जयपुर. गलता गेट थाना इलाके में सॉफ्टवेयर Develop करा बेचने का काम करने वाले शख्स के साथ ये ठगी हुई. पीड़ित के मुताबिक गुजरात की एक फर्म ने 2.20 करोड़ रुपए से अधिक (Fraud of crores of 2.20 rupees) की रकम (Fraud Case in Jaipur) उससे ऐंठी. अपने आंखों में झोंकी गई धूल को लेकर सूरजपोल निवासी नटवरलाल सैनी ने शनिवार रात पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है.
ये है गुजरात कनेक्शन: मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी रामपाल सिंह ने बताया कि परिवादी अलग-अलग कंपनियों से विभिन्न तरह के सॉफ्टवेयर बनवा कर उसे अपने क्लाइंट को बेचने का काम किया करता है. सितंबर माह में परिवादी ने फिल्म बनाने और उसकी एडिटिंग करने को लेकर एक सॉफ्टवेयर बनवाने के लिए गुजरात की एक फर्म थिंक टैंक यूनिवर्सल से संपर्क किया. इस दौरान सॉफ्टवेयर बनवाने को लेकर परिवादी की सुनील, रौनक और प्रवीण नामक व्यक्तियों से बात हुई. जिन्होंने परिवादी को आश्वस्त किया कि वो जिस तरह का सॉफ्टवेयर चाह रहा है उसे बिल्कुल वैसा ही सॉफ्टवेयर बना कर दिया जाएगा.
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एडवांस के नाम पर करोड़ों की ठगी: परिवादी को सॉफ्टवेयर की जल्द आवश्यकता थी. उसने गुजरात की फर्म से संबंधित व्यक्तियों से बात कर जल्द सॉफ्टवेयर बनवा कर देने को कहा. जिस पर फर्म के एक व्यक्ति ने परिवादी को अपने बातों में फंसा कर एडवांस के नाम पर 2 करोड़ 20 लाख 30 हजार रुपए एक खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा. जिस पर परिवादी ने उक्त राशि फर्म के व्यक्ति की ओर से बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दी. 20 सितंबर तक सॉफ्टवेयर बनाकर हैंड ओवर करने की बात परिवादी से फर्म की ओर कही गई थी.
और ठगे जाने का हुआ एहसास: जब 20 तारीख से अधिक समय हो गया तो परिवादी ने फर्म से संपर्क कर सॉफ्टवेयर के बारे में जानकारी मांगी. जिस पर उसे फिर से एडवांस राशि जमा कराने के लिए कहा गया. तब परिवादी ने पूर्व में जमा करवाई गई राशि की जानकारी दी (Gujarat Firm Men Loots Jaipur Man). तब पता चला कि जो राशि परिवादी ने पूर्व में जमा करवाई थी वो फर्म के खाते में जमा न होकर फर्म से जुड़े एक व्यक्ति के खाते में जमा हुई है और उस व्यक्ति का फर्म से विवाद चल रहा है.
जिस पर परिवादी ने उक्त राशि वापस लौटाने के लिए कहा तो आरोपियों ने राशि वापस लौटाने से साफ इनकार कर दिया. इस प्रकार से ठगी का शिकार होने के बाद परिवादी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है और पुलिस ने परिवादी की शिकायत पर मामला दर्ज का जांच शुरू कर दी.