जयपुर. लंबे इंतजार के बाद अब जयपुर जंक्शन पर भी दिल्ली-मुंबई की तरह बिजली से संचालित होने वाली ट्रेनें दौड़ती नजर आएगी. यह सौगात दीवाली तक आमजन के लिए शुरू हो सकती है. 125 साल के जयपुर जंक्शन के इतिहास में पहली बार विद्युतीकृत ट्रेनें चलेगी.
लॉकडाउन से पहले जयपुर जंक्शन सहित उत्तर पश्चिम रेलवे के अंतर्गत 90 प्रतिशत तक विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो गया था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से विद्युत वितरण का कार्य बीच में ही रुक गया और बिजली की ट्रेनें संचालित नहीं हो पाई. ऐसे में वर्तमान में जयपुर रेल मंडल में विद्युतीकरण का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है, जोकि अगले महीने के अंतिम सप्ताह में पूरा होने की उम्मीद है. रेलवे के अफसरों का दावा है कि, इसके शुरू होने से पूर्व की तुलना में यात्री अपने गंतव्य तक 20 मिनट पहले ही पहुंच सकेंगे.
दरअसल, उत्तर पश्चिम रेलवे के चारों मंडलों में रेल लाइन पर विद्युतीकरण का काम तेजी से चल रहा है. जोन में करीब 1814 किलोमीटर रेलवे लाइन का विद्युतीकरण हो चुका है. इसके अंतर्गत कनकपुरा से मदार, बस्सी से बांदीकुई, बांदीकुई से अलवर-रेवाड़ी समेत कई रेलवे लाइनों का काम पूरा हो गया है.
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बात करें, जयपुर की तो, यहां बस्सी से जयपुर और कनकपुरा के बीच काम अंतिम दौर में चल रहा है. जो, अगले महीने में पूरा हो जाएगा. जयपुर जंक्शन(यार्ड) पर लाइनें अधिक होने के कारण काम में ज्यादा वक्त लग रहा है. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक जयपुर जंक्शन पर बीते साल यार्ड के रिमोडलिंग होने की वजह से विद्युतीकरण के काम मे देरी हुई और फिर लॉकडाउन हो गया.