जयपुर. प्रदेश में तेज गर्मी के साथ ही आग लगने की घटनाएं भी बढ़ती जा रही है. प्रदेश में आए दिन कहीं न कहीं आगजनी की घटनाएं सामने आ रही है. प्रदेश के जंगलों में भी आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है. आज बुधवार को जयपुर के झालाना वन क्षेत्र में आग लगने की घटना (Fire broke out in Jhalana forest area) सामने आई है. झालाना जंगल के खानियां बाबड़ी के पीछे चुलगिरी के नीचे आग लगी है. जंगल में आग लगने की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया.
आग लगने की सूचना मिलते ही रेंजर जनेश्वर चौधरी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. वन विभाग की टीम ने आग बुझाने का प्रयास शुरू किया. वन विभाग की टीम ने दमकल की गाड़ी को भी मौके पर बुलाया. वनपाल बनवारी शर्मा, सहायक वनपाल राजकिशोर योगी समेत वन विभाग के कर्मचारियों ने भी पारंपरिक तरीके से आग बुझाने का प्रयास किया. कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग के कर्मचारियों और दमकल ने आग पर काबू पाया. आग लगने से करीब 1 हेक्टेयर क्षेत्र में घास-फुस और पेड़ पौधे जलकर राख हो गए.
आग पर काबू पाने के बाद वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने राहत की सांस ली. समय रहते आग पर काबू पा लिया गया, जिससे बड़ा नुकसान होने से बच गया. अगर आग पर समय पर काबू नहीं पाया जाता तो आग पूरे जंगल में फैल सकती थी. रेंजर जनेश्वर चौधरी के मुताबिक आग लगने की सूचना पर तुरंत वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और त्वरित कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पा लिया. करीब 1 हेक्टेयर वन क्षेत्र में सूखी घास, जूली फ्लोरा और छोटी झाड़ियों का नुकसान हुआ है.
बता दें कि रविवार को गलता वन क्षेत्र में भी इसी तरह आग लगी थी, जहां करीब 1 हेक्टेयर वन क्षेत्र में घास फूस और पेड़ पौधे जलकर राख हो गए थे. आग पहाड़ी पर लगी थी, जहां पर दमकल की गाड़ी भी नहीं पहुंच पाई. ऐसे में वन विभाग के कर्मचारियों ने पारंपरिक तरीकों से आग बुझाकर काबू पाया था. इसी तरह पिछले दिनों अलवर के सरिस्का जंगल में भीषण आग लग गई थी, जिसकी वजह से काफी जंगल की वनस्पति नष्ट हो गई थी. इससे वन्यजीवों को भी काफी नुकसान पहुंचा था और जंगल में पेड़ पौधे और घास फुस जलकर राख हो गई थी.