जयपुर. राजस्थान के जयपुर डिस्कॉम के नव नियुक्त प्रबंध निदेशक अजीत सक्सेना ने सोमवार शाम विद्युत भवन पहुंच कर अपना नया पदभार संभाला. इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत (Exclusive Interview of Ajit Saxena) में उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं और नई चुनौतियों के बारे में (Ajit Saxenas priority in Jaipur discom) खुलकर बात की.
सक्सेना ने कहा कि जो चुनौतियां उन्हें दिख रही है उसे ही वे अपनी प्राथमिकताएं बनाकर काम करेंगे. सक्सेना ने कहा उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मिले और इसके साथ ही जरूरी है कि इस दौरान कोई दुर्घटना ना हो. सक्सेना के अनुसार जयपुर डिस्कॉम का उन्हें पुराना अनुभव है और डिस्कॉम में एक लाख से अधिक ऐसे क्षेत्र चिन्हित कर उस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है. लेकिन यह लगातार मॉनिटरिंग वाला काम है और हम उस पर पूरा फोकस रखेंगे.
इस तरह कम करेंगे जयपुर डिस्कॉम का रेवेन्यू लॉस : सक्सेना ने कहा कि जो बिजली डिस्कॉम उपभोक्ताओं को दे रहा है वो सीधी उपभोक्ता तक पहुंचे और मीटर में रिकॉर्ड हो जाए. उपभोक्ता से उसका भुगतान हो जाए, जिससे रेवेन्यू लॉस स्वतः ही कम हो जाएंगे. सक्सेना के अनुसार इसके लिए डिफेक्टिव मीटर तुरंत हटाने और स्मार्ट मीटर के उपयोग पर भी जोर दिया जाएगा. सक्सेना ने कहा बिजली चोरी और छीजत रोकना भी बड़ी चुनौती रहेगी, लेकिन हम चाहेंगे कि विजिलेंस एक्टिविटीज इतनी मजबूत हो कि उपभोक्ता बिजली चोरी करने से ही डरे.
डिस्कॉम दफ्तरों में उपभोक्ताओं को होटल जैसा एहसास : जयपुर डिस्कॉम नवनियुक्त प्रबंध निदेशक अजीत सक्सेना के अनुसार बिजली से जुड़े कार्यालयों में उपभोक्ताओं को होटल जैसा अनुभव हो, जहां रिसेप्शन पर ही उपभोक्ताओं की सारी क्वेरी का समाधान हो जाए. आम उपभोक्ताओं को बिजली से जुड़े कार्यालय में अपनी समस्याओं के लिए भटकना ना पड़े, इसके लिए भी ठोस और मजबूत काम किए जाएंगे. हालांकि सक्सेना ने यह भी कहा कि वर्तमान में भी इस दिशा में काफी अच्छा काम हुआ है, लेकिन उसे और बेहतर करने की दिशा में काम किया जाएगा.
टीम वर्क से चुनौतियों का करेंगे सामना : अजीत सक्सेना जयपुर डिस्कॉम में चीफ इंजीनियर भी रह चुके हैं और डायरेक्टर टेक्निकल पद पर भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. ऐसे में उनका बिजली के क्षेत्र में लंबा अनुभव है. डिस्कॉम के लगभग हर अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ सक्सेना पूर्व में काम कर चुके हैं और अब प्रबंध निदेशक की नई भूमिका में भी वे कर्मचारियों और अधिकारियों को साथ में लेकर काम करने की बात कहते हैं. सक्सेना के अनुसार जो चुनौतियां और जिम्मेदारी उन्हें मिली है उसे साथी कर्मचारियों अधिकारियों के सहयोग से टीम वर्क के रूप में पूरा करेंगे.