जयपुर. राजगढ़ विधायक जौहरी लाल मीणा के पुत्र पर लगे नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी के मामले (MLA Johri Lal Meena son is accused of gang rape) में आज पीड़ित परिवार ने जयपुर पहुंचकर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ से न्याय की गुहार (Victim family pleaded with Rajendra Rathore) लगाई. पीड़ित परिवार ने राठौड़ से कहा कि मामला दर्ज कराने के तीन माह गुजर जाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. राठौड़ ने इस मामले में डीजीपी से बात कर चेतावनी दी कि यदि दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो भाजपा सड़कों पर उतरकर विरोध करेगी.
दौसा गैंगरेप मामले (Dausa Gang Rape case) में पीड़ित परिवार ने राठौड़ से मुलाकात के दौरान यह भी बताया कि पुलिस ने पीड़ित किशोरी से 164 के बयान भी ले लिए लेकिन स्थानीय पुलिस अधिकारी विधायक पुत्र के खिलाफ कोई कार्रवाई करने से बच रहे हैं. हालत यह है कि मामला एसपी की दखल के बाद ही दर्ज किया गया. पीड़ित के पिता ने यह भी कहा कि मामला दर्ज होने के बाद से ही परिवार को लगातार धमकियां मिल रही हैं. वहीं सुरक्षा के नाम पर जो 2 कॉन्स्टेबल पीड़ित परिवार के यहां तैनात किए गए थे, अब उन्हें भी हटा लिया गया है.
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वहीं प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि गृह मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री को इस मामले में संज्ञान लेते हुए दोषी विधायक पुत्र पर कार्रवाई करानी चाहिए. राठौर ने कहा कि आज आलम यह है कि सभी विधायक खुद को मुख्यमंत्री से कम नहीं समझते हैं. ऐसे में पुलिस भी दबाव में ही काम कर रही है. राठौड़ ने डीजीपी एमएल लाठर से फोन पर बात कर पीड़ित परिवार को सोमवार को उनके पास भेजने की बात कही. यह भी कहा कि यदि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो भाजपा इस मामले को उठाएगी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएगी.
राज्य बीमा एवं प्रावधार्थी निधि विभाग के कर्मचारी मिले यह रखी मांग-
राजेंद्र राठौड़ से शुक्रवार सुबह राज्य बीमा एवं प्रावधार्थी निधि विभाग से जुड़े कर्मचारी भी मिले और अपनी समस्याएं रखीं. कर्मचारी राज्य सरकार की ओर से विभाग के भवन को हटाकर नया भवन बनाने से नाखुश थे. इनका आरोप था कि जो भवन बनाया गया है. वह बेहतर अवस्था में है और उसमें बकायदा कर्मचारियों के अंशदान का पैसा लगा है. बावजूद इसके 80 करोड़ खर्च कर सरकार नया भवन बनाने पर आमादा है जिसके खिलाफ कर्मचारी आंदोलनरत हैं.
बयानबाजी नहीं जानता में रखे अपना रिपोर्ट कार्ड : अपराधियों के मकान पर बुलडोजर चलाने के मामले में यूपी और मध्य प्रदेश सरकार पर तंज कसने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने पलटवार किया है. राठौड़ ने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल का अंतिम पड़ाव चल रहा है और मुख्यमंत्री संविधान खतरे में दोहरा कर भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं. जबकि जनता चाहती है कि गहलोत सरकार अपने कामकाज का रिपोर्ट कार्ड जनता में पेश करे.
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि भाजपा और केंद्र के मोदी सरकार पर आरोप लगाना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फितरत बन चुकी है. लेकिन प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बार-बार दोहराए जाने वाले आरोपों के झांसे में आने वाली नहीं है, क्योंकि राजस्थान की जनता चाहती है कि जिस सरकार की उम्र पूरी होने वाली है वह कम से कम अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के बीच रखे कि आखिर अब तक के कार्यकाल में सरकार ने किया क्या है. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सरकार पर अपराधियों के भवन पर बुलडोजर चलाने का बयान तो देते हैं, लेकिन राजस्थान में रीट मामले में अपराधी राम कृपाल मीणा के जयपुर के भवन को फिर क्यों जमींदोज किया गया, इस बारे में भी बता दें. राठौड़ ने कहा कि केवल बयान देने से कुछ नहीं होगा, अब जनता को अपना रिपोर्ट कार्ड भी देना होगा.
हेल्थ टू राइट के दावों की निकली हवा : प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ ने SMS अस्पताल में फैली अव्यवस्था मामले में भी मुख्यमंत्री पर निशाना साधा. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने बयानों में राइट टू हेल्थ का झुनझुना जनता को पकड़ाते हैं. लेकिन हर बार बजट में स्वास्थ्य विभाग के लिए घोषणाएं करने के बावजूद सरकारी अस्पतालों की हालत खराब है. राठौड़ ने कहा कि जयपुर में मुख्यमंत्री को आम जनता ने SMS अस्पताल में ही इसके लिए अवगत कराया, जबकि आज केवल एसएमएस अस्पताल ही नहीं अन्य सरकारी अस्पतालों के भी यही हालात है और खुद मुख्यमंत्री गहलोत के गृह जिले जोधपुर के सरकारी अस्पताल भी इससे अछूता नहीं है. राठौड़ ने कहा कि भाजपा भी जल्द एसएमएस अस्पताल अपने दल को भेज कर वहां की स्थिति का जायजा लेगी.