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SPECIAL : जयपुर में 24 घंटे काम कर रहे हैं कोविड डेडिकेटेड कंट्रोल रूम...बेड, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर से लेकर तमाम जानकारियों के लिए संपर्क करें

कोरोना के संक्रमण की रोकथाम और लोगों तक सही जानकारी पहुंचाने के लिए जयपुर जिला प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम स्थापित किये गए हैं. ये कंट्रोल रूम अलग-अलग तरह से लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं.

Jaipur Corona Control Room
जयपुर जिला कोविड डेडिकेटेड कंट्रोल रूम
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Published : May 23, 2021, 7:44 PM IST

Updated : May 23, 2021, 8:04 PM IST

जयपुर. जिला प्रशासन की ओर से आम जनता को राहत देने के लिए कोविड डेडिकेटेड कंट्रोल रूम शुरू किया गया है. यह कंट्रोल रूम जिला कलेक्ट्रेट के वीसी रूम से संचालित किया जा रहा है. यह 24 घंटे काम कर रहा है.

कोविड डेडिकेटेड कंट्रोल रूम

कंट्रोल रूम में अलग-अलग शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. ये कर्मचारी 8-8 घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं. कंट्रोल रूम 23 अप्रैल को शुरू किया गया था. तब से अब तक यहां ऑक्सीजन और रेमडीसीवीर से संबंधित 3000 से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं. कंट्रोल रूम के जरिये अस्पतालों में उपलब्ध बेड की जानकारी भी मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है. यहां सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीजों के लिए उपलब्ध बेड की सटीक जानकारी दी जा रही है. हालांकि बेड से संबंधित कॉल की डिटेल कर्मचारी दर्ज नहीं कर रहे. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

Jaipur Corona Control Room
जिला कलेक्टर खुद कर रहे मॉनीटरिंग

24 घंटे काम कर रहे कंट्रोल रूम

जिला कलेक्ट्रेट में नियमित रूप से चलने वाला कंट्रोल रूम भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए काम कर रहा है. यह कंट्रोल रूम भी 24 घंटे काम करता है. इन दिनों यहां भी 150 से अधिक कॉल ऑक्सीजन, अस्पतालों में मौजूद बेड और रेमेडेसिविर से संबंधित आ रही हैं. यहां कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि जब यहां कोविड से संबंधित कॉल आती हैं तो वे डेडीकेटेड कंट्रोल रूम के नंबर दे देते हैं. संबंधित लोग वहां फोन कर जानकारी प्राप्त कर रहे हैं.

Jaipur Corona Control Room
अस्पतालों के बेड पर नजर

उपखंड अधिकारी जयपुर के कार्यालय में भी कोरोना कंट्रोल रूम चल रहा है. यहां जिला स्तर पर आने वाली समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. जयपुर एसडीएम दफ्तर में संचालित होने वाले कोरोना कंट्रोल रूम के प्रभारी बीएल पालीवाल ने बताया यह कंट्रोल रूम अप्रैल के तीसरे हफ्ते से संचालित किया जा रहा है. अब तक करीब 3000 शिकायत इस कंट्रोल रूम पर आ चुकी हैं.

पढ़ें- कोरोना वैक्सीनेशन: डॉक्टर से जानिए कौन कब लगवा सकता है वैक्सीन?

75 फीसदी कॉल ऑक्सीजन-बेड संबंधित

उन्होंने बताया कि अधिकांश कॉल अस्पतालों में बेड की उपलब्धता और ऑक्सीजन आदि से संबंधित आ रहे हैं. शुरुआत में 200 से अधिक कॉल आती थी, लेकिन अब सौ से अधिक कॉल प्रतिदिन आ रही हैं. कंट्रोल रूम में कॉल करने वाले व्यक्ति की समस्या का तुरंत समाधान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले साल लॉकडाउन में भोजन से संबंधित 70 फीसदी कॉल आती थी, लेकिन अब 75 फीसदी कॉल बेड और ऑक्सीजन से संबंधित आ रही हैं.

Jaipur Corona Control Room
लगातार लोगों को दे रहे जानकारी

प्राइवेट अस्पताल मनमानी नहीं कर सकते

पालीवाल ने कहा कि कोरोना काल में प्राइवेट हॉस्पिटल प्रशासन मनमानी नहीं करें इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से आरएएस अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है. अस्पताल प्रशासन को एक निश्चित राशि ही मरीजों से लिए जाने के लिए पाबंद किया गया है. यदि इसके अलावा हॉस्पिटल प्रशासन अधिक राशि वसूलता है तो कंट्रोल रूम के माध्यम से मरीजों को राहत दी जा रही है. ऑक्सीजन और दवाइयों से संबंधित काल भी कोरोना कंट्रोल रूम में आ रहे हैं. जिनका समाधान जयपुर एसडीएम दफ्तर कर रहा है.

बेड का ऑनलाइन डाटा है कंट्रोल रूम के पास

अतिरिक्त जिला कलेक्टर अशोक कुमार चौधरी ने बताया कि कोविड डेडिकेटेड कंट्रोल रूम में दो आरएएस अधिकारी और एक डिप्टी डायरेक्टर को लगाया गया है. यहां आने वाली ऑक्सीजन, बेड और रेमडेसिविर से संबंधित शिकायतों को दर्ज कर उसका समाधान किया जा रहा है. कंट्रोल रूम में सरकारी और निजी अस्पतालों की बेड का ऑनलाइन डाटा उपलब्ध है. जिसके माध्यम से संक्रमित मरीजों के लिए उपलब्ध होने वाले बेड की जानकारी मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम में रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर भी शिकायत आ रही हैं.

पढ़ें- दौसा में Third Wave ? 21 दिन में 341 बच्चे पॉजिटिव...क्या ये तीसरी लहर की दस्तक !

रेमडेसिविर के लिए कमेटी कर रही काम

रेमडीसिविर की सप्लाई और मांग के बीच एक बड़ा अंतर है जिसके कारण परेशानी हो रही है. फिर भी कंट्रोल रूम के माध्यम से रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों को उपलब्ध कराने के पूरे प्रयास किए जाते हैं. उन्होंने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. किसी व्यक्ति को यह इंजेक्शन देने की बजाय चिकित्सालयों को यह रेमडीसिविर इंजेक्शन दिया जा रहा है. सीरियस और जरूरतमंद मरीजों को रेमडीसिविर इन्जेक्शन देने की प्राथमिकता कमेटी की है.

Jaipur Corona Control Room
ऑक्सीजन से लेकर रेमडेसिविर तक का डाटा

ये हैं कट्रोल रूम के नंबर

कोविड डेडीकेटेड कंट्रोल रूम का प्रभारी सहायक कलेक्टर प्रथम अर्शदीप बराड़ को नियुक्त किया गया है. कंट्रोल रूम के नंबर 0141-220 5175 और 0141 220 5176 हैं. प्रत्येक पारी में चिकित्सा अधिकारियों की भी ड्यूटी इस कंट्रोल रूम में लगाई गई है. ताकि मरीजों को सही जानकारी मिल सके. जयपुर उपखंड अधिकारी के दफ्तर में संचालित होने वाले कोरोना कंट्रोल रूम के नंबर 0141-2209008 है. इसके अलावा नियमित रूप से जिला कलेक्ट्रेट में संचालित होने वाले कंट्रोल रूम के नंबर 0141- 2204475 है.

जयपुर. जिला प्रशासन की ओर से आम जनता को राहत देने के लिए कोविड डेडिकेटेड कंट्रोल रूम शुरू किया गया है. यह कंट्रोल रूम जिला कलेक्ट्रेट के वीसी रूम से संचालित किया जा रहा है. यह 24 घंटे काम कर रहा है.

कोविड डेडिकेटेड कंट्रोल रूम

कंट्रोल रूम में अलग-अलग शिफ्ट में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. ये कर्मचारी 8-8 घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं. कंट्रोल रूम 23 अप्रैल को शुरू किया गया था. तब से अब तक यहां ऑक्सीजन और रेमडीसीवीर से संबंधित 3000 से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं. कंट्रोल रूम के जरिये अस्पतालों में उपलब्ध बेड की जानकारी भी मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है. यहां सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीजों के लिए उपलब्ध बेड की सटीक जानकारी दी जा रही है. हालांकि बेड से संबंधित कॉल की डिटेल कर्मचारी दर्ज नहीं कर रहे. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

Jaipur Corona Control Room
जिला कलेक्टर खुद कर रहे मॉनीटरिंग

24 घंटे काम कर रहे कंट्रोल रूम

जिला कलेक्ट्रेट में नियमित रूप से चलने वाला कंट्रोल रूम भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए काम कर रहा है. यह कंट्रोल रूम भी 24 घंटे काम करता है. इन दिनों यहां भी 150 से अधिक कॉल ऑक्सीजन, अस्पतालों में मौजूद बेड और रेमेडेसिविर से संबंधित आ रही हैं. यहां कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि जब यहां कोविड से संबंधित कॉल आती हैं तो वे डेडीकेटेड कंट्रोल रूम के नंबर दे देते हैं. संबंधित लोग वहां फोन कर जानकारी प्राप्त कर रहे हैं.

Jaipur Corona Control Room
अस्पतालों के बेड पर नजर

उपखंड अधिकारी जयपुर के कार्यालय में भी कोरोना कंट्रोल रूम चल रहा है. यहां जिला स्तर पर आने वाली समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. जयपुर एसडीएम दफ्तर में संचालित होने वाले कोरोना कंट्रोल रूम के प्रभारी बीएल पालीवाल ने बताया यह कंट्रोल रूम अप्रैल के तीसरे हफ्ते से संचालित किया जा रहा है. अब तक करीब 3000 शिकायत इस कंट्रोल रूम पर आ चुकी हैं.

पढ़ें- कोरोना वैक्सीनेशन: डॉक्टर से जानिए कौन कब लगवा सकता है वैक्सीन?

75 फीसदी कॉल ऑक्सीजन-बेड संबंधित

उन्होंने बताया कि अधिकांश कॉल अस्पतालों में बेड की उपलब्धता और ऑक्सीजन आदि से संबंधित आ रहे हैं. शुरुआत में 200 से अधिक कॉल आती थी, लेकिन अब सौ से अधिक कॉल प्रतिदिन आ रही हैं. कंट्रोल रूम में कॉल करने वाले व्यक्ति की समस्या का तुरंत समाधान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले साल लॉकडाउन में भोजन से संबंधित 70 फीसदी कॉल आती थी, लेकिन अब 75 फीसदी कॉल बेड और ऑक्सीजन से संबंधित आ रही हैं.

Jaipur Corona Control Room
लगातार लोगों को दे रहे जानकारी

प्राइवेट अस्पताल मनमानी नहीं कर सकते

पालीवाल ने कहा कि कोरोना काल में प्राइवेट हॉस्पिटल प्रशासन मनमानी नहीं करें इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से आरएएस अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है. अस्पताल प्रशासन को एक निश्चित राशि ही मरीजों से लिए जाने के लिए पाबंद किया गया है. यदि इसके अलावा हॉस्पिटल प्रशासन अधिक राशि वसूलता है तो कंट्रोल रूम के माध्यम से मरीजों को राहत दी जा रही है. ऑक्सीजन और दवाइयों से संबंधित काल भी कोरोना कंट्रोल रूम में आ रहे हैं. जिनका समाधान जयपुर एसडीएम दफ्तर कर रहा है.

बेड का ऑनलाइन डाटा है कंट्रोल रूम के पास

अतिरिक्त जिला कलेक्टर अशोक कुमार चौधरी ने बताया कि कोविड डेडिकेटेड कंट्रोल रूम में दो आरएएस अधिकारी और एक डिप्टी डायरेक्टर को लगाया गया है. यहां आने वाली ऑक्सीजन, बेड और रेमडेसिविर से संबंधित शिकायतों को दर्ज कर उसका समाधान किया जा रहा है. कंट्रोल रूम में सरकारी और निजी अस्पतालों की बेड का ऑनलाइन डाटा उपलब्ध है. जिसके माध्यम से संक्रमित मरीजों के लिए उपलब्ध होने वाले बेड की जानकारी मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम में रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर भी शिकायत आ रही हैं.

पढ़ें- दौसा में Third Wave ? 21 दिन में 341 बच्चे पॉजिटिव...क्या ये तीसरी लहर की दस्तक !

रेमडेसिविर के लिए कमेटी कर रही काम

रेमडीसिविर की सप्लाई और मांग के बीच एक बड़ा अंतर है जिसके कारण परेशानी हो रही है. फिर भी कंट्रोल रूम के माध्यम से रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों को उपलब्ध कराने के पूरे प्रयास किए जाते हैं. उन्होंने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. किसी व्यक्ति को यह इंजेक्शन देने की बजाय चिकित्सालयों को यह रेमडीसिविर इंजेक्शन दिया जा रहा है. सीरियस और जरूरतमंद मरीजों को रेमडीसिविर इन्जेक्शन देने की प्राथमिकता कमेटी की है.

Jaipur Corona Control Room
ऑक्सीजन से लेकर रेमडेसिविर तक का डाटा

ये हैं कट्रोल रूम के नंबर

कोविड डेडीकेटेड कंट्रोल रूम का प्रभारी सहायक कलेक्टर प्रथम अर्शदीप बराड़ को नियुक्त किया गया है. कंट्रोल रूम के नंबर 0141-220 5175 और 0141 220 5176 हैं. प्रत्येक पारी में चिकित्सा अधिकारियों की भी ड्यूटी इस कंट्रोल रूम में लगाई गई है. ताकि मरीजों को सही जानकारी मिल सके. जयपुर उपखंड अधिकारी के दफ्तर में संचालित होने वाले कोरोना कंट्रोल रूम के नंबर 0141-2209008 है. इसके अलावा नियमित रूप से जिला कलेक्ट्रेट में संचालित होने वाले कंट्रोल रूम के नंबर 0141- 2204475 है.

Last Updated : May 23, 2021, 8:04 PM IST
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