जयपुर. सरकार की ओर से कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर (181) जारी किया गया है. सरकार ने दावा किया है कि इस हेल्पलाइन नंबर पर 24 घंटे सेवाएं उपलब्ध रहेगी और कोरोना संक्रमित मरीजों तक 30 मिनट में सहायता पहुंच सकेगी.
इसके लिए एक वॉर रूम भी तैयार किया गया है. वहीं सरकार के निर्देश के बाद डेडीकेटेड कोविड-19 सेंटर आरयूएचएस अस्पताल में बेड की संख्या 500 से बढ़ाकर 900 करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं.
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प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि सचिवालय में 24 घंटे संचालित होने वाला राज्य स्तरीय वॉर रूम 30 मिनट में कोरोना संक्रमित तक मदद पहुंचाएगा. जयपुर में ही नहीं बल्कि समस्त जिलों में इस हेल्पलाइन नंबर 181 को लेकर वार रूम तैयार किए गए हैं.
यही नहीं इस हेल्पलाइन नंबर पर कोविड-19 से संबंधित सभी जांच केंद्रों की जानकारी निजी और सरकारी डेडीकेटेड कोविड-19 अस्पतालों की जानकारी और तीन अस्पतालों में बेड की संख्या की जानकारी भी मिल सकेगी. इसके लिए एक प्रशासनिक अधिकारी, दो चिकित्सक और अन्य कर्मचारियों को हेल्पलाइन नंबर की देखरेख के लिए तैनात किया है.
मंत्री ने बताया कि इस हेल्पलाइन नंबर पर आइसोलेशन में रह रहे मरीज और उनके परिजन अपनी परेशानी बता सकते हैं. सभी जिला स्तरीय वॉर रूम निर्देशित किया गया है कि 30 मिनट के भीतर मरीज और उसके परिजनों की समस्या का हल किया जाए. यही नहीं इस हेल्पलाइन नंबर द्वारा कोविड-19 डेडीकेट अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है.
बेड की संख्या में बढ़ोतरी
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने यह भी बताया कि राज्य के प्रमुख कोविड-19 डेडीकेटेड अस्पताल में बेड की संख्या 500 से बढ़ाकर 900 करने के निर्देश भी दिए गए हैं. इसके अलावा जल्द ही जयपुर के मेट्रो मास अस्पताल को भी कोविड-19 सेंटर के रूप में विकसित करने की तैयारी चिकित्सा विभाग कर रहा है. इसके अलावा ईएसआई अस्पताल और रेलवे अस्पताल में भी मरीजों को भर्ती किया जा रहा है.
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एक करोड़ कीमत की निशुल्क दवाइयां की भेंट
कोरोना काल के इस दौर में दवा निर्माता कंपनी ट्रोइका फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड ने कोरोना मरीजों के उपचार के लिए करीब एक करोड़ रुपए की लागत की 76 लाख टेबलेट आज सहायता के तौर पर चिकित्सा विभाग को भेंट की.