जयपुर. रीट (REET) पेपर लीक प्रकरण में राजस्थान एसओजी को बड़ी सफलता हाथ लगी है. राजस्थान एसओजी ने पेपर लीक करने वाली गैंग के सरगना बत्तीलाल और उसके एक अन्य साथी को उत्तराखंड के केदारनाथ से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. एसओजी काफी लंबे समय से बत्तीलाल की तलाश में जुटी थी और उसे गिरफ्तार करने के लिए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में अनेक स्थानों पर दबिश दी गई लेकिन सुराग नहीं मिला था. बत्तीलाल की तलाश में जुटी एसओजी के पुलिस निरीक्षक मोहन पोसवाल को बत्तीलाल के उत्तराखंड में छिपे होने की सूचना मिली.
इस पर एसओजी के पुलिस निरीक्षक अपनी टीम के साथ उत्तराखंड पहुंचे. 3 दिन तक एसओजी की टीम ने उत्तराखंड में बत्तीलाल को ट्रैक किया. रविवार शाम को एसओजी टीम के हाथ सफलता लगी और उत्तराखंड के केदारनाथ से एसओजी टीम ने बत्तीलाल और उसके साथी शिवदास उर्फ शिवा को दबोच लिया.
फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर एसओजी टीम उन्हें उत्तराखंड से जयपुर के लिए रवाना हुई है. वहीं रीट भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में अब तक एसओजी कुल 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. गैंग के सरगना बत्तीलाल की गिरफ्तारी के बाद अब इस पूरे प्रकरण में अनेक चौंकाने वाले खुलासे होने और गिरोह से जुड़े हुए कुछ अन्य सदस्यों के गिरफ्तार होने की संभावना है.
कौन है बत्तीलाल मीणा...
बत्तीलाल मीणा राजकीय माध्यमिक विद्यालय एचेर में विधायक प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त था. खंडहार विधायक अशोक बैरवा की ओर से उसे नियुक्त किया गया था. बत्तीलाल सवाई माधोपुर NSUI जिलाध्यक्ष का चचेरा भाई है. बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के साथ उसके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. सवाईमाधोपुर के गंगापुरसिटी में परीक्षा से पहले पेपर मिलने की घटना का बत्ती लाल मीणा को बड़ा सूत्रधार माना जा रहा है. रीट में पास कराने का भरोसा देकर उसके एवज में भी बत्ती लाल मीणा ने कई परीक्षार्थियों और उनके अभिवावकों से मोटी रकम वसूल की.