जयपुर. राजधानी के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर सहित प्रमुख धार्मिक स्थल करीब ढाई महीने बाद सोमवार से श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं. गोविंद देव जी मंदिर में कोविड गाइडलाइन की पालना कराने के लिए स्वयंसेवक भी तैनात रहे. राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार धार्मिक स्थलों पर आमजन शाम 4 बजे तक ही पूजा और दर्शन कर सकेंगे.
- राज्य सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की
- धार्मिक स्थल सुबह 5 बजे से शाम 4 बजे खोलने के निर्देश
- ढाई महीने बाद खुले प्रदेश के सभी मंदिर
- श्रद्धालुओं के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी रखना अनिवार्य
- प्रसाद वितरण पर रोक
जयपुर के मंदिरों में सोमवार की सुबह से ही श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने के लिए पहुंचे. इस दौरान मंदिरों में बड़े आयोजन और परिसर में रुक कर आराधना करने पर पाबंदी रही. गोविंद देव जी मंदिर के कपाट आम जनता के लिए सुबह 7:45 बजे खोल दिया गया. जिसके बाद गोविंद देव की श्रृंगार, झांकी और राजभोग झांकी की गई. श्रद्धालुओं ने भगवान का दर्शन किया. आरती के दौरान भक्तों को मंदिर प्रांगण में जमा नहीं होने दिया गया. वहां तैनात स्वयंस्वकों ने उन्हें मंदिर से रवाना कर दिया.
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मंदिर में भजन, आरती और जप पर पाबंदी
वहीं शाम को होने वाली ग्वाल, संध्या और शयन आरती के समय भगवान के दर्शन नहीं हो सकेगा. कोरोना गाइडलाइन की पालना कराने के लिए मंदिर प्रांगण में बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है. जिससे श्रद्धालु क्रमबद्ध भगवान के दर्शन कर सकें. मंदिर में बैठकर भजन, आरती और जप करने पर पाबंदी है. श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था पर रोक लगाई गई है.
जिला कलेक्टर ने मंदिरों में व्यवस्थाओं का लिया था जायजा
इससे पहले रविवार को कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने गोविंद देव जी और मोती डूंगरी मंदिर (Moti Dungri Temple) सहित प्रमुख धार्मिक स्थलों का जायजा भी लिया था. साथ ही मंदिर से जुड़े व्यक्ति, पुजारी और सेवादारों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है या नहीं, ये सुनिश्चित किया गया.