जयपुर. राजधानी जयपुर के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में देश की स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल किया जा रहा है. जहां अब तक 1000 वॉलिंटियर्स को यह वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इसी बीच सोमवार को अस्पताल में 78 वर्षीय ऐसे शख्स भी पहुंचे, जिन्होंने इस वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में भाग लिया है.
78 वर्षीय शंभू सिंह एयरफोर्स से रिटायर हैं और जब उनसे वैक्सीनेशन के ट्रायल को लेकर पूछा गया तो उनका कहना था कि पहले उन्होंने एयर फोर्स में रहते हुए देश की सेवा की और एक बार फिर उन्हें देश की सेवा करने का मौका मिला है, क्योंकि अभी भी लोग वैक्सीनेशन से जुड़ी ट्रायल में भाग लेने से कतरा रहे हैं और खासकर वृद्ध जन. ऐसे में जब उन्हें इस ट्रायल के बारे में पता चला तो उन्होंने वैक्सीनेशन से जुड़े ट्रायल में भाग लेने का निर्णय लिया और वैक्सीनेशन से जुड़ी इस ट्रायल को वे देश सेवा ही मानते हैं.
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वहीं, वैक्सीनेशन का काम देख रहे अस्पताल के चिकित्सक मनीष जैन का कहना है कि शुरुआती चरण में काफी कम वॉलिंटियर्स वैक्सीनेशन से जुड़े ट्रायल में शामिल हो रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे लोगों को इसकी जानकारी मिल रही है. वैसे-वैसे राजस्थान से ही नहीं, बल्कि अन्य प्रदेशों से भी लोग वैक्सीनेशन से जुड़ी इस प्रक्रिया में शामिल होने पहुंच रहे हैं और अब तक लगभग 1000 वॉलिंटियर्स को यह वैक्सीन लगाई जा चुकी है. जिसमें आम लोगों से लेकर ब्यूरोक्रेट्स हाई कोर्ट के जज और सेना से जुड़े वॉलिंटियर्स भी शामिल हैं.
अभी तक नहीं साइड इफेक्ट...
भारत बायोटेक द्वारा तैयार की गई इस को-वैक्सीन का ट्रायल जयपुर में किया जा रहा है. ट्रायल की प्रक्रिया के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉक्टर मनीष जैन का कहना है कि जितने भी वॉलिंटियर्स पर यह टीका लगाया गया है, उनमें अभी तक किसी तरह के कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिले हैं. हालांकि कुछ मरीजों में हल्की बुखार और बदन दर्द जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं.