जयपुर. गणेश चतुर्थी उत्सव का शनिवार से शुभारंभ होने जा रहा है. इस बार कई विशेष संयोगों के साथ शनिवार से आरंभ होकर 10 दिन तक अनंत चतुर्दशी मनाया जाएगा. गणेश जन्मोत्सव पर संपूर्ण साधनाओं को पूरा करने वाला साध्य योग रहेगा. साथ ही गजानंद जी उत्सव पर गज केसरी योग भी बन रहा है.
ज्योतिषविद पंडित डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र विघ्नहर्ता गणेश भगवान का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन हुआ था. इसलिए इस दिन गणेश चतुर्थी मनाई जाती है. इस दिन गणपति बप्पा के भक्त गणेशजी की अपने घरों या पंडालों में धूमधाम से विराजमान करते हैं.
शास्त्रों में गणेश पूजन का श्रेष्ठ समय मध्याह्न काल यानि वृश्चिक लग्न को सर्वश्रेष्ठ माना गया है. ऐसे में शुभ का चौघड़िया का मुहूर्त शनिवार सुबह 11 बजकर 20 मिनट से 1 बजकर 46 मिनट तक रहेगा, जो करीब सवा दो घंटे का होगा. इसके अलावा श्रष्टम मुहूर्त देखें तो 12 बजकर 30 मिनट से 1 बजकर 46 मिनट तक रहेगा.
यह भी पढ़ेंः Special: आखिर क्यों हैं भगवान गणेश प्रथम पूज्य?
इसके अलावा गणेश पूजन का श्रेष्ठ समय की बात करें तो सुबह 7 बजकर 42 मिनट से 9 बजकर 18 मिनट तक चर, लाभ और अमृत का चौघड़िया रहेगा. वहीं अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 3 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट तक रहेगा. बता दें कि चतुर्थी तिथि का प्रारंभ शुक्रवार रात 11 बजकर 3 मिनट से हो रहा है. जो कि कल दिनभर और शाम 7 बजकर 58 मिनट बजे तक रहेगी.