जयपुर. राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सीकर जिले से आते हैं. भले ही दोनों नेता एक ही जिले से आते हों, लेकिन परस्पर विरोधी बयानों से दोनों के बीच राजनीतिक दूरियां इतनी बढ़ गई हैं कि मामला मानहानि तक पहुंच गया है.
हाल ही उदयपुर में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर वॉइस सैम्पल करवाने के लगातार दिए जा रहे बयानों पर कहा था कि वो उन्हें खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने का मौका दे रहे हैं. जब यह बात डोटासरा तक पहुंची, तो उन्होंने भी केंद्रीय मंत्री को मानहानि का मुकदमा करने का चैलेंज दे (Dotasra challenge Gajendra Singh Shekhawat) दिया. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बोलते हुए डोटासरा ने कहा कि, 'शेखावत उन पर मानहानि का मुकदमा करें. उन्हें मना कौन कर रहा है. वैसे भी अभी तो वह केंद्र में मंत्री हैं, उनके वकीलों के पैसे भी नहीं लगेंगे.'
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डोटासरा ने कहा कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है. अगर उसके बाद भी यह बोलना मानहानि (Dotasra ask to file defamation case) है, तो यह मानहानि सहन करने के लिए मैं तैयार हूं. डोटासरा ने कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत भी सीकर में जन्में हैं और शेखावटी का पानी पिया है और मैंने भी. उनकी मानहानि के मुकदमे की गीदड़ भभकी से मैं डरने वाला नहीं हूं. डोटासरा ने कहा कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान की सेवा करने का मौका मिला, लेकिन वह न तो राजस्थान के लोगों की प्यास बुझा पा रहे हैं, न ही महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर अपनी बात रख पा रहे हैं.
डोटासरा ने इसके आगे बोलते हुए कहा (Dotasra targets Gajendra Singh Shekhawat) कि पता नहीं मेरी उम्र ज्यादा है या गजेंद्र सिंह शेखावत की, लेकिन उनके बालों को देखकर लगता है कि वह मेरे बड़े भाई की तरह हैं. लेकिन सीकर के पानी में तो इतनी झूठ नहीं है, गजेंद्र सिंह ने कहां से इतना झूठ बोलना सीखा, यह मेरी समझ से बाहर है.