जयपुर. एशिया की सबसे बड़ी फल सब्जी मंडी कही जाने वाली मुहाना मंडी में किसान परेशान है. जयपुर की मुहाना मंडी में कृषक प्लेटफार्म पर अनाधिकृत व्यापारियों के अतिक्रमण से किसान परेशान हो रहे हैं. किसानों ने मुहाना मंडी में कृषक प्लेटफार्म को अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग की है. मुहाना फल व्यापार संघ और किसानों ने मंडी समिति अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है.
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष छोटीलाल सैनी ने बताया कि आढ़तियों ने अनाधिकृत रूप से फुटकर व्यापारियों से किराया लेकर किसान प्लेटफार्म पर अतिक्रमण करवा रखा है. कृषक प्लेटफार्म पर किसानों को नहीं बैठने दिया जा रहा है. किसानों को कृषक प्लेटफार्म पर भी सब्जी नहीं बेचने दी जा रही है, बल्कि प्लेटफार्म पर किराया लेकर फुटकर व्यापारियों को बैठाया जा रहा है. किसानों को नाजायज रूप से परेशान किया जा रहा है. मंडी समिति की ओर से अभियान भी चलाया गया था, लेकिन किसानों को ही खदेड़ दिया गया. किसान परेशान होकर लगातार कृषक प्लेटफॉर्म को अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग कर रहे हैं. किसान संघ ने भी मांग की है कि किसानों को मंडी में बैठने के लिए जगह दी जाए. लालकोठी मंडी में विरोध किया जा रहा है कि जिन लोगों को मुहाना मंडी में दुकानें अलाट हो गई है, उनका लालकोठी मंडी से अतिक्रमण हटाया जाए. ऐसे में कुछ व्यापारियों के दोनों हाथों में लड्डू दे दिए गए हैं.
अतिक्रमण मुक्त करवाने की मांग
अधिकृत किसानों को भी मंडियों में नहीं बैठने दिया जा रहा, जिससे किसान काफी परेशान है. बार-बार शिकायतों के बावजूद भी मंडी समिति की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है, जबकि किसान मंडी में अपनी सब्जी बेच सकता है, उसे बाध्य नहीं किया जा सकता. किसान दिन रात मेहनत करके सब्जी मंडी में लेकर आते हैं, लेकिन यहां मंडी में नहीं बैठने दिया जाता, उनकी सब्जियां तक फेंक दी जाती है. भारतीय किसान संघ ने मांग की है कि लाल कोठी सब्जी मंडी को अतिक्रमण मुक्त करवाया जाए और किसानों को जगह दी जाए. मुहाना मंडी से कृषक प्लेटफार्म को अतिक्रमण मुक्त करवाकर किसानों को बैठने की जगह दी जाए.
मुहाना फल व्यापार संघ के संयोजक रतन मोहन पारीक ने बताया कि टर्मिनल मार्केट मुहाना फल सब्जी मंडी में किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, यहां पर अनाधिकृत लोगों द्वारा अतिक्रमण किया गया है, जिसमें कोरोना गाइडलाइन की भी पालना नहीं हो रही है. मंडी में अनाधिकृत व्यापारियों को किराए पर जगह उपलब्ध करवाई की गई है. अनाधिकृत व्यापारियों और अतिक्रमणों की वजह से मंडी में रास्ते भी अवरुद्ध हो रहे हैं, जिससे आवाजाही में किसानों और व्यापारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस अनाधिकृत कारोबार में मंडी समिति, कृषि विपणन बोर्ड के अधिकारी और आढ़तियों की मिलीभगत शामिल है. अनाधिकृत व्यापारियों को किराए पर जगह देकर लाखों रुपए का अवैध कारोबार किया जा रहा है. मंडी सचिव और डायरेक्टर को कई बार शिकायत की गई, लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
यह भी पढ़ें- क्या उपचुनावों में 'नाथी का बाड़ा' करेगा भाजपा का बेड़ा पार...?
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चीफ सेक्रेटरी समेत आला अधिकारियों को भी मामले की शिकायत की गई है. कृषि विपणन बोर्ड के अधिकारियों और आढ़तियों की मिलीभगत के चलते अनाधिकृत व्यक्तियों को मंडी से नहीं हटाया जा रहा है. अनाधिकृत लोगों से रुपए लेकर अवैध दुकानें लगाई जा रही है. मुहाना फल व्यापार संघ ने मांग की है कि अतिक्रमण हटाकर किसानों को बैठने की जगह दी जाए. अवैध अतिक्रमण की वजह से मंडी में भीड़भाड़ और रास्ते अवरुद्ध हो रहे हैं. मंडी में खुदरा अनाधिकृत लोगों द्वारा फल सब्जी बेचने का प्रावधान नहीं है. किसानों का कहना है कि टर्मिनल मार्केट मुहाना फल सब्जी मंडी में किसानों को नहीं बैठने दिया जा रहा है. कई बार सब्जी बेचने वाले किसानों की सब्जियां तक फेंक दी जाती है. मंडी में अनाधिकृत व्यक्तियों व्यक्तियों को जगह किराए पर देकर व्यापार करवाया जा रहा है. अनाधिकृत रूप से चाय ढाबा और अन्य दुकानें किराए पर देकर लाखों रुपए वसूले जा रहे हैं.