जयपुर. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर फिलहाल काबू में आती दिख रही है. कुछ दिनों से प्रदेशभर में रोजाना 4 हजार से कम कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. जबकि पहले यह आंकड़ा 18 हजार से ऊपर पहुंच गया था. हालांकि, रोजाना कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आधिकारिक आंकड़ा अभी भी प्रदेश में 100 से ऊपर बना हुआ है. इसलिए सरकार फिलहाल कोई ढील देने के मूड में नहीं दिख रही है. बल्कि पहले जो लॉकडाउन चल रहा था उसे बरकरार रखते हुए वीकेंड कर्फ्यू का दायरा बढ़ा दिया गया है.
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अब तीन दिन वीकेंड कर्फ्यू
इसके तहत पहले शनिवार और रविवार को संपूर्ण बाजार बंद रहते थे. जबकि अब शनिवार से लेकर सोमवार तक बाजार नहीं खुला करेंगे. वीकेंड कर्फ्यू अब सप्ताह में तीन दिन रहा करेगा. यानी शुक्रवार को सुबह 11 बजे बंद होने के बाद बाजार मंगलवार सुबह ही खुलेंगे. इस पर भी रोजमर्रा की जरूरत से जुड़ी दुकानें ही शामिल होंगी. ऐसे में किराना की दुकानें भी शुक्रवार सुबह 11 बजे बंद होने के बाद मंगलवार को सुबह ही खुलेंगी.
दुकानों पर भीड़
इस सप्ताह सोमवार से शुक्रवार सुबह 11 बजे तक किराना की दुकानों पर खासा भीड़ भी दिखाई दे रही है. तीन दिन तक दुकानें बंद रहने के कारण लोग जरूरी सामान की खरीदारी करने बाहर निकल रहे हैं. ऐसे में राजधानी जयपुर के परकोटे में स्थित किराना की होलसेल दुकानों से लेकर कॉलोनियों की छोटी दुकानों पर भी भीड़ दिखाई दे रही है. हालांकि, लॉकडाउन के चलते पुलिस की सख्ती भी है. पुलिस जगह-जगह नाकाबंदी लगाकर जांच कर रही है और रोजमर्रा की जरूरत से जुड़ी वस्तुओं की खरीदारी घर के आसपास की दुकानों से ही करने के लिए जोर दे रही है.
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सरकार के निर्णय का स्वागत
ऐसे में दुकानों पर खरीदारी करने आने वाले लोगों का कहना है कि रोजमर्रा की आवश्यकता का सामान खरीदने के साथ ही तीन दिन दुकानें बंद रहने के चलते घरों से बाहर निकलना मजबूरी है. हालांकि, सरकार द्वारा सख्ती बढ़ाने के कदम का जयपुर शहर के लोग स्वागत कर रहे हैं. उनका यह भी कहना है कि जरूरत पड़ने पर कुछ दिन और ऐसी ही सख्ती रखनी चाहिए ताकि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में सफलता मिल सके.
स्थानीय निवासी दविंदर सिंह का कहना है कि सरकार जो कर रही है, वह बिल्कुल ठीक कदम है और इसमें आमजन को भरपूर सहयोग करना चाहिए. क्योंकि यह जो पाबंदियां हैं, वह हमारी सुरक्षा के लिए ही हैं. हालांकि इससे कुछ असुविधा जरूर हो रही है, लेकिन गाइड लाइन की पालना करके ही हम कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में सफलता हासिल कर सकते हैं.
खरीदारी पर पड़ रहा असर
हालांकि वीकेंड कर्फ्यू का दायरा बढ़ाने से खरीदारी पर असर हुआ है. लोग जरूरी सामान से जुड़ी वस्तुओं की ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं, लेकिन साथ ही कोविड गाइड लाइन की पालना करना भी सबके लिए जरूरी है. उनका कहना है कि पुलिस बैरियर लगाकर वाहनों को रोक रही है. इससे थोड़ी असुविधा जरूर हो रही है. चार जगह रुककर एक ही सवाल का जवाब देना थोड़ा असहज लगता है.
दुकानदार उमेश कुमार अग्रवाल का कहना है कि कोरोना काल से पहले जो रौनक दुकानों पर रहती थी, वह तो नहीं है लेकिन पिछले कुछ दिनों में लोगों की आवाजाही बढ़ी है. वीकेंड कर्फ्यू का दायरा बढ़ाने से लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं और जरूरी वस्तुओं की खरीदारी कर रहे हैं. उनका कहना है कि अभी सिर्फ 11 बजे तक ही दुकानें खुल रहीं हैं. इसलिए भी दुकानों पर ज्यादा भीड़ दिखाई देती है. उनका कहना है कि दुकान पर आने वाले ग्राहकों को वे मास्क पहनने के लिए प्रेरित करते हैं. इसके साथ ही दो गज की दूरी के नियम की पालना करने के लिए दुकानों के बाहर निर्धारित दूरी के साथ घेरे बनाए गए हैं.
एक अन्य ग्राहक जुगलकिशोर दाधीच का कहना है कि निश्चित रूप से जब तीन दिन दुकानें बंद रहेंगी तो दुकानें खुलने वाले दिनों में लोग जरूरी वस्तुओं की खरीदारी करने बाहर निकल रहे हैं. उनका मानना है कि सरकार ने जो सख्ती की है, वह अच्छा कदम है. पहले जो लापरवाहियां हुईं उसका भयावह परिणाम हम देख चुके हैं. अब ऐसी लापरवाही नहीं होनी चाहिए.
खास बात यह है कि अभी जो लॉकडाउन चल रहा है. उसमें घरों के आसपास की दुकानों से ही खरीदारी करने के लिए जोर दिया जा रहा है. पुलिस भी आसपास की दुकानों तक ही जाने की अनुमति दे रही है. हालांकि, परकोटे के भीतर जो होलसेल की दुकानें हैं वहां भीड़ ज्यादा होने के साथ ही कोविड गाइड लाइन की पालना की भी अनदेखी की जा रही है. यह प्रवृति ऐसे हालात में खतरनाक साबित हो सकती है.
पिछले साल की तरह एकाएक सब बंद करने के बजाए इस बार सरकार ने चरणबद्ध रूप से सख्तियां लागू की हैं. इसका असर यह हुआ कि शुरुआती दिनों में ज्यादा सख्ती नहीं होने से कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ा है. हालांकि बाद में इससे सबक लेते हुए सरकार ने सख्तियां बढ़ाई तो अब कोरोना संक्रमित मरीजों का लगातार बढ़ता आंकड़ा काबू में आया है. ऐसे में आमजन का भी कहना है कि अभी जो सख्तियां चल रही हैं, वह कुछ दिन और लागू रहनी चाहिए.