जयपुर. प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कह दिया है कि गहलोत सरकार का जाना तय है. साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार कर लिया कि सचिन पायलट भाजपा आलाकमान से संपर्क में हैं. जिस तरह का निर्देश आलाकमान की तरफ से मिलेगा प्रदेश इकाई उसकी पालना करेगी.
राजस्थान में सियासी हलचल के बीच ईटीवी भारत ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया से खास बातचीत की. जब सतीश पूनिया से पूछा गया कि इस घटनाक्रम में भाजपा की सरकार बनने पर क्या सचिन पायलट मुख्यमंत्री होंगे तो पूनिया ने कहा कि पार्टी आलाकमान जो निर्देश देंगे, हम सब उसकी पालना करेंगे.
निर्दलीय विधायकों से भी अपील, यहां मिलेगा पूरा मान सम्मान
पूनिया से पूछा गया कि विधायकों की संख्या बल के आधार पर यदि पायलट के साथ आने वाले विधायकों की संख्या कम रहती है तो क्या निर्दलीयों से भी भाजपा संपर्क करेगी. तब पूनिया ने कहा कि निर्दलीय विधायकों कि ना कोई पार्टी होती है और ना विचारधारा, इसलिए हर दल उनसे अपील कर सकता है. साथ ही पूनिया ने निर्दलीय विधायकों से यह भी अपील की कि यहां उन्हें यथोचित मान सम्मान मिलेगा.
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मतलब साफ है कि यदि प्रदेश में गहलोत सरकार गिराने की बात आई तो भाजपा निर्दलीयों को भी अपने साथ लेने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी. बताया यह भी जा रहा है कि भाजपा कई निर्दलीय विधायकों से संपर्क में है.
पायलट के कारण ही बनी थी सरकार और वह थे मुख्यमंत्री के हकदार
पूनिया ने यह भी कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लाने में सचिन पायलट का अहम योगदान रहा है. वह स्वाभाविक रूप से मुख्यमंत्री के दावेदार भी थे लेकिन जिस तरह उन्हें साइडलाइन किया गया, वो गलत था. उन्होंने कहा कांग्रेस की यही भीतर कि कलह सरकार को ले बैठेगी.
कांग्रेस नेहरू गांधी परिवार की बंधक युग के हिसाब से नहीं बदली, इसलिए हो रहा पतन
बातचीत के दौरान पूनिया ने यह भी कहा कांग्रेस पार्टी शुरू से ही नेहरू और गांधी परिवार की बंधक बन कर रह गई है और युग के साथ नौजवानों की उपेक्षा भी होती रही है. यही कारण है कि अब कांग्रेस का पतन शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि पहले पूरे देश में राज करने वाली कांग्रेस अब कुछ प्रदेश में तक सिमट कर रह गई है. उसमें भी राजस्थान जैसा प्रदेश उनसे नहीं संभल पा रहा है.
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अब यह सरकार बच नहीं सकती, हम बना रहे आगे की रणनीति
सतीश पूनिया ने कहा इस पूरे घटनाक्रम पर हमारी नजरें हैं. केंद्रीय नेतृत्व जैसा निर्देश देगा, हम लोग उसी के अनुरूप अपनी रणनीति बनाएंगे. पूनिया ने कहा पायलट आते हैं तो उनका स्वागत है वरना इस तरह की सरकार का चला जाना ही उचित है. आज नहीं तो कल के सरकार जाएगी, बच नहीं सकती.
ज्योतिरादित्य भी केंद्र की दखल से आए और सचिन पायलट के बारे में भी केंद्र करेगा फैसला
पूनिया के अनुसार ज्योतिरादित्य सिंधिया भी केंद्रीय नेतृत्व के दखल के चलते ही BJP में आए. अब जो भी आएगा, वह पार्टी आलाकमान द्वारा ही होगा. हम तो पार्टी आलाकमान के निर्देशों की पालना करेंगे.
हुंडला, टांक और खुशवीर के साथ हुआ गलत
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस दौरान निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश शुक्ला, सुरेश टांक और खुशवीर जोजावर के एंटी करप्शन ब्यूरो में दर्ज मामले में डाले गए नाम को लेकर भी सहानुभूति प्रकट की. उन्होंने कहा इन तीनों ही विधायकों के साथ सरकार ने गलत किया.
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि गहलोत ने इन विधायकों के साथ धोखाधड़ी और विश्वासघात किया है. वे केवल कानून का डर दिखाकर इन विधायकों को दबाने का काम किया है, जो नैतिक रूप से गलत है.