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सीने में लगी गोली रीढ़ की हड्डी में फंसी, SMS के चिकित्सकों ने निकालकर रचा इतिहास

जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल के डॅाक्टरों ने रीढ़ की हड्डी से गोली निकालकर एक जटिल ऑपरेशन को अंजाम दिया है. इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देकर उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में इतिहास रच दिया है.

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Published : Nov 5, 2019, 8:02 PM IST

जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल के डॅाक्टरों ने जटिल ऑपरेशन कर रीढ़ की हड्डी से गोली को निकाला है. यह ऑपरेशन कर राजधानी के डॅाक्टरों ने एक बार फिर इतिहास रचा है. वहीं ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत में सुधार हो रहा है.

एसएमएस हॉस्पिटल के डॅाक्टरों ने रचा इतिहास

बता दें कि सवाई मानसिंह अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ. मनीष अग्रवाल ने बताया कि आगरा निवासी आकाश सिंह को सीने में गोली लगी थी. जिसके बाद उसे सवाई मानसिंह अस्पताल रेफर किया गया. जब उसे अस्पताल लाया गया तो उसकी हालत काफी नाजुक थी तो ऐसे में तुरंत ऑपरेशन कर गोली निकालने का निर्णय लिया गया. डॉ. अग्रवाल ने बताया कि गोली छाती में लगने के बाद रीढ़ की हड्डी में फंस गई. जिससे मरीज का एक फेफड़ा बुरी तरह क्षतिग्रस्त भी हो गया था. ऐसे में यह ऑपरेशन काफी जटिल हो गया.

यह भी पढे़ं. दूसरे प्रदेश के क्रिकेट खिलाड़ी अब राजस्थान में नहीं खेल सकेंगे Cricket, आरसीए बनाएगा नियम

अगर थोड़ी सी भी इसमें चूक हो तो मरीज की जान भी जा सकती थी. फिर मरीज को पैरालाइसिस भी हो सकता था. वहीं उसे गोली लगने के बाद मरीज के रीढ़ की हड्डी में कुछ फ्रैक्चर भी हो गए थे. ऑपरेशन के बाद चिकित्सकों का कहना है कि मरीज की हालत में लगातार सुधार हो रहा है. मरीज को जल्दी ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. मरीज का ऑपरेशन ट्रॉमा सेंटर में किया गया, जहां डॉ. मनीष के अलावा डॉक्टर बी एल बेरवा और डॉक्टर मधुर ने इस जटिल ऑपरेशन को अंजाम दिया.

जयपुर. सवाई मानसिंह अस्पताल के डॅाक्टरों ने जटिल ऑपरेशन कर रीढ़ की हड्डी से गोली को निकाला है. यह ऑपरेशन कर राजधानी के डॅाक्टरों ने एक बार फिर इतिहास रचा है. वहीं ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत में सुधार हो रहा है.

एसएमएस हॉस्पिटल के डॅाक्टरों ने रचा इतिहास

बता दें कि सवाई मानसिंह अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ. मनीष अग्रवाल ने बताया कि आगरा निवासी आकाश सिंह को सीने में गोली लगी थी. जिसके बाद उसे सवाई मानसिंह अस्पताल रेफर किया गया. जब उसे अस्पताल लाया गया तो उसकी हालत काफी नाजुक थी तो ऐसे में तुरंत ऑपरेशन कर गोली निकालने का निर्णय लिया गया. डॉ. अग्रवाल ने बताया कि गोली छाती में लगने के बाद रीढ़ की हड्डी में फंस गई. जिससे मरीज का एक फेफड़ा बुरी तरह क्षतिग्रस्त भी हो गया था. ऐसे में यह ऑपरेशन काफी जटिल हो गया.

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अगर थोड़ी सी भी इसमें चूक हो तो मरीज की जान भी जा सकती थी. फिर मरीज को पैरालाइसिस भी हो सकता था. वहीं उसे गोली लगने के बाद मरीज के रीढ़ की हड्डी में कुछ फ्रैक्चर भी हो गए थे. ऑपरेशन के बाद चिकित्सकों का कहना है कि मरीज की हालत में लगातार सुधार हो रहा है. मरीज को जल्दी ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. मरीज का ऑपरेशन ट्रॉमा सेंटर में किया गया, जहां डॉ. मनीष के अलावा डॉक्टर बी एल बेरवा और डॉक्टर मधुर ने इस जटिल ऑपरेशन को अंजाम दिया.

Intro:जयपुर- जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के चिकित्सकों ने एक बार फिर इतिहास रचा है और जटिल ऑपरेशन कर रीड की हड्डी से गोली को निकाला है
Body:सवाई मानसिंह अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ मनीष अग्रवाल ने बताया कि आगरा निवासी आकाश सिंह को सीने में गोली लगी थी जिसके बाद उसे सवाई मानसिंह अस्पताल रैफर किया गया था जब उसे अस्पताल लाया गया तो उसकी हालत काफी नाजुक थी तो ऐसे में तुरंत ऑपरेशन कर गोली निकालने का निर्णय लिया गया डॉ मनीष अग्रवाल ने बताया कि गोली छाती में लगने के बाद रीड की हड्डी में फंस गई और मरीज का एक फेफड़ा बुरी तरह क्षतिग्रस्त भी हो गया था ऐसे में यह ऑपरेशन काफी जटिल हो गया और अगर थोड़ी सी भी इसमें चूक हो तो मरीज की जान भी जा सकती थी या फिर उसे पैरालाइसिस हो सकता था गोली लगने के बाद मरीज के रीढ़ की हड्डी में कुछ फ्रैक्चर भी हो गए थे ऑपरेशन के बाद चिकित्सकों का कहना है कि मरीज की हालत में लगातार सुधार हो रहा है और जल्द ही उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। मरीज का ऑपरेशन ट्रॉमा सेंटर में किया गया जहां डॉ मनीष के अलावा डॉक्टर बी एल बेरवा और डॉक्टर मधुर ने इस जटिल ऑपरेशन को अंजाम दिया
बाईट- डॉ मनीष अग्रवाल न्यूरो सर्जन एस एम एस हॉस्पिटलConclusion:
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