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गुर्जर संघर्ष समति के साथ सरकार की वार्ता बेनतीजा, 5 लोगों के प्रतिनिधिमंडल की जगह आए 50 लोग - वार्ता

गुर्जर संघर्ष समिति और सरकार के बीच वार्ता एक बार फिर बेनतीजा रही. कैबिनेट सब कमेटी के तीन मंत्री संघर्ष समिति के 5 सदस्य प्रतिनिधिमंडल में 50 लोगों के आने पर नाराज होकर बैठक से निकल गए. इस दौरान मंत्रियों ने कहा कि वार्ता सकारात्मक रही. फरवरी में गुर्जर समाज के साथ समझौता को लेकर सरकार कटिबद्ध है.

गुर्जर संघर्ष समति के साथ सरकार की वार्ता बेनतीजा
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Published : Jun 18, 2019, 10:21 PM IST

Updated : Jun 18, 2019, 10:54 PM IST

जयपुर. आचार संहिता खत्म होने के बाद गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति और सरकार के बीच वार्ता एक बार फिर बेनतीजा रही. इस बार संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल में आवश्यकता से अधिक सदस्यों के आने की वजह से बात आगे नहीं बढ़ पाई और बिना किसी नतीजे पर पहुंचे वार्ता खत्म हो गई. गुर्जर समाज के लोगों के आवश्यकता से ज्यादा आने से नाराज होकर मंत्रिमंडल समिति बिना किसी निर्णय पर पहुंचे बैठक खत्म कर निकल गए.

गुर्जर संघर्ष समति के साथ सरकार की वार्ता बेनतीजा

गुर्जर संघर्ष समिति से वार्ता के लिए बनाई गई कैबिनेट सब कमेटी के तीन मंत्री इस बात से नाराज होकर बैठक से निकल गए की वार्ता करने के लिए संघर्ष समिति के 5 सदस्य प्रतिनिधिमंडल को बुलाया था. लेकिन कर्नल किरोड़ी बैंसला अपने साथ 50 लोगों को लेकर आए. जिससे वार्ता करने में दिक्कतें पैदा हुई. कैबिनेट सब कमेटी के सदस्य मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि किरोड़ी बैंसला वार्ता करने के लिए आवश्यकता से अधिक लोगों को साथ लेकर आए. ऐसे में सभी से बात करना संभव नहीं था. ज्यादा लोगों के होने से वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंची.

विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि अगली बार जब भी कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला वार्ता करने के लिए आए, तो अपने साथ 5 सदस्य प्रतिनिधिमंडल ही लेकर आए. ताकि बातचीत किसी निर्णय पर पहुंच सके. हालांकि बीच बैठक से बाहर निकले मंत्रियों ने पहले तो कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. लेकिन बाद में कहा कि वार्ता सकारात्मक रही. मंत्रियों ने कहा कि फरवरी में सरकार ने गुर्जर समाज के साथ जो समझौता किया था. उसको लेकर सरकार कटिबद्ध है. उन मांगों को पूरा करने को लेकर लगातार सरकार के स्तर पर काम किया जा रहा है. इस बैठक में हुई बातचीत को लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा. अब जो भी निर्णय होगा मुख्यमंत्री स्तर पर होगा.

आपको बता दें कि फरवरी में सरकार और गुर्जर संघर्ष समिति के बीच 11 सूत्री मांगों पर सहमति बनी थी. उनमें से मुख्य मांग गुर्जर समाज को 5 प्रतिशत आरक्षण देने की थी. जिसके लिए सरकार ने विधानसभा में बिल पेश कर अपना वादा पूरा कर दिया. लेकिन अभी भी कई ऐसे बिंदु थे जिन पर वार्ता होनी थी.

जयपुर. आचार संहिता खत्म होने के बाद गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति और सरकार के बीच वार्ता एक बार फिर बेनतीजा रही. इस बार संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल में आवश्यकता से अधिक सदस्यों के आने की वजह से बात आगे नहीं बढ़ पाई और बिना किसी नतीजे पर पहुंचे वार्ता खत्म हो गई. गुर्जर समाज के लोगों के आवश्यकता से ज्यादा आने से नाराज होकर मंत्रिमंडल समिति बिना किसी निर्णय पर पहुंचे बैठक खत्म कर निकल गए.

गुर्जर संघर्ष समति के साथ सरकार की वार्ता बेनतीजा

गुर्जर संघर्ष समिति से वार्ता के लिए बनाई गई कैबिनेट सब कमेटी के तीन मंत्री इस बात से नाराज होकर बैठक से निकल गए की वार्ता करने के लिए संघर्ष समिति के 5 सदस्य प्रतिनिधिमंडल को बुलाया था. लेकिन कर्नल किरोड़ी बैंसला अपने साथ 50 लोगों को लेकर आए. जिससे वार्ता करने में दिक्कतें पैदा हुई. कैबिनेट सब कमेटी के सदस्य मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि किरोड़ी बैंसला वार्ता करने के लिए आवश्यकता से अधिक लोगों को साथ लेकर आए. ऐसे में सभी से बात करना संभव नहीं था. ज्यादा लोगों के होने से वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंची.

विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि अगली बार जब भी कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला वार्ता करने के लिए आए, तो अपने साथ 5 सदस्य प्रतिनिधिमंडल ही लेकर आए. ताकि बातचीत किसी निर्णय पर पहुंच सके. हालांकि बीच बैठक से बाहर निकले मंत्रियों ने पहले तो कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. लेकिन बाद में कहा कि वार्ता सकारात्मक रही. मंत्रियों ने कहा कि फरवरी में सरकार ने गुर्जर समाज के साथ जो समझौता किया था. उसको लेकर सरकार कटिबद्ध है. उन मांगों को पूरा करने को लेकर लगातार सरकार के स्तर पर काम किया जा रहा है. इस बैठक में हुई बातचीत को लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा. अब जो भी निर्णय होगा मुख्यमंत्री स्तर पर होगा.

आपको बता दें कि फरवरी में सरकार और गुर्जर संघर्ष समिति के बीच 11 सूत्री मांगों पर सहमति बनी थी. उनमें से मुख्य मांग गुर्जर समाज को 5 प्रतिशत आरक्षण देने की थी. जिसके लिए सरकार ने विधानसभा में बिल पेश कर अपना वादा पूरा कर दिया. लेकिन अभी भी कई ऐसे बिंदु थे जिन पर वार्ता होनी थी.

Intro:
जयपुर

गुर्जर आरक्षण मामला , बुलाया 5 पांच को आय 50 तो फिर कैसे बनती बात , गुर्जर संघर्ष समति के साथ सरकार की वार्ता फैल

एंकर:- गुर्जर आरक्षण को लेकर सरकार और संघर्ष समिति के बीच होने वाली वार्ता एक बार फिर फेल हो गई , इस बार संघर्ष समिति में आवश्यकता से अधिक सदस्यों के आने की वजह से बात आगे नहीं बढ़ पाई और बिना किसी नतीजे पर पहुंचे बिना ही वार्ता खत्म हो गई , आवश्यकता से ज्यादा आए गुर्जर समाज के लोगों के आने से नाराज होकर मंत्रिमंडल समिति बिना किसी निर्णय पर पहुंचे बिना ही बैठक खत्म कर निकल गए,


Body:VO:- आचार संहिता खत्म होने बाद गुर्जर संघर्ष समिति और सरकार के बीच पहली बैठक एक बार फिर बिना किसी नतीजे पर पहुंचे बिना ही खत्म हो गई , गुर्जर संगीत समिति से वार्ता के लिए बनाई गई मंत्रिमंडल उपसमिति के तीन मंत्री इस बात से नाराज होकर बैठक से निकल गए की वार्ता करने के लिए संघर्ष समिति के 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल को बुलाया था लेकिन कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला अपने साथ 50 लोगों को लेकर आए जिससे वार्ता करने में दिक्कतें पैदा हुई , बैठक से बाहर निकले मंत्रिमंडल समिति के सदस्य मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने इस बात को लेकर कड़ी नाराजगी जताई कि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला वार्ता करने के लिए अपने साथ आवश्यकता से अधिक लोगों को साथ लेकर आए , ऐसे में सभी से बात करना संभव नहीं था , ज्यादा लोगों की होने से वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंची विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि अगली बार जब भी कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला वार्ता करने के लिए आए तो अपने साथ 5 सदस्य प्रतिनिधिमंडल ही लेकर आए ताकि बातचीत किसी निर्णय पर पहुंच सके , हालांकि बीच बैठक से बाहर निकले मंत्रियों ने पहले तो कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया लेकिन बाद में वह कहते हुए निकलेगी वार्ता सकारात्मक रही जो फरवरी में सरकार ने गुर्जर समाज के साथ में समझौता किया था उसको लेकर सरकार कटिबद्ध है उन मांगों को पूरा करने को लेकर लगातार सरकार के स्तर पर काम किया जा रहा है आज जो बैठक में बातचीत हुई है उसको लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा अब जो भी निर्णय होगा मुख्यमंत्री स्तर पर होगा ,
बाइट:- विश्वेन्द्र सिंह - मंत्री
बाइट:- मास्टर भंवर लाल - मंत्री
बाइट:- रघुशर्मा - मंत्री


Conclusion:vo:- फरवरी में सरकार और और गुर्जर संघर्ष समिति के बीच 11 सूत्री मांगों पर सहमति बनी थी उनमें से मुख्य मांग गुर्जर समाज को 5 प्रतिशत आरक्षण देने की थी जो सरकार विधानसभा में बिल पेश कर पूरा कर चुकी है , लेकिन अभी भी कई ऐसे बिंदु थे जीन पर वार्ता होनी थी ,
Last Updated : Jun 18, 2019, 10:54 PM IST
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