जयपुर. राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की गवर्निंग काउंसिल की बैठक शुक्रवार को शिक्षा संकुल में शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा की अध्यक्षता में हुई. स्टेट ओपन की 2005 में स्थापना के बाद आज यह पहली बैठक है. इसमें ओपन स्कूल से जुड़े विद्यार्थियों के लिए कई अहम फैसले लिए गए. जिसमें ओपन स्कूल की परीक्षाओं में टॉप करने पर दिए जाने वाले मीरा और एकलव्य पुरस्कार की संख्या बढ़ाने, राज्य और जिला स्तर की तर्ज पर ब्लॉक लेवल के टॉपर्स को भी सम्मानित करने और ब्लॉक लेवल पर भी ओपन स्कूल का संदर्भ केंद्र खोलने जैसे कई अहम फैसले लिए गए. इसके साथ ही ओपन स्कूल की परीक्षाओं में प्रदेश में टॉप 3 रैंक हासिल करने वाले विद्यार्थियों को मुफ्त हवाई यात्रा करवाने और जिला व ब्लॉक लेवल के टॉपर्स को प्रदेश में भ्रमण करवाने का फैसला भी लिया गया है.
बैठक के बाद शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा ने बताया कि अभी तक जिला स्तर पर ही ओपन स्कूल का संदर्भ केंद्र होता है. अब ब्लॉक और पंचायत समिति स्तर पर भी संदर्भ केंद्र बनाए जाएंगे. जिसमें सरकारी स्कूलों को प्राथमिकता दी जाएगी. प्रश्न पत्र अब तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड करता था. अब स्टेट ओपन ही प्रश्न पत्र तैयार करेगा. कोर्स भी नए सिरे से बनाने की कवायद शुरू की गई है.
उन्होंने बताया कि अब तक मीरा और एकलव्य पुरस्कार जिला और राज्य स्तर पर दो-दो विद्यार्थियों को दिया जाता है. अब जिला और राज्य स्तर पर तीन-तीन विद्यार्थियों को यह पुरस्कार दिए जाएंगे. इसके साथ ही ब्लॉक स्तर पर भी पांच-पांच हजार रुपए के पुरस्कार दिए जाएंगे. साथ ही प्रदेश में टॉप करने वाले तीन बच्चों को मुफ्त हवाई यात्रा करवाई जाएगी और जिला व ब्लॉक स्तर के टॉपर्स को प्रदेश में भ्रमण करवाया जाएगा.
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शिक्षा मंत्री डोटासरा ने बताया कि अभी स्टेट ओपन स्कूल के पास प्रदेश भर से 1.19 लाख आवेदन हैं. जिसे दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए प्रचार-प्रसार के भी समुचित इंतजाम किए जाएंगे. स्टेट ओपन की बचत में से हर जिले की महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल को पांच लाख रुपए और ब्लॉक स्तर की महात्मा गांधी स्कूल को तीन लाख रुपए देने का भी फैसला लिया गया है. संदर्भ केंद्र में भी जरूरत पड़ने पर संसाधन मुहैया करवाए जाएंगे. स्टेट ओपन की बचत में से एक रिकॉर्ड रूम बनवाने का भी फैसला बैठक में लिया गया है.
शिक्षा मंत्री डोटासरा का कहना है कि अब तक स्टेट ओपन के संदर्भ केंद्र केवल विद्यार्थियों को फार्म देने और वापस लेकर आगे भिजवाने का ही काम कर रहे थे. अब इस दिशा में भी बढ़ेंगे कि विद्यार्थियों से कैसे संवाद स्थापित किया जाए और उनका भविष्य संवारा जाए. जो विद्यालय इस दिशा में अच्छा काम करेगा. उसे भी पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा और दो लाख का पुरस्कार दिया जाएगा. स्टेट ओपन का अभी परिणाम 35 फीसदी है. इसे बढ़ाने के लिए तकनीक का सहारा लेकर बच्चों का मार्गदर्शन किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो शिक्षकों को जरूरी प्रशिक्षण दिया जाएगा.