जयपुर. राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत की मुश्किलें भी बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. अग्रसेन गहलोत को प्रवर्तन निदेशालय ने तलब किया है. उन्हें समन जारी कर बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. हाल ही में जोधपुर में अग्रसेन गहलोत के व्यवसायिक ठिकानों पर ईडी ने छापामार कार्रवाई की थी.
![ED summons to Agrasen Gehlot, ED action on Agrasen Gehlot](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8211229_tjd.jpg)
जानकारी के मुताबिक सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया है. अग्रसेन गहलोत को बुधवार को दिल्ली मुख्यालय में जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए समन जारी किया गया है. 22 जुलाई को ईडी ने अग्रसर गहलोत के कई ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी. मामला फर्टिलाइजर एक्सपोर्ट में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग का बताया जा रहा है.
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अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर छापे मार कार्रवाई के दौरान कई दस्तावेज ईडी के हाथ लगे थे. जिनके बारे में भी पूछताछ की जा सकती है. अग्रसेन गहलोत फर्टिलाइजर का कारोबार करते हैं और जोधपुर में फर्टिलाइजर से जुड़ी दुकानें और अन्य प्रतिष्ठान हैं. जानकारी के मुताबिक अग्रसेन गहलोत की दुकान सीएम अशोक गहलोत का चुनावी कार्यालय रही थी. अग्रसेन गहलोत की दुकान पर चुनाव के समय टेंट लगाकर चुनाव कार्यालय बनाया जाता है.
राजस्थान में सियासी उठापटक के बीच ईडी ने सीएम अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत को समन जारी कर बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय के दिल्ली मुख्यालय में पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है. प्रदेश में सियासी संकट के बीच आयकर, सीबीआई, एसओजी, एसीबी और ईडी सक्रिय हैं. उर्वरक घोटाला मामले में देश में कई जगहों पर ईडी ने छापामार कार्रवाई की थी. जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन के लोग के ठिकानों पर भी तलाशी ली गई थी. अग्रसेन गहलोत की कंपनी अनुपम कृषि पर आरोप है कि उसने किसानों के लिए ली गई रियायती दरों उर्वरक को अधिक दामों पर विदेशों में बेच दिया. ईडी के मुताबिक करोड़ों रुपये का घोटाला बताया जा रहा है.
अग्रसेन गहलोत पर आरोप
अग्रसेन गहलोत पर आरोप है कि उनकी अनुपम कृषि नामक कंपनी ने 2007 से 2009 में क्लोराइड पोटाश को बिना सरकार की मंजूरी के विदेशों में भेज दिया था. अनुपम कृषि को क्लोराइड पोटाश को बेचने का लाइसेंस मिला हुआ था और वह किसानों को अच्छी फसल के लिए बेचने के लिए अधिकृत थे. यह भी आरोप है कि अग्रसेन गहलोत ने पोटाश को दूसरे लोगों को बेचा, जिन्होंने इसे मलेशिया और सिंगापुर में अवैध तरीके से औद्योगिक नमक के नाम पर एक्सपोर्ट कर दिया. जबकि भारतीय पोटाश के भारत से बाहर भेजे जाने पर पाबंदी थी.
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ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर कई आरोप लगाए हैं. कांग्रेस का आरोप है कि राजस्थान सरकार को डराने और धमकाने के लिए केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.