जयपुर. केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) की प्रधान पीठ से बर्खास्तगी का आदेश रद्द होने के बाद पूर्व आईपीएस अधिकारी पंकज चौधरी ने गुरुवार को सचिवालय में मुख्य सचिव निरंजन आर्य और कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव हेमंत गेरा से मुलाकात की. इस दौरान पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी ने शिष्टाचार भेंट के जरिए कैट की प्रधानपीठ के आदेशों की जानकारी देते हुए उन्हें जल्द फिर से नियुक्ति देने के लिए अपनी बात रखी.
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चौधरी ने बताया कि गुरुवार को सीएस और कार्मिक विभाग के प्रमुख शासन सचिव को भी रिप्रजेंटेशन दिया है. उन्होंने बताया कि कैट के आदेश में उन्हें तुरंत प्रभाव से ज्वाइन करवाने के लिए कहा गया है. चौधरी डीजीपी को भी कैट आदेश की जानकारी देते हुए अपना रिप्रजेंटेशन दे चुके हैं.
यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि पहली पत्नी को तलाक दिए बिना ही दूसरी शादी करने के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से राजस्थान कैडर के 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी पंकज चौधरी को वर्ष 2019 में बर्खास्त कर दिया गया था. केंद्र का तर्क था कि बिना तलाक दूसरी शादी करना अखिल भारतीय सेवा आचरण नियम 1968 के नियम 3-1 का उल्लंघन है. इसके बाद चौधरी ने इसे न्यायालय में चुनौती दी.
चर्चाओं में रहे हैं चौधरी
पंकज चौधरी मूलरूप से यूपी के रहने वाले हैं. इन्होंने सेवारत रहते हुए राजस्थान के कई जिलों में एसपी के पद पर अपनी सेवाएं दी है. सोशल मीडिया पर भी चौधरी चर्चाओं में रहे हैं. बाड़मेर में एसपी रहते हुए वर्ष 2013 में गाजी फकीर की हिस्ट्रशीट वापस खोलकर चौधरी चर्चा में आए थे.