जयपुर. रोजगार के मामले को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केंद्र सरकार पर हमेशा तीखा हमला बोलते रहे, लेकिन प्रदेश की गहलोत सरकार भी अपने 1 साल में 75 हजार नौकरी देने का वादा पूरा नहीं कर पाई. सरकार 1 साल में महज 35 हजार 209 का आंकड़ा ही छुआ है. हालांकि सरकार 30 हजार से अधिक रिक्त पदों पर जल्द नियुक्ति देने का दावा कर रही है, यह आंकड़े गुरुवार को विधानसभा में विपक्ष द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में सामने आए.
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दरअसल, बीजेपी विधायक संदीप शर्मा और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सरकार से सवाल करते हुए पूछा कि पूर्व सरकार के समय कितनी भर्तियों के लिए विज्ञापन जारी किए गए थे, विभाग वार विवरण सदन में दें, इसके साथ उक्त भर्तियों की प्रक्रिया की वर्तमान स्थिति क्या है, सरकार यह भी बताएं कि बजट में की गई 75 हजार भर्तियों की घोषणा पर एक वर्ष में कितने पदों पर भर्ती की गई.
विपक्ष के उठाए गए सवालों पर मंत्री बीडी कल्ला ने जवाब देते हुए कहा कि यह सही है कि सरकार ने अपने बजट में 75 हजार नियुक्तियां देने की घोषणा की थी, घोषणाओं की क्रियान्विति करते हुए अब तक 35209 पदों पर नियुक्तियां दी जा चुकी है, जबकि 30 हजार 757 पदों के लिए परिणाम जारी किए जा चुके हैं, उन्हें भी जल्द ही नियुक्ति दे दी जाएगी. इसके साथ मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि 792 के साक्षात्कार होना शेष है, 7 हजार 23 पदों पर परिणाम जारी होने बाकी है, 25 हजार 936 पदों के लिए विज्ञापन जारी किए जा चुके हैं, 7281 पदों के लिए विज्ञापन जारी होने शेष है, जबकि 18940 पदों के वाद कोर्ट में लंबित हैं, जिन्हें भी सरकार जल्द ही कानूनी पेचीदगियों को पूरा करते हुए नियुक्ति देगी.
मंत्री बीडी कला ने सदन में इस मौके पर पूर्व सरकार पर भी हमला बोलती कहा कि पिछली सरकार ने अपने पूरे 5 साल के कार्यकाल में 2 लाख 6 हजार 764 पदों की नियुक्तियां निकाली, लेकिन इसमें भी 1 लाख 4 हजार 482 पदों पर नियुक्ति दे पाई, पूर्ववर्ती सरकार ने अपने आखिरी 1 वर्ष के कार्यकाल में एक लाख से अधिक पदों को लेकर विज्ञापन जारी किए, लेकिन विज्ञापन जारी करने से नियुक्तियां नहीं होती है. सरकार जब नियुक्ति दे दी थी तभी उसकी गणना की जाती है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार 1 लाख 19 हजार से अधिक पदों पर कुल नियुक्तियां देने जा रही है. हालांकि सरकार की तरफ से जो एक लाख नियुक्तियां देने का आंकड़ा दिया जा रहा है, वो आगे भविष्य का आंकड़ा है, लेकिन पिछ्ले बजट में सीएम अशोक गहलोत ने जो 75 हजार पदों पर नियुक्ति एक साल में देने की घोषणा की थी, वो मात्र आधे आंकड़े यानी 35 हजार 209 पदों पर ही अटक गई है.