जयपुर. इन दिनों कोरोना वायरस के चलते होम आइसोलेशन की निगरानी के लिए राजस्थान में शिक्षिकाओं की भी रात के वक्त ड्यूटी लगाई जा रही थी. वहीं, अब शिक्षिकाओं की रात में ड्यूटी पर नहीं लगाए जाने के लिए शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिए हैं. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर सभी डीईओ को इस क्रम में निर्देशित किया है.
गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में जो व्यक्ति जहां है, उसे वहीं रहने की निर्देश दिए गए हैं. हालांकि कुछ प्रवासी मजदूरों (जिनके रहने और खाने-पीने के बंदोबस्त नहीं थे) के लिए शेल्टर होम बनाए गए हैं. वहीं, कोरोना वायरस के चलते कुछ होम आइसोलेशन भी बनाए गए, जिससे कोरोना संदिग्ध परिवार निगरानी में रहे और कोरोना वायरस संक्रमण ना फैले. इन परिवारों की निगरानी का जिम्मा प्रशासन ने शिक्षकों को सौंपा है.
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इसके मद्देनजर शिक्षकों की तीन शिफ्ट में राउंड द क्लॉक ड्यूटी लगाई गई. पहली शिफ्ट सुबह 6 से दोपहर 2 बजे तक, दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 से रात 10 बजे तक और तीसरी शिफ्ट रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लगाई गई है. ये व्यवस्था 1 अप्रैल से 14 अप्रैल तक सुनिश्चित की गई. इस व्यवस्था में शिक्षिकाओं की भी रात में ड्यूटी लगा दी गई. इस पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर नाराजगी जताते हुए शिक्षिकाओं की रात ड्यूटी को न्याय संगत नहीं बताया. साथ ही सभी डीईओ को निर्देशित किया किशिक्षिकाओं को रात में ड्यूटी पर ना लगाया जाए. बता दें कि इससे पहले शिक्षक संगठनों ने भी आइसोलेशन की निगरानी में शिक्षिकाओं की रात में लगाई गई ड्यूटी का विरोध किया था.