जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय की टंकी पर चढ़े छात्र अभी उतरे नहीं कि अब महारानी कॉलेज (Maharani College Jaipur) पानी की टंकी पर तीन छात्राएं चढ़ (girls of Maharani College on water tank) गईं. हालांकि, समझाइश के बाद छात्राएं टंकी पर से उतर गईं. छात्राओं ने इलेक्शन से पहले एडमिशन प्रक्रिया 100 फीसदी पूरी करने और छात्राओं को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने जैसी मांगों को लेकर ये कदम उठाया.
राजस्थान विश्वविद्यालय के पानी की टंकी पर छात्रों के चढ़ने के बाद पुलिस प्रशासन ने महारानी कॉलेज कैंपस (Maharani College Jaipur) की पानी की टंकी के पास भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया था. हालांकि इन्हें धता बता तीन छात्राएं कोमल मोहनपुरिया, गुंजन शर्मा और कोमल सोमवार को 5 सूत्रीय मांगों को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ गई. यहां छात्राओं से समझाइश के लिए मौके पर पहुंची महारानी कॉलेज प्रिंसिपल प्रोफेसर मुक्ता अग्रवाल ने बताया कि छात्रों की मांगों का ज्ञापन कुलपति राजीव जैन और चीफ प्रॉक्टर एचएस पलसानिया को भेज दिया था. चूंकि आज यहां एंट्रेंस एग्जाम का पेपर भी चल रहा है, उसे शुरू कराने के दौरान छात्राओं ने टंकी पर चढ़ने का कदम उठा लिया.
पढ़ें- पानी की टंकी पर चढ़े एबीवीपी छात्रों की मांगों पर बनी सहमति, फिर भी नहीं उतरे...ये रही वजह
छात्राओं की सबसे बड़ी मांग निशुल्क शिक्षा की है, जिसे राज्य सरकार के स्तर पर ही पूरा किया जा सकता है. छात्राओं ने सुरक्षा से लेकर कॉलेज में ओपन जिम शुरू करने, बंद पड़े एटीएम और बैंक को शुरू करने, निशुल्क ईमित्र शुरू करने जैसी मांग रखी, जिस पर पॉजिटिव वार्ता हुई. इन मांगों पर काम भी किया जाएगा. जहां तक छात्रों की सुरक्षा का सवाल है तो यहां निर्भया स्क्वायड रहती है. छात्राओं के लिए अवेयरनेस प्रोग्राम भी रखा गया. छात्राओं ने निशुल्क शिक्षा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात करने की भी मांग रखी. इस संबंध में प्रिंसिपल ने कुलपति से बात करने को कहा है.
हालांकि, यहां पानी की टंकी के पास चार पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया था, बावजूद इसके छात्राएं झाड़ियों की तरफ से टंकी पर चढ़ने में सफल रही. एसीपी अशोक नगर सोहेल राजा ने कहा कि छात्राओं से समझाइश की जा रही है. पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन दोनों की कोशिश यही है कि वो नीचे उतर आए. इस दौरान पुलिस प्रशासन के अलावा सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पर पहुंची और घटना की आशंका को देखते हुए यहां टंकी के नीचे नेट बांधा.