाने में जुटे

ऐसे में अब जयपुर के प्रमुख नेता चाहे वो मुख्य सचेतक महेश जोशी हो, जयपुर के निवर्तमान अध्यक्ष और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सभी कार्यकर्ताओं को मनाने में जुट गए हैं. साथ ही जो नेता बगावत कर रहे हैं, उन्हें आगे संगठन या सरकार में एडजस्ट करने की बात कर रहे हैं. वहीं पूर्व अध्यक्ष रहे सचिन पायलट भी बगावत कर रहे नेताओं को मनाने की बात कह रहे हैं. पायलट का भी कहना है कि टिकट किसी एक को ही मिल सकता है. ऐसे में नेताओं को हाथ के निशान के साथ खड़ा होना चाहिए.

गोविंद डोटासरा के 100 दिन अध्यक्ष बने हुए पूरे, अभी संगठन के बनने का इंतजार

राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को बुधवार को अध्यक्ष बने हुए पूरे 100 दिन हो गए हैं लेकिन इन दिनों में भी वह अब तक अपनी टीम नहीं बना सके हैं. डोटासरा ने पहले ही साफ कर दिया कि जब तक प्रदेश प्रभारी महासचिव अजय माकन सभी संभागों का फीडबैक नहीं ले लेंगे, तब तक संगठन की घोषणा नहीं होगी.

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अब क्योंकि पहले नगर निगम चुनाव होने हैं, ऐसे में लगता नहीं है कि अगले 15 दिन से पहले फीडबैक कार्यक्रम प्रदेश में हो सकता है. इन 100 दिनों के सवा सौ दिन होना तो तय लग रहा है और संगठन में आने के लिए बाट जो रहे नेताओं को अभी और इंतजार करना पड़ेगा.

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