जयपुर. संभागीय आयुक्त डॉ. समित शर्मा ने झुंझुनू में निरीक्षण के दौरान विभिन्न कार्यालयों एवं योजनाओं में मिली वित्तीय अनियमितता के संबंध में जिला कलेक्टर और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को संबंधित से गबन राशि वसूलने और सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही दौसा में निरीक्षण में गैरहाजिर मिले अधिकारियों और कर्मचारियों को चार्जशीट देने के निर्देश भी दिए हैं. संभागीय आयुक्त डॉ. शर्मा ने बताया कि 16 दिसम्बर को संभाग के सभी जिलों में एक साथ सरकारी कार्यालयों एवं योजनाओं की क्रियान्विति का निरीक्षण कराया गया था. इसी क्रम में संभागीय आयुक्त कार्यालय के तीन सदस्यीय दल ने झुंझुनू जिले के सरकारी कार्यालयों और योजनाओं की धरातलीय क्रियान्विति की जांच कर हकीकत जानी और रिपोर्ट पेश की है.
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उन्होंने बताया कि निरीक्षण दल को अधिकतर कार्यालयों में स्टाफ समय पर उपस्थित एवं व्यवस्थाएं सुचारू मिली. कुछ स्थानों पर खामियां मिली है, उन्हें सुधारने के निर्देश दिए गए हैं. दो-तीन जगह वित्तीय अनियमितता के मामले भी सामने आए हैं. इनमें संबंधित कार्मिक से गबन की राशि वसूलने और सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. संभागीय आयुक्त ने बताया कि निरीक्षण दल ने नवलगढ़ पंचायत समिति की कसेरू ग्राम पंचायत में नागरमल के प्रधानमंत्री आवास योजना में बने आवास का निरीक्षण किया. यहां शौचालय बना हुआ नहीं था, लेकिन राशि का अंकन किया हुआ मिला. इसे गंभीर अनियमितता मानते हुए कनिष्ठ अभियंता एवं ग्राम विकास अधिकारी से शौचालय पर व्यय राशि वसूल कर सीसीए नियमों के तहत सख्त कार्वाई की जाएगी.
दौसा में अनुपस्थित मिले अधिकारीयों-कर्मचारियों को मिलेगी चाजर्शीट
संभागीय आयुक्त कार्यालय के विशेष जांच दलों द्वारा दौसा जिले के 8 कार्यालयों के 200 अधिकारियों-कर्मचारियों का निरीक्षण किया गया, जिसमें से 7 अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को डॉ. शर्मा ने चार्जशीट देने के निर्देश दिए हैं. राजकीय राजेश पायलेट पॉलिटेक्निक कॉलेज दौसा के हरनारायण मीना, जयसीराम मीना, निकेश कुमार गर्ग इसके अलावा जेवीवीएनएल-प्रथम के पवन माहेश्वरी, जैनाराम मीना एवं नगर परिषद दौसा के हरिप्रसाद मीना, मुरली देवी को अनुपस्थित पाए जाने पर चार्जशीट देने के निर्देश दिए.