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पहलू खान लिंचिंग केस में आरोपियों को बचाने के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने रची थी साजिश, हम नहीं छोड़ेंगे : गहलोत

चर्चित पहलू खान मॉब लिंचिंग मामले में हाईकोर्ट द्वारा उनके परिवार के खिलाफ दर्ज मुकदमे को रद्द करने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान सामने आया है. नई दिल्ली में उन्होंने कहा है कि लिंचिंग में साजिश रचने वालों बख्शा नहीं जाएगा.

पहलू खान मॉब लिंचिंग, pehlu Khan mob lynching case
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Published : Oct 31, 2019, 6:41 PM IST

नई दिल्ली/जयपुर. अलवर में भीड़तंत्र का शिकार हुए पहलू खान मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनके परिवार को न्याय दिलाना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने साजिश के तहत दोषियों को बचाने के लिए गलत एफआईआर दर्ज करवाई थी.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आरोपियों को बचाने के लिए न तो उनकी शिनाख्त परेड कराई गई और ना ही एफएसएल की रिपोर्ट मंगाई गई. बस चालान पेश कर दिया. हमने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. ऐसे में उम्मीद है कि पहलू खान को जल्द न्याय मिलेगा.

पहलू खान को न्याय दिलाना सरकार की प्राथमिकता, साजिश रचने वाले पुलिसकर्मियों को नहीं छोड़ेंगे : CM

पढ़ेंः गहलोत सरकार ने पूर्व की वसुंधरा सरकार का फैसला पलटा, 1 नबंवर से स्टेट हाईवे पर भी देना होगा Toll

पहलू खां मामला देश में मॉब लिचिंग की घटना का प्रतीक
बता दें कि बुधवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने पहलू खान प्रकरण में मुकदमें रद्द किए हैं. गुरूवार को सीएम अशोक गहलोत दिल्ली में थे. वहां उन्होंने मीडिया के सामने बायन दिया कि आज पहलू खान मॉब लिचिंग का प्रतीक बन गया है. जब-जब भी देश में मॉब लिचिंग की घटनाएं होंगी, तब-तब पहलू खां सबको याद आएगा. न्यायपालिका, नौकरशाह और पुलिस सबको याद आएगी. इसलिए राजस्थान सरकार की प्राथमिकता है कि पहलू खान के परिवार को न्याय मिले और दोषियों को सजा.

पढ़ेंः स्टेट हाईवे में टोल के फैसले पर बोले मंत्री आंजना, एक बार छूट देने के बाद वापस लगेगा तो जनता करेगी विरोध

इस दौरन उन्होंने राजस्थान पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा पुलिस ने भी जान बूझकर दोषियों को बचाने के लिए काम किया है. इस मामले में एसआईटी अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है. दोषियों को बचाने वाले पुलिसकर्मियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.

गृह मंत्रालय ने अटका रखी हैं दो फाइलें
इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि मॉब लिचिंग और ऑनर किलिंग पर कानून बनाने वाला राजस्थान पहला राज्य है. लेकिन दोनों ही फाइलें केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अटका रखी हैं. क्या कारण है कि फाइल को अटका रखा है, अभी तक फाइल राष्ट्रपति तक नहीं पहुंची है. इसका कारण क्या है यह जवाब केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह को देना चाहिए.

पढ़ेंः युवाओं ने सोशल मीडिया पर अपील कर जुटाए ₹72 लाख, जुर्माना भरने के बाद नागौर के गोविंद सऊदी जेल से रिहा

हाईकोर्ट का फैसला सही
गहलोत ने कहा कि पहलू खान मामले में हाईकोर्ट का फैसला सही है. तत्कालीन सरकार ने पहलू खां को मारने वाले आरोपियों को सजा देने की बजाय आरोपियों को बचाने का काम किया. पहलू खान के परिवार के खिलाफ गौ तस्करी के झूठे मुकदमे दर्ज कराए. हमारी सरकार आते ही पुलिस ने षड़यंत्र के तहत चुपचाप कोर्ट में चालान पेश कर दिया, जिस पर बुधवार को हाईकोर्ट ने पुलिस की एफआईआर को ही रद्द करते हुए इसे शर्मनाक बताया.

नई दिल्ली/जयपुर. अलवर में भीड़तंत्र का शिकार हुए पहलू खान मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनके परिवार को न्याय दिलाना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने साजिश के तहत दोषियों को बचाने के लिए गलत एफआईआर दर्ज करवाई थी.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आरोपियों को बचाने के लिए न तो उनकी शिनाख्त परेड कराई गई और ना ही एफएसएल की रिपोर्ट मंगाई गई. बस चालान पेश कर दिया. हमने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. ऐसे में उम्मीद है कि पहलू खान को जल्द न्याय मिलेगा.

पहलू खान को न्याय दिलाना सरकार की प्राथमिकता, साजिश रचने वाले पुलिसकर्मियों को नहीं छोड़ेंगे : CM

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पहलू खां मामला देश में मॉब लिचिंग की घटना का प्रतीक
बता दें कि बुधवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने पहलू खान प्रकरण में मुकदमें रद्द किए हैं. गुरूवार को सीएम अशोक गहलोत दिल्ली में थे. वहां उन्होंने मीडिया के सामने बायन दिया कि आज पहलू खान मॉब लिचिंग का प्रतीक बन गया है. जब-जब भी देश में मॉब लिचिंग की घटनाएं होंगी, तब-तब पहलू खां सबको याद आएगा. न्यायपालिका, नौकरशाह और पुलिस सबको याद आएगी. इसलिए राजस्थान सरकार की प्राथमिकता है कि पहलू खान के परिवार को न्याय मिले और दोषियों को सजा.

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इस दौरन उन्होंने राजस्थान पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा पुलिस ने भी जान बूझकर दोषियों को बचाने के लिए काम किया है. इस मामले में एसआईटी अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है. दोषियों को बचाने वाले पुलिसकर्मियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.

गृह मंत्रालय ने अटका रखी हैं दो फाइलें
इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि मॉब लिचिंग और ऑनर किलिंग पर कानून बनाने वाला राजस्थान पहला राज्य है. लेकिन दोनों ही फाइलें केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने अटका रखी हैं. क्या कारण है कि फाइल को अटका रखा है, अभी तक फाइल राष्ट्रपति तक नहीं पहुंची है. इसका कारण क्या है यह जवाब केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह को देना चाहिए.

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हाईकोर्ट का फैसला सही
गहलोत ने कहा कि पहलू खान मामले में हाईकोर्ट का फैसला सही है. तत्कालीन सरकार ने पहलू खां को मारने वाले आरोपियों को सजा देने की बजाय आरोपियों को बचाने का काम किया. पहलू खान के परिवार के खिलाफ गौ तस्करी के झूठे मुकदमे दर्ज कराए. हमारी सरकार आते ही पुलिस ने षड़यंत्र के तहत चुपचाप कोर्ट में चालान पेश कर दिया, जिस पर बुधवार को हाईकोर्ट ने पुलिस की एफआईआर को ही रद्द करते हुए इसे शर्मनाक बताया.

Intro:पहलू खां देश के लिए बन गया मॉब लिंचिंग का उदाहरण पहलू खान को न्याय दिलाना सरकार की प्राथमिकता, साजिश रचने वाले पुलिसकर्मियों को नहीं छोड़ेंगे
आरोपियों को बचाने के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने रची थी साजिशBody:मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि भीड़ तंत्र के हाथों मारे गए पहलू खां के परिवार को न्याय दिलाना हमारी जिम्मेदारी है। पूर्ववर्ती सरकार ने साजिश के तहत दोषियों को बचाने के लिए गलत एफआईआर दर्ज करवाई थी। आरोपियों को बचाने के लिए न तो उनकी शिनाख्त परेड कराई गई और न ही एफएसएल की रिपोर्ट मंगाई गई बस चालान पेश कर दिया। हमने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। ऐसे में उम्मीद है कि पहलू खां को जल्द न्याय मिलेगा। बुधवार को राजस्थान हाईकोर्ट ने पहलू खां प्रकरण में मुकदमें रद्द किए है। सीएम गहलोत ने गुरूवार को दिल्ली में मीडिया से बातचीत में कहा कि आज पहलू खां मॉब लिचिंग का प्रतीक बन गया है। जब-जब भी देश में मॉब लिचिंग की घटनाएं होंगी, तब तब पहलू खां सबको याद आएगा। न्याय पालिका, नौकरशाह और पुलिस सबको याद आएगा। राजस्थान सरकार की ड्यूटी है पहलू खां के परिवार को न्याय मिले और दोषियों को सजा मिले।
गहलोत ने पुलिस कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि पुलिस ने भी जान बूझकर दोषियों को बचाने के लिए काम किया है। इस मामले में एसआईटी अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है। एसआईटी की रिपोर्ट में दोषियों को बचाने वाले पुलिसकर्मियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गहलोत ने कहा कि मॉब लिचिंग और ऑनर किलिंग पर कानून बनाने वाला राजस्थान पहला राज्य है लेकिन दोनों ही फाइलें केन्द्रीय गृह मंत्रालय में अटका रखी है। क्या कारण है कि फाइल को अटका रखा है? अभी तक फाइल राष्ट्रपति तक नहीं पहुंची है। इसका कारण क्या है यह जवाब केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह को देना चाहिए।
कोर्ट का पहला सही
गहलोत ने कहा कि हाईकोर्ट का फैसला सही है। तत्कालीन सरकार ने पहलू खां को मारने वाले आरोपियों को सजा देने की बजाए आरोपियों को बचाने का काम किया। पहलू खां और उसके बेटों पर गौ तस्करी के झूठे मुकदमे दर्ज कराए, जिससे आरोपी बच जाए। हमारी सरकार आते ही पुलिस ने शड़यंत्र के तहत चुपचाप कोर्ट में चालान पेश कर दिया, जिस पर बुधवार को हाईकोर्ट ने पुलिस की एफआईआर को ही रद्द करते हुए इसे शर्मनाक बताया।
बाइट अशोक गहलोत मुख्यमंत्री राजस्थानConclusion:
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