जयपुर. केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों की ओर से सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया गया. ऐसे में किसान संगठनों की ओर से राजधानी जयपुर में भी रैली (farmers rally in Jaipur) निकाली गई और बाजार बंद करवाए गए. किसान संगठनों ने शहर के मुख्य बाजारों से रैली निकाली और बाजार बंद करवाए.
किसान नेता राजाराम मील ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय कृषि कानून (protest against agriculutur law) लाया गया है. ऐसे में यह पूरे देश में किसान संगठनों की ओर से बंद का आह्वान किया गया.
दावा किया जा रहा है कि तकरीबन 90 फीसदी बंद सफल रहा है. हालांकि, जयपुर शहर और इसके आसपास के क्षेत्रों की बात की जाए तो बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला. रैली निकालकर किसान संगठनों की ओर से व्यापारियों से बाजार बंद करने की अपील की गई. बंद को देखते हुए पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं.
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जयपुर में किसान संगठनों की ओर से ट्रैक्टर रैली निकाली गई. इस दौरान एमआई रोड, अजमेरी गेट, छोटी चौपड़, बड़ी चौपड़ और चारदीवारी के अन्य मुख्य बाजारों को बंद करवाया गया. किसान संगठनों ने यह भी दावा किया है कि 500 अलग-अलग संगठन और ट्रेड यूनियन ने बंद का समर्थन किया है.
चूरू में भारत बंद का मिला जुला असर
संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर बुलाए गए बंद का असर सोमवार को चूरू में दिखा. यहां विभिन्न किसान संगठनों ने शहर में रैली निकाल खुले बाजारों को बंद करवाया और केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. संयुक्त किसान मोर्चा के बुलाए गए भारत बंद को चूरू में कांग्रेस सहित 13 संगठनों ने समर्थन दिया. भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रामरतन सिहाग ने बताया कि रीट परीक्षा देकर घर जा रहे परीक्षार्थियों को परेशानी ना हो, इसलिए परिवहन और आपातकालीन सेवाओ को छोड़ सबकुछ बंद करवाया गया.
उदयपुर में भी किसानों के कई संगठनों द्वारा जिला कलेक्ट्री के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान माकपा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी मौजूद रहे. अखिल भारतीय किसान फेडरेशन के लोगों ने जमकर नारेबाजी करते हुए मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों का कहना था कि 10 महीने बीत जाने के बाद भी केंद्र की मोदी सरकार अपनी हठधर्मिता नहीं तोड़ रही यह दुर्भाग्य है. साथ ही किसानों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
बीकानेर में भाजपा विधायक को विरोध का सामना करना पड़ा
बीकानेर अनाज मंडी में भी बंद का असर देखने को मिला. इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी किसानों ने बंद रखकर अपना विरोध दर्ज कराया. बीकानेर केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आक्रोश लगातार जारी है. बीकानेर के लूणकरणसर में पंचायत समिति ने एक बैठक में शामिल होने के लिए गए भाजपा विधायक सुमित गोदारा को भी किसानों के विरोध सामना करना पड़ा. इस दौरान किसानों ने विधायक सुमित गोदारा को काले झंडे दिखाए.
इस दौरान पंचायत समिति में बैठक में भाग लेने के लिए पहुंचे विधायक सुमित गोदारा की गाड़ी की आवाज की आकर किसानों ने नारेबाजी की और विरोध दर्ज कराया. वहीं बाहर निकलते वक्त भी काले झंडे दिखाकर विरोध किया. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसानों के बीच में से विधायक सुमित गोदारा को निकालकर सुरक्षित गाड़ी तक पहुंचाया.