जयपुर. 11 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को निजी स्कूल संचालकों का अनिश्चितकालीन महापड़ाव शुरू हो गया है. बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी निजी स्कूल संचालकों के साथ (school reopening Rajasthan) आए. इस दौरान परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खचारियावास महापड़ाव स्थल पर वार्ता करने पहुंचे और सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन महापड़ाव अभी भी जारी है.
स्कूल शिक्षा परिवार के प्रदेशाध्यक्ष अनिल शर्मा का कहना है कि जब तक लिखित आदेश जारी नहीं होता, वे महापड़ाव स्थल से नहीं हटेंगे. उन्होंने सड़क पर उतरने की भी चेतावनी दी है.
महापड़ाव को संबोधित करते हुए सांसद किरोड़ीलाल मीणा (Kirodi Lal Meena) ने कहा कि शहरों में ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा है. लेकिन ग्रामीण इलाकों में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था नहीं है. सरकार स्कूल नहीं खोलकर ग्रामीण इलाकों के बच्चों के साथ खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने कहा कि जब तक स्कूल खोलने के आदेश जारी नहीं होते, वे स्कूल संचालकों के साथ बैठे रहेंगे.
यह भी पढ़ें. बेरोजगारों की बड़ी मांग पूरी, रीट-2016 में 1385 पदों पर सरकार ने जारी की प्रतीक्षा सूची
किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि निजी स्कूलों में छात्रवृत्ति, साइकिल, स्कूटी और लैपटॉप वितरण भी बंद कर दिया गया है. इसे भी चालू किया जाना चाहिए. सरकार की ओर से निजी स्कूल संचालकों से वार्ता करने आए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खचारियावस ने कहा कि स्कूल संचालकों की सभी मांग जायज है और एक निश्चित प्रक्रिया के तहत उनकी सभी मांगों पर कार्रवाई की जाएगी.