जयपुर. राजस्थान विधानसभा के बाहर शुक्रवार को उस समय अचानक प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए, जब माकपा के विधायक बलवान पूनिया अचानक अपने कुछ समर्थकों को साथ लेकर विधानसभा के गेट पर धरना देने पहुंच गए. विधायक बलवान पूनिया पिपली हरियाणा में चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन दे रहे थे.
इसके साथ ही बलवान पूनिया ने केंद्र सरकार से आवश्यक वस्तु कानून 1925 में संशोधन मंडी समिति एपीएमसी (कृषि उपज वाणिज्य एवं व्यापार संवर्धन व सुविधा) अध्यादेश 2020, मूल्य आश्वासन पर (बंदोबस्ती और सुरक्षा) समझौता कृषि सेवा अध्यादेश 2020 को वापस लेने की मांग कर रहे थे. राजस्थान विधानसभा के बाहर धरना और नारेबाजी कर विधायक बलवान पूनिया केंद्र सरकार का विरोध कर रहे थे.
पढ़ें- दूसरे मुद्दे लाकर जनता का ध्यान भटका रही मोदी सरकार, भारत-चीन तनाव पर स्थिति स्पष्ट नहीं: सचिन पायलट
वहीं, पूनिया ने यह प्रदर्शन विधानसभा के बाहर किया था, ऐसे में प्रशासन के अचानक हुए इस प्रदर्शन से हाथ पैर फूल गए क्योंकि विधानसभा को अति संवेदनशील माना जाता है. ऐसे में इसके आसपास हर समय धारा 144 लगी रहती है. ऐसे में विधानसभा के बाहर किसी तरीके का विरोध प्रदर्शन नहीं हो सकता है.
वहीं, अचानक हुए इस विरोध प्रदर्शन के बाद तुरंत पुलिस कर्मियों ने मामला संभाला और विधायक बलवान पूनिया को लेकर जिला कलेक्ट्रेट चले गए. जहां पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जयपुर कलेक्टर को दिलवाया गया.