जयपुर. कोरोना संक्रमण काल में शादियों में ज्यादा ताम झाम करने पर सरकार की ओर से रोक है लगाई गई है. ऐसे में शादियों में रंग जमाने वाले डीजे आज कल टिड्डियों को डांस सिखाने के काम आ रहे हैं. जी हां कहने और सुनने में थोड़ा अजीब है. लेकिन ये सच है कि डीजे बजने के साथ ही पैर अपने आप डांस करने को मजबूर हो जाते है वो आज कल खेतों में दौड़ दौड़ कर बज रहे हैं. इसकी वजह है किसानों की जान की आफत बनी टिड्डियां.
डीजे से भगाया जा रहा टिड्डी दल को...
खेतों में दौड़ता डीजे और डीजे के आगे डांस करती ये टिड्डियों की तस्वीरे जोबनेर तहसील की है. यहां इन दिनों किसानों की आफत बनी टिड्डियों को भगाने के लिए सरकार की मशीनरी का सहयोग नहीं मिल रहा है तो किसानों ने अपना ही देशी जुगाड़ काम में लिया. जुगाड़ भी ऐसा जिसे देख सब दंग रह जाएंगे.
सरकार से नहीं मिल रही कोई सहायता...
तस्वीरें बता रही है कि गांव के लोगों ने टिड्डियों को भगाने के लिए शादी में बजने वाले डीजे का सहारा लिया. एक बार ऐसा लग रहा है कि मानो टिड्डियां डीजे की धुन पर डांस कर रही हैं. किसानों का कहना है कि इन दिनों टिड्डियों ने खेतों की सभी फसलों को नष्ट कर दिया है. बड़ी संख्या में आए टिड्डी दल थाली बजाकर भगाने से भी नहीं भाग रहे हैं. ऐसे में डीजे का सहारा लिया जा रहा है.
किसानों की नाराजगी इस बात से भी है कि टिड्डियां हर दिन किसानों की फसलों को नष्ट कर रही हैं और सरकार की ओर से कोई सहायता नहीं मिल रही है. किसान अपने स्वयं के प्रयास से थाली और ताली बजा कर टिड्डियों को भगाने की कोशिश करते हैं.
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कई जगह फैला टिड्डियों का आतंक...
चेतराम ने बताया कि जोबनेर, गुढा बैरसल, आसलपुर सहित आस-पास के गांव में तीन दिन से टिड्डियों का गम्भीर आतंक है, लेकिन सरकार महलों में बैठी है. किसानों की उन्हें कोई चिंता नहीं है. प्रदेश की सरकार किसान विरोधी है. किसानों को अपने स्वयं के खर्चे पर डीजे मंगवा कर टिड्डियों को भगाना पड़ रहा है.
वहीं, किसान रामपाल ने कहा कि टिड्डियों के प्रकोप से किसानों को राहत देने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है, लेकिन केंद्र सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है. पेट्रोल डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, किसान इतनी महंगाई में कैसे पेट्रोल डीजल खरीदेगा. जिस तरह से केंद्र सरकार किसानों के साथ रवैया अपना रही है उससे किसानों को कर्ज से कभी राहत नहीं मिलेगी और उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि वोट मांगते वक्त राजनीतिक पार्टियां बड़े-बड़े वायदे करती है, लेकिन सरकार बनने के बाद सब भूल जाती है.