जयपुर. कोरोना काल (Corona Pandemic) में निजी स्कूलों द्वारा फीस वसूली के मामले में भले ही सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने पिछले दिनों अपना फैसला सुना दिया है. इसके बाद भी यह मामला फिलहाल शांत होता नहीं दिख रहा है.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने फीस एक्ट 2016 (Fee Act 2016) के अनुसार कोरोना काल की फीस वसूली का आदेश दिया है. लेकिन संयुक्त अभिभावक संघ (Rajasthan Sanyukt Abhibhavak Sangh) का आरोप है कि न तो निजी स्कूलों द्वारा फीस एक्ट की पालना की जा रही है और न ही सरकार इसकी पालना करवाने को लेकर गंभीरता दिखा रही है.
इसके साथ ही पिछले दिनों शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Rajasthan Education Minister Govind Singh Dotasra) द्वारा 2 अगस्त से स्कूल खोलने की घोषणा करने और इसके अगले ही दिन इस संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा पांच मंत्रियों की कमेटी बनाने के मामले को लेकर अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा को घेरा है.
पढ़ें : स्कूल खोलने पर डोटासरा का U-Turn, कहा- कमेटी की रिपोर्ट के बाद होगा अंतिम निर्णय
संयुक्त अभिभावक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरविंद अग्रवाल का कहना है कि स्कूल खोलने को लेकर जो जल्दबाजी मंत्री डोटासरा ने दिखाई है, उससे लगता है कि वे निजी स्कूलों के दबाव में काम कर रहे हैं. उन्होंने तो शिक्षा मंत्री से इस्तीफा लेने या उन्हें हटाने तक की मांग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से की है.
संयुक्त अभिभावक संघ के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन का कहना है कि फीस एक्ट की पालना सुनिश्चित करवाने और शिक्षा मंत्री को हटाने की मांग को लेकर 30 जून को अभिभावक शिक्षा संकुल का घेराव कर हल्ला बोलेंगे. उनका कहना है कि सरकार की अभिभावक विरोधी नीतियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और न्याय मिलने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा.