जयपुर. ग्रेटर नगर निगम की सरकार बनाने को लेकर रविवार को मतदान हुआ. कोरोना के मद्देनजर मतदान केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई गई, और समय भी बढ़ाया गया. जिससे मतदाता भीड़ का हिस्सा बने बिना अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें. इन निगम चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए दिव्यांग वोटर भी पहुंचे. किसी ने अपने परिजनों की मदद से मतदान किया, तो कहीं पुलिस प्रशासन दिव्यांग का सहारा बने.
जयपुर के वार्ड 125 के मतदान केंद्र पर पहुंचे दिव्यांग हरीश ने भी जद्दोजहद के साथ मतदान किया. इस दौरान ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि उन जैसे सैकड़ों मतदाता मतदान केंद्र तक पहुंच रहे हैं, लेकिन प्रशासन को इनके हालात समझते हुए कम से कम केंद्र के आसपास तो सफाई व्यवस्था रखनी चाहिए थी. उन्होंने उम्मीद जताई कि नई शहरी सरकार सफाई व्यवस्था पर तो ध्यान देगी ही, साथ ही क्षेत्रीय पार्षद दिव्यांगों की आवाज भी बनेंगे. कम से कम उनकी पेंशन और ट्राई साइकिल की व्यवस्था कराएंगे. उन्होंने कहा कि मतदान के जरिए वो एक स्वस्थ और अच्छे व्यक्ति को चुनकर लाना चाहते हैं, जो बाद में उनके बारे में भी सोचे.
इसके साथ ही इस बार दिव्यांगों के बढ़-चढ़कर मतदान करने का एक कारण और भी है. हाल ही में राज्य सरकार ने स्थानीय निकाय संस्थाओं में दिव्यांगजनों को मनोनीत करने का फैसला लिया है. जिससे भी दिव्यांगों में उत्साह है.