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जयपुर : प्रवर्तन निदेशालय का एक्शन, पोंजी स्कीम मामले में 2.80 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच - अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड

प्रवर्तन निदेशालय ने पोंजी स्कीम मामले में कार्रवाई करते हुए 2 करोड़ 80 लाख रुपए की संपत्ति अटैच की है. मैसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड पर कार्रवाई की गई है

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पोंजी स्कीम मामले में 2.80 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच
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Published : Jan 8, 2021, 10:05 PM IST

जयपुर. प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. प्रवर्तन निदेशालय ने पोंजी स्कीम मामले में कार्रवाई करते हुए 2 करोड़ 80 लाख रुपए की संपत्ति अटैच की है. मैसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड पर कार्रवाई की गई है. कंपनी के निदेशक अनिल बिरला और मुरलीधर बिरला है, जिनके खिलाफ पीएमएलए एक्ट के तहत कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.

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पोंजी स्कीम मामले में 2.80 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच

प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक वर्ष 2010 से 2012 के बीच जनता से करोड़ों रुपए वसूले गए थे. जिस मामले पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. प्रवर्तन निदेशालय ईडी जयपुर ने धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत एक अंतरिम जब्ती आदेश जारी किया है. जिसमें 2.80 करोड रुपए की संपत्ति पोंजी स्कीम केस में शामिल है. जब्त 29 अचल संपत्तियां के रूप में भीलवाड़ा राजस्थान में अटैच की गई है. मैसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशकों के नाम से सोने और चांदी के गहने हैं. ईडी ने अनिल बिड़ला और मुरलीधर बिरला मेसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों के खिलाफ भीलवाड़ा पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर और प्राइज चीट एंड मनी सरकुलेशन स्कीम अधिनियम के आधार पर पीएमएलए के तहत जांच शुरू की.

पढ़ें- हाईकोर्ट में 11 जनवरी से होगी नियमित सुनवाई, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी रख सकते हैं पक्ष

इसके अलावा मैसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशक अनिल बिड़ला और मुरलीधर बिरला के साथ अन्य के खिलाफ राजस्थान पुलिस और अपराध शाखा सूरत गुजरात द्वारा 14 एफआईआर दर्ज की गई थी. पीएमएलए के तहत आयोजित जांच में पता चला कि अनिल बिरला, मुरलीधर बिरला मेसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों ने 2010 से 2012 की अवधि के दौरान निवेशकों से करोड़ों रुपए एकत्रित किए हैं. जनता/निवेशकों को चेक के माध्यम से नगण्य राशि का भुगतान किया है.

अवैध रूप से एकत्रित की गई राशि में मेसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और उसके निवेशकों के विभिन्न बैंक खातों में जमा की गई थी. इन राशियों को आगे चलकर चल और अचल संपत्तियों में निवेश किया गया. मैसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और उसके निवेशकों के नाम पर चिन्हित कुल संपत्ति 2.80 करोड़ है. पीएमएलए के तहत एक अंतरिम जब्ती आदेश जारी किया गया है. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आगे की जांच की जा रही है.

जयपुर. प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. प्रवर्तन निदेशालय ने पोंजी स्कीम मामले में कार्रवाई करते हुए 2 करोड़ 80 लाख रुपए की संपत्ति अटैच की है. मैसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड पर कार्रवाई की गई है. कंपनी के निदेशक अनिल बिरला और मुरलीधर बिरला है, जिनके खिलाफ पीएमएलए एक्ट के तहत कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.

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पोंजी स्कीम मामले में 2.80 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच

प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक वर्ष 2010 से 2012 के बीच जनता से करोड़ों रुपए वसूले गए थे. जिस मामले पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. प्रवर्तन निदेशालय ईडी जयपुर ने धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत एक अंतरिम जब्ती आदेश जारी किया है. जिसमें 2.80 करोड रुपए की संपत्ति पोंजी स्कीम केस में शामिल है. जब्त 29 अचल संपत्तियां के रूप में भीलवाड़ा राजस्थान में अटैच की गई है. मैसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और उसके निदेशकों के नाम से सोने और चांदी के गहने हैं. ईडी ने अनिल बिड़ला और मुरलीधर बिरला मेसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों के खिलाफ भीलवाड़ा पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर और प्राइज चीट एंड मनी सरकुलेशन स्कीम अधिनियम के आधार पर पीएमएलए के तहत जांच शुरू की.

पढ़ें- हाईकोर्ट में 11 जनवरी से होगी नियमित सुनवाई, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी रख सकते हैं पक्ष

इसके अलावा मैसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशक अनिल बिड़ला और मुरलीधर बिरला के साथ अन्य के खिलाफ राजस्थान पुलिस और अपराध शाखा सूरत गुजरात द्वारा 14 एफआईआर दर्ज की गई थी. पीएमएलए के तहत आयोजित जांच में पता चला कि अनिल बिरला, मुरलीधर बिरला मेसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों ने 2010 से 2012 की अवधि के दौरान निवेशकों से करोड़ों रुपए एकत्रित किए हैं. जनता/निवेशकों को चेक के माध्यम से नगण्य राशि का भुगतान किया है.

अवैध रूप से एकत्रित की गई राशि में मेसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और उसके निवेशकों के विभिन्न बैंक खातों में जमा की गई थी. इन राशियों को आगे चलकर चल और अचल संपत्तियों में निवेश किया गया. मैसर्स अभिनव गोल्ड इंटरनेशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और उसके निवेशकों के नाम पर चिन्हित कुल संपत्ति 2.80 करोड़ है. पीएमएलए के तहत एक अंतरिम जब्ती आदेश जारी किया गया है. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आगे की जांच की जा रही है.

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