जयपुर. बिजली संकट को दूर करने के लिए सरकार तरह-तरह के कयास लगाती रहती है कि आखिरकार किस प्रकार से इस समस्या से पार पाया जाए. इसी क्रम में बिजली संकट को दूर करने के लिए राजधानी में जयपुर स्मार्ट सिटी के तहत शहर भर के सरकारी इमारतों में सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं. करीब 11 करोड़ की लागत से अब तक 3 फेज में 21 संस्थानों को रोशन किया गया है. वहीं, अब 9 करोड़ खर्च कर 6 संस्थानों को और जगमग करने की तैयारी की जा रही है.
बड़े-बड़े बिजली के बिल और अघोषित बिजली की कटौती से सरकारी संस्थानों को निजात दिलाने के लिए जयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं. 11 करोड़ की लागत से निगम कार्यालय, यूनिवर्सिटी एवं इसके संघटक कॉलेजों, आरटीओ कार्यालय समेत 21 सरकारी इमारतों में लाइट, एसी, कूलर, पंखे, कंप्यूटर इसी सोलर प्लांट से उत्पादित हो रही बिजली से चल रहे हैं. इससे लाखों के बिजली बिल की बचत हो रही है.
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इस संबंध में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट सीईओ लोक बंधु ने बताया कि स्मार्ट सिटी मिशन का एक लक्ष्य था कि अक्षय ऊर्जा को प्रमोट करें और पारंपरिक ऊर्जा की खपत को कम करें. इसी के लिए तीन चरण में 21 सरकारी इमारतों पर सोलर पैनल लगवाए हैं, जिससे करीब 2030 किलोवाट प्रोडक्शन किया जा रहा है और अब चौथे चरण में 6 सरकारी इमारतों पर 2000 किलोवाट प्रोडक्शन कैपेसिटी वाले सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं.
सोलर पैनल प्रोजेक्ट - पहला चरण
संस्थान | कैपेसिटी | लागत |
नगर निगम मुख्यालय | 40 किलोवाट | 32 लाख |
चौगान स्टेडियम | 30 किलोवाट | 24 लाख |
चौहान गैराज | 30 किलोवाट | 24 लाख |
सोलर पैनल प्रोजेक्ट - दूसरा चरण
संस्थान | कैपेसिटी | लागत |
पीजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स | 150 किलोवाट | 1 करोड़ 3 लाख |
पीजी कॉलेज ऑफ सोशल साइंस | 150 किलोवाट | 1 करोड़ 3 लाख |
सेंट्रल लाइब्रेरी | 100 किलोवाट | 69 लाख |
लॉ कॉलेज | 200 किलोवाट | 1 करोड़ 38 लाख |
विज्ञान भवन | 150 किलोवाट | 1 करोड़ 35 लाख |
ह्यूमनिटी बिल्डिंग | 100 किलोवाट | 69 लाख |
फाइन आर्ट्स | 100 किलोवाट | 69 लाख |
सोलर पैनल प्रोजेक्ट - तीसरा चरण
संस्थान | कैपेसिटी | लागत |
महारानी कॉलेज | 300 किलोवाट | 1 करोड़ 80 लाख |
महाराजा कॉलेज | 100 किलोवाट | 60 लाख |
गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज | 50 किलोवाट | 30 लाख |
गवर्नमेंट आईटीआई कॉलेज | 50 किलोवाट | 30 लाख |
एसएमएस स्टेडियम | 100 किलोवाट | 60 लाख |
शूटिंग रेंज जगतपुरा | 60 किलोवाट | 36 लाख |
कॉमर्स कॉलेज | 100 किलोवाट | 60 लाख |
पोद्दार कॉलेज | 50 किलोवाट | 30 लाख |
राजस्थान कॉलेज | 100 किलोवाट | 60 लाख |
आरटीओ ऑफिस बिल्डिंग | 50 किलोवाट | 30 लाख |
आरटीओ जगतपुरा | 20 किलोवाट | 12 लाख |
सोलर पैनल प्रोजेक्ट - चौथा चरण
संस्थान | कैपेसिटी | लागत |
एसएमएस अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज | 1000 किलोवाट | 4 करोड़ 50 लाख |
रिजर्व पुलिस लाइन | 300 किलोवाट | 1 करोड़ 35 लाख |
जेके लोन अस्पताल | 300 किलोवाट | 1 करोड़ 35 लाख |
जनाना अस्पताल | 100 किलोवाट | 45 लाख |
कलेक्ट्रेट कार्यालय | 200 किलोवाट | 90 लाख |
गणगौरी अस्पताल | 100 किलोवाट | 45 लाख |
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चौथे चरण की बात की जाए तो एसएमएस अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज, रिजर्व पुलिस लाइन, जेके लोन अस्पताल, जनाना अस्पताल और कलेक्ट्रेट कार्यालय का काम लगभग-लगभग पूरा हो चुका है. वहीं, गणगौरी अस्पताल में सोलर पैनल लगाना अभी बाकी है. स्मार्ट सिटी सीईओ ने बताया कि इन इमारतों में जो बिजली की खपत कम होगी. उससे बिजली बिल में भी बचत होगी. इस बचत को 50 फीसदी स्मार्ट सिटी लिमिटेड के साथ शेयर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सितंबर अंत तक चौथे चरण का काम भी पूरा कर लिया जाएगा.