जयपुर. हरिदेव जोशी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी की फर्जी वेबसाइट का मामला सामने आया है. इस वेबसाइट पर बीए, एमए और पीएचडी सहित विभिन्न कोर्सेज की फर्जी जानकारी दी गई है. इसे लेकर छात्रों के बीच पैदा हुई असमंजस की स्थिति के बाद कुलपति ओम थानवी ने पुलिस थाने में FIR दर्ज कराने का फैसला लिया है. साथ ही छात्रों को प्रवेश के आवेदन के लिए 30 सितंबर तक का समय बढ़ाया गया है.
पंजाब में हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के नाम से गैर पत्रकारिता के दर्जनों कोर्स, फर्जी डिग्री, फर्जी अंकतालिका और फर्जी माइग्रेशन सामने आए. हरिदेव जोशी यूनिवर्सिटी के नाम से एक फर्जी वेबसाइट चल रही है, जिसमें विश्वविद्यालय के 1996 से संचालित होने का जिक्र तक किया गया है. जबकि प्रदेश में बीते साल ही हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय की शुरुआत हुई है.
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इस मामले को लेकर कुलपति ओम थानवी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि अभी फर्जी वेबसाइट का कारण पता नहीं चल रहा है. लेकिन इससे पत्रकारिता विश्वविद्यालय को काफी नुकसान हुआ है. जो छात्र विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना चाहते हैं, उन्हें इंटरनेट पर फर्जी वेबसाइट के जरिए गलत जानकारी मिल रही है. चूंकि अभी सारे प्रवेश ऑनलाइन हो रहे हैं, ऐसे में छात्र दुविधा में हैं.
दर्ज कराई जाएगी FIR
हालांकि, छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब आवेदन की तिथि को भी बढ़ाया है. थानवी ने बताया कि इस वेबसाइट पर एमबीए, फार्मा और दूसरे कई कोर्सेज की जानकारी दी गई है. जबकि पत्रकारिता के कोर्स ही शामिल नहीं किए गए. चूंकि ये एक आपराधिक गतिविधि है, ऐसे में अब पुलिस थाने में FIR भी दर्ज कराई जाएगी.
दरअसल, पंजाब मोहाली से किसी कंपनी की चिट्ठी मिली. जिसमें नौकरी के लिए आवेदन करने पहुंचे युवकों ने हरिदेव जोशी यूनिवर्सिटी से एमबीए इन फाइनेंस की डिग्री प्रेषित की और इसे क्रॉस चेक करने के लिए कंपनी में विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क साधा था. इसके बाद प्रवेश प्रक्रिया के दौरान इस तरह की वेबसाइट भी संज्ञान में आई. कुलपति ने आशंका जताते हुए कहा कि इस वेबसाइट के जरिए कोई फर्जी डिग्री देकर अवैध पैसा कमाने का कार्य कर रहा है. यही वजह है कि अब पुलिस प्रशासन की मदद ली जाएगी.
प्रदेश का पहला पत्रकारिता विश्वविद्यालय...
वहीं,हरिदेव जोशी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है, जो पत्रकारिता और जनसंचार में 3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम भी बीए-जेएमसी शुरू करने जा रहा है. इसके साथ ही विश्वविद्यालय से सोशल मीडिया और डेवलपमेंट स्टडीज एंड सोशल वर्क में भी स्नातकोत्तर किया जा सकेगा.
कुलपति ओम थानवी ने बताया कि अब पत्रकारिता में भी ग्रेजुएशन की जा सकेगी और यदि ग्रेजुएशन किया हुआ है तो अब प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अलावा वर्तमान परिपेक्ष को देखते हुए सोशल मीडिया में भी पीजी डिग्री ली जा सकेगी. चूंकि अब विभिन्न संस्थाएं, राजनेता, अभिनेता सभी सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं और इन्हें संचालित करने के लिए पेशेवर लोग चाहते हैं. ऐसे में देश में पहला विश्वविद्यालय है, जो सोशल मीडिया में स्नातकोत्तर की डिग्री देगा. इसके साथ ही विकास से संबंधित संचार से जोड़ते हुए भी पीजी पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है.
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बहरहाल, हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के माध्यम से अब सोशल मीडिया और सोशल वर्क से जुड़ी हुई डिग्री भी छात्र प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन इससे पहले विश्वविद्यालय के सामने हरिदेव जोशी यूनिवर्सिटी के नाम से चल रही फर्जी वेबसाइट एक चुनौती बनी हुई है. जिस पर पार पाने के लिए अब पुलिस प्रशासन की मदद ली जाएगी.