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थानागाजी गैंगरेप मामला : आरोपियों को सजा मिलने के बाद बोले डोटासरा, 'राजस्थान सरकार ने दिखाई संवेदनशीलता' - थानागाजी गैंगरेप मामला

थानागाजी में दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और वीडियो वायरल करने के मामले में कोर्ट ने आरोपियों को सजा सुनाई है. पीड़िता को न्याय मिलने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि घटना कहीं भी हो सकती है, लेकिन राजस्थान सरकार ने संवेदनशीलता दिखाई. जबकि उत्तर प्रदेश में भाजपा के मुख्यमंत्री मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं.

Govind Singh Dotasara statement, Thanagaji gang rape case
थानागाजी गैंगरेप मामले में आरोपियों को सजा मिलने के बाद बोले डोटासरा
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Published : Oct 6, 2020, 4:06 PM IST

जयपुर. मई 2019 में अलवर के थानागाजी में दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने का मामला पूरे देश में छाया था. इस मामले में राजस्थान सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी. हालात ये बने कि मामला संसद में उठा तो कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान आकर इस मामले की जानकारी ली थी. मंगलवार को इस मामले में कोर्ट की ओर से 4 लोगों को आजीवन कठोर कारावास की सजा और आईटी एक्ट के मामले में 1 से 5 साल की सजा दी गई है.

थानागाजी गैंगरेप मामले में आरोपियों को सजा मिलने के बाद बोले डोटासरा

महज डेढ़ साल में ही इस मामले में कोर्ट से जब न्याय मिला है तो राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अपनी पुलिस और सरकार की पीठ थपथपाई है. उन्होंने कहा कि घटना कोई भी हो सकती है, कहीं भी हो सकती है, लेकिन सरकार की जिम्मेदारी यह होती है कि वह इस पर कार्रवाई करे और दोषियों को सजा दिलवाए. कोई भी घटना अगर घटित हुई है तो राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में तत्काल एक्शन लिया गया है. पूरी पैरवी की जाती है और दोषियों को सजा दिलवाई जाती है.

पढ़ें- थानागाजी गैंगरेप मामले में 4 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा, DGP बोले पीड़िता को मिला न्याय

साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से हाथरस की घटना है, उसमें मुख्य सवाल यह है कि पुलिस ने संवेदनशीलता नहीं बरती. सरकार के मुखिया को पता होने के बावजूद भी घटना को दबाया गया और जब वह मौत के करीब पहुंच गई तो उसे दिल्ली रेफर किया गया. उससे भी गंभीर बात यह है कि उसके परिजनों को डेडबॉडी नहीं सौंपकर पुलिस के साये में उसको जलाया गया. जलाने के बाद में जनप्रतिनिधियों को नहीं मिलने दिया गया.

डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में जिस तरीके का हल्ला बोल बीजेपी कर रही है, उस घटना को दबाने के लिए और उस घटना से ध्यान हटाने के लिए भाजपा प्रोपेगेंडा कर रही है. राजस्थान की सरकार के समय अगर कोई घटना घटी तो पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया. सरकार के मुखिया ने एक्शन लिया. उन लोगों के चालान पेश हुए और चालान पेश होने के बाद उन लोगों को कोर्ट से सजा मिली. ऐसे में घटना होना अलग बात है, लेकिन सरकार का जो एक्शन घटना होने के बाद हो वह दूसरी बात होती है.

पढ़ें- रवि किशन का बड़ा बयान, पाकिस्तान बॉलीवुड के जरिए भारत में फैला रहा ड्रग्स का जाल

उन्होंने कहा कि सरकार का एक्शन राजस्थान में हमेशा तेजी से होता है और यही कारण है कि थानागाजी के आरोपियों को इतनी जल्दी सजा मिली है, लेकिन भाजपा हर चीज को राजनीतिक चश्मे से देखती है. वह सही तरीके से घटनाओं का मूल्यांकन नहीं कर पा रही है. जब मोदी जी सारी घटनाओं को देख रहे हैं तो फिर वह उन पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं, यह बड़ा सवाल है.

जयपुर. मई 2019 में अलवर के थानागाजी में दलित युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने का मामला पूरे देश में छाया था. इस मामले में राजस्थान सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी. हालात ये बने कि मामला संसद में उठा तो कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान आकर इस मामले की जानकारी ली थी. मंगलवार को इस मामले में कोर्ट की ओर से 4 लोगों को आजीवन कठोर कारावास की सजा और आईटी एक्ट के मामले में 1 से 5 साल की सजा दी गई है.

थानागाजी गैंगरेप मामले में आरोपियों को सजा मिलने के बाद बोले डोटासरा

महज डेढ़ साल में ही इस मामले में कोर्ट से जब न्याय मिला है तो राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अपनी पुलिस और सरकार की पीठ थपथपाई है. उन्होंने कहा कि घटना कोई भी हो सकती है, कहीं भी हो सकती है, लेकिन सरकार की जिम्मेदारी यह होती है कि वह इस पर कार्रवाई करे और दोषियों को सजा दिलवाए. कोई भी घटना अगर घटित हुई है तो राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में तत्काल एक्शन लिया गया है. पूरी पैरवी की जाती है और दोषियों को सजा दिलवाई जाती है.

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साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से हाथरस की घटना है, उसमें मुख्य सवाल यह है कि पुलिस ने संवेदनशीलता नहीं बरती. सरकार के मुखिया को पता होने के बावजूद भी घटना को दबाया गया और जब वह मौत के करीब पहुंच गई तो उसे दिल्ली रेफर किया गया. उससे भी गंभीर बात यह है कि उसके परिजनों को डेडबॉडी नहीं सौंपकर पुलिस के साये में उसको जलाया गया. जलाने के बाद में जनप्रतिनिधियों को नहीं मिलने दिया गया.

डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में जिस तरीके का हल्ला बोल बीजेपी कर रही है, उस घटना को दबाने के लिए और उस घटना से ध्यान हटाने के लिए भाजपा प्रोपेगेंडा कर रही है. राजस्थान की सरकार के समय अगर कोई घटना घटी तो पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया. सरकार के मुखिया ने एक्शन लिया. उन लोगों के चालान पेश हुए और चालान पेश होने के बाद उन लोगों को कोर्ट से सजा मिली. ऐसे में घटना होना अलग बात है, लेकिन सरकार का जो एक्शन घटना होने के बाद हो वह दूसरी बात होती है.

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उन्होंने कहा कि सरकार का एक्शन राजस्थान में हमेशा तेजी से होता है और यही कारण है कि थानागाजी के आरोपियों को इतनी जल्दी सजा मिली है, लेकिन भाजपा हर चीज को राजनीतिक चश्मे से देखती है. वह सही तरीके से घटनाओं का मूल्यांकन नहीं कर पा रही है. जब मोदी जी सारी घटनाओं को देख रहे हैं तो फिर वह उन पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं, यह बड़ा सवाल है.

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