जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई पर सीबीआई की रेड और अग्निपथ स्कीम के तहत होने वाली सेना भर्ती पर सवाल खड़े किए. डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली थे और उनके भाई अग्रसेन गहलोत पर सीबीआई का छापा डलवाकर उन्हें डराने का प्रयास केंद्र की मोदी सरकार (Dotasra target Modi Government) ने किया है. मोदी सरकार की यह कार्रवाई सीधे तौर पर यह दिखाती है कि भले ही देश में आपातकाल नहीं हो लेकिन अघोषित आपातकाल की स्थिति है. मोदी सरकार राजनीतिक प्रतिशोध के आधार पर कार्रवाई कर रही है.
डोटासरा ने कहा कि सीबीआई की ओर से आज की तारीख को चुनना यह साबित करता है कि केंद्र की एजेंसियों का दुरुपयोग मोदी सरकार डराने धमकाने के लिए कर रही है. इन केंद्रीय एजेंसियों के जरिए वह अपने राजनीतिक विरोधियों को समाप्त करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि देश में मोदी सरकार ने अपनी हिटलर शाही से लोकतंत्र के खात्मे की नींव रख दी है, अगले दो चार साल में देश में लोकतंत्र नहीं बचेगा. साथ ही न ही देश में चुनाव होगा. डोटासरा ने कहा की केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करना मोदी सरकार बंद करे नहीं तो पूरे देश में इतना आक्रोश फैल जाएगा कि हमारा हाल पाकिस्तान से भी बुरा होगा.
डोटासरा ने कहा कि ईडी की जद में प्रताप सिंह खाचरियावास तो आ चुके हैं और अब दोबारा भी आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि अब बारी हम जैसे 10-15 नेताओं की है, जिनपर कभी भी कार्रवाई हो सकती है. लेकिन हम सब तैयार हैं, उस कार्रवाई के लिए. डोटासरा ने कहा कि मैने अपने घर पहले से ही सोहन पापड़ी मंगवाकर रखी है, जो ऐसी मिठाई है जो 10 दिन भी खराब नहीं होती है. हर 10 दिन में मैं उसे बदल देता हूं की अगर हम जैसे लोगों पर भी कार्रवाई हो तो वह हमारे काम आए.
संविदा पर अग्निवीर बनाकर बनाना चाहते है युवाओं को गुलामः प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सेना में 4 साल के लिए अग्निवीर के तौर पर सैनिकों की भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 8 साल पहले देश के युवाओं, किसानों, व्यापारियों और कर्मचारियों ,उद्योगपतियों से बड़े-बड़े वादे किए थे. लेकिन रात 8 बजे नोटबंदी की घोषणा कर पहले देश की अर्थव्यवस्था खराब की. उसके बाद तीन काले कानून लाकर अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों की कमर तोड़ी.
अब जो दो करोड़ युवाओं को हर साल नौकरी देने का वादा करके सेना में अग्निपथ योजना के तहत संविदा पर सेना में भर्ती करने का एलान कर दिया है, इससे सारी हदें पार हो गई हैं. डोटासरा ने कहा कि मोदी सरकार की यह बताए कि एक सैनिक को वह किस हाल में छोड़ना चाहते हैं. जबकि वह जब सेना में भर्ती होगा तो पहले भर्ती के लिए कंपटीशन करेगा फिर कैसे 25 फीसदी में शामिल हो उसके लिए कंपटीशन करेगा. डोटासरा ने कहा कि अब मोदी सरकार युवाओं को गुलाम बनाने का प्रयास कर रही है.