जयपुर. प्रदेश में चार सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इन उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस जोर-शोर से तैयारियों में जुटी गई है. साथ ही बेरोजगारों ने भी सरकार से नाराजगी जताते हुए चारों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर दी है.
बता दें कि राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने भी चारों सीटों पर सरकार को सबक सिखाने के लिए उम्मीदवार उतारने का फैसला कर लिया है. लेकिन खास बात यह है कि बेरोजगार संघ का कहना है कि चूरू के सुजानगढ़ सीट पर चुनाव प्रभारी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के रिश्तेदार को उम्मीदवार बनाया गया है. बेरोजगारों के इस दावे को आज राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सिरे से नकार दिया है. उन्होंने कहा कि उनके बुआ के लड़के इस उम्र के नहीं हैं, जो बेरोजगार हों, यह दावा गलत है कि उनके कोई रिश्तेदार इन चुनाव में बेरोजगारों के साथ हैं.
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वहीं बेरोजगारों की ओर से उम्मीदवार उतारे जाने पर उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र है और प्रजातांत्रिक व्यवस्था में कोई भी चुनाव लड़ सकता है. चुनाव लड़ने से कोई किसी को रोक नहीं सकता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बीजेपी की तरह नहीं है, जो लाठी के जोर पर किसी को चुनाव लड़ने से रोके. संविधान के अनुसार जो योग्य उम्मीदवार होगा, वह चुनाव लड़ सकता है. लेकिन मेरा कोई रिश्तेदार ऐसा नहीं है, जो बेरोजगार आंदोलन में भूमिका निभा रहा है और बेरोजगार होने के चलते ही इन चुनाव में हमारे प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार करें.
'किरोड़ी लाल मीणा को बीजेपी के खिलाफ करना चाहिए प्रदर्शन'
जिस तरीके से राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने प्रदेश सरकार को रोजगार के मामले में गिरते हुए अपने निवास पर युवाओं की सभा बुलाई. उसे लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा को तो केंद्र सरकार का घेराव करना चाहिए. क्योंकि केंद्र सरकार ने दो करोड़ नौकरी देने का वादा बेरोजगारों से किया था.
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ऐसे में उन नौकरियों को लेकर राजस्थान के सभी 25 सांसदों को साथ लेकर किरोड़ी लाल मीणा को केंद्र सरकार का घेराव करना चाहिए. दरअसल, मीणा को आज बेरोजगारों के साथ रैली निकालनी थी, लेकिन रैली तो स्थगित कर दी गई. ऐसे में वे अपने निवास पर बेरोजगारों की मांगों को लेकर जयपुर में सभी किए. साथ ही राज्य सरकार से बेरोजगारों की मांगे मनवाने की बात कही.