जयपुर. राजस्थान में 2 विधानसभा सीटों वल्लभनगर और धरियावद में 30 अक्टूबर को उपचुनाव होने हैं. मतदान से पहले 8 अक्टूबर तक दोनों पार्टियों को अपने प्रत्याशियों की घोषणा करनी है, ऐसे में दोनों ही प्रमुख पार्टियां अभी प्रत्याशियों के नाम फाइनल करने में जुटी हुईं हैं. प्रत्याशी फाइनल करने के लिए कांग्रेस पार्टी 3 अक्टूबर को प्रभारी मंत्रियों के साथ इन दोनों विधानसभा सीटों के लिए बनाई गई कोआर्डिनेशन कमेटी के साथ बैठक करेगी.
प्रत्याशियों के नाम फाइनल हो जाने के बाद इस बार पार्टियों के सामने यह भी चुनौती होगी कि चुनाव में प्रचार किस प्रकार हो. इस बार चुनाव आयोग ने रोड शो, रैली ,चुनावी आमसभा पर रोक लगा दी है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी भी अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए नामांकन रैली या आम सभा करने के स्थान पर जिला कांग्रेस को सहयोग देने के लिए सेवादल, महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई को तैनात कर रहा है.
इसके तहत पांच-पांच लोगों की टीम बनाई जाएगी जो दोनों विधानसभा उपचुनाव में नुक्कड़ सभाएं करेंगी. इसके लिए दोनों विधानसभा के जिले के नेताओं के साथ ही जिले के चारों अग्रिम संगठनों को प्रचार की जिम्मेदारी सौप भी दी गई है ताकि कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार में कोई कमी न रहे. हालांकि बड़े नेता भी चुनाव प्रचार के अंतिम दिनों में पहुंचेंगे लेकिन वह भी सीमित लोगों की सभा को ही संबोधित कर सकेंगे. ऐसे में बड़े नेताओं की जगह इस बार पार्टी जिले से संबंधित नेताओं को ही इन चुनाव में आगे कर रही है.
चुनाव प्रचार 48 की जगह 72 घंटे पहले होगा समाप्त
कोरोना के चलते चुनाव आयोग ने जो गाइडलाइन जारी की है उसके अनुसार चुनाव प्रचार 48 घंटे की बजाय 72 घंटे पहले थम जाएगा. गाइड लाइन के अनुसार नामांकन के पहले या नामांकन के बाद में कोई भी पार्टी बड़ी आम सभा, चुनावी रैली या जुलूस नहीं निकाल सकेगी. रोड शो और रैली की भी अनुमति नहीं होगी. चुनाव आयोग ने कहा है कि इस बार जनसंपर्क के दौरान प्रत्याशी केवल पांच व्यक्तियों को लेकर ही जनसंपर्क कर सकेगा. स्ट्रीट कॉर्नर मीटिंग में भी केवल 50 लोगों को ही अनुमति होगी.