जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार जल्द ही अपना राज्य बजट पेश करने वाली है. प्रदेश के पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री और मौजूदा भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने कहा है कि सरकार आगामी बजट में चिकित्सा सुविधाओं पर फोकस करे ताकि प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर मिल सकें.
पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने गहलोत सरकार पर निशाना लगाते हुए कहा कि पिछले 1 साल से प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई है और चिकित्सा के क्षेत्र में हालात बिगड़ रहे हैं. कालीचरण सराफ ने मौजूदा चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को लेकर कहा कि कोटा, जोधपुर और बीकानेर में बच्चों की मौत के मामले सामने आए लेकिन चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा 30 दिन बाद स्थिति का जायजा लेने पहुंचे. जबकि ऐसे हालातों में तुरंत चिकित्सा मंत्री को मौके पर पहुंचना चाहिए था और मामले की जांच करनी चाहिए थी.
पढ़ेंः SMS अस्पताल को उत्तरी भारत का सबसे बड़ा ऑर्गन ट्रांसप्लांट केंद्र बनाया जाएगा : रघु शर्मा
पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि हमारी सरकार के समय प्रदेश में आदर्श पीएचसी और वैलनेस सेंटर खोले गए थे लेकिन मौजूदा सरकार ने उन्हें बंद करने का काम किया है. इसके अलावा प्रदेश में लंबे समय से चिकित्सकों की कमी बनी हुई है. उन्होंने कहा जब भाजपा की सरकार थी तो करीब 5000 से अधिक चिकित्सकों की भर्ती की गई थी लेकिन मौजूदा समय में एक भी भर्ती नहीं की गई है. जबकि सरकार 'जनता क्लीनिक' खोलने की बात कर रही है.
पढ़ेंः Special : 'कुत्ता घर' में नरकीय जीवन जी रहे शरणार्थी....करीब 80 परिवारों की दर्द-ए-दास्तां सुनिए...
सराफ ने कहा कि चिकित्सा मंत्री को बयानबाजी छोड़कर प्रदेश की चिकित्सा सुविधा पर ध्यान देना चाहिए. बिना डॉक्टर्स की भर्ती किए कैसे योजनाओं को अमल में लाया जाएगा, यह सोचने वाली बात है. पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि चिकित्सा विभाग पर बजट को विशेष फोकस करना चाहिए.