जयपुर. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ओलावृष्टि से हताहत किसानों को राहत देने की बात कही थी तो वहीं पूर्व चिकित्सा मंत्री और विधायक कालीचरण सराफ ने फार्मासिस्ट भर्ती परीक्षा रद्द करने पर नाराजगी जताते हुए मेरिट के आधार पर तुरंत फार्मासिस्ट की भर्ती करने की मांग मुख्यमंत्री से की है.
सतीश पूनिया ने बयान जारी कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ध्यान हाल ही में प्रदेश के कई जिलों में हुई ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों की ओर आकर्षित किया है. साथ ही उन्होंने यह भी आग्रह किया है कि संकट की इस घड़ी में प्रदेश सरकार इस मामले पर संज्ञान लेते हुए ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान की अविलंब गिरदावरी करवाकर प्रभावित किसानों को मुआवजा दें.
पूर्व चिकित्सा मंत्री और मौजूदा भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने भी एक बयान जारी कर फार्मासिस्ट भर्ती परीक्षा को आनन-फानन में रद्द करने के मामले में प्रदेश सरकार को घेरा है. कालीचरण सराफ ने कहां कि कोरोना के चलते चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने के लिए तुरंत बिना परीक्षा के मेरिट के आधार पर फार्मासिस्ट की भर्ती करना चाहिए.
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साथ ही सराफ ने यह भी कहा कि परीक्षा रद्द करके सरकार ने लंबे समय से भर्ती का इंतजार कर रहे प्रदेश के बेरोजगार फार्मासिस्ट के सपनों पर कुठाराघात किया है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि प्रदेश में लंबे समय से रिक्त चल रहे 1736 पदों की भर्ती के लिए 2 वर्षों में दो बार आवेदन मांगे गए और अंत में 27 दिसंबर को आयोजित होने वाली भर्ती परीक्षा के लिए 20 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन भी किया.
जिसकी फीस तक जमा करा दी गई लेकिन प्रदेश सरकार ने अचानक परीक्षा को निरस्त करने का निर्णय ले लिया. जिससे सालों से भर्ती का इंतजार कर रहे रोजगार युवा अपने आपको आज ठगा सा महसूस कर रहे हैं. कालीचरण सराफ ने मांग करते हुए कहा है कि कोरोना से लड़ाई में फार्मासिस्ट की भूमिका अहम होती है, इसलिए सरकार इस मामले पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए जल्द ही मेरिट के आधार पर यह भर्ती करें.