जयपुर. महानगर मजिस्ट्रेट क्रम-30 ने प्रतापनगर थाना इलाके में महिला और उसके 22 माह के पुत्र की हत्या की निष्पक्ष जांच करने और मृतका के पति को थाने में अवैध रूप से रखने के मामले में प्रतापनगर थाना पुलिस ने 10 जनवरी को रिपोर्ट पेश करने को कहा है. अदालत ने यह आदेश मृतका के ससुर उमाशंकर तिवाड़ी और पति रोहित तिवाड़ी की ओर से दायर प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई करते हुए दिए.
उमाशंकर की ओर से दायर प्रार्थना पत्र में कहा गया कि उसकी पुत्रवधू और पोते की गत 7 जनवरी को हत्या हो गई थी. प्रताप नगर थाना पुलिस 8 जनवरी को उसके पुत्र रोहित को अपने साथ थाने लेकर चली गई, जो कि अब तक वापस नहीं लौटा है. इस संबंध में थानाधिकारी भी संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं. पुलिस उसके बेटे को अनाधिकृत रूप से निरुद्ध कर प्रताड़ित कर रही है.
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प्रार्थना पत्र में गुहार की गई है कि उसके पुत्र को अदालत के समक्ष पेश करने के आदेश दिए जाएं. वहीं रोहित तिवाड़ी की ओर से प्रार्थना पत्र पेश कर कहा गया कि उसने अपनी पत्नी और बेटे की हत्या के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मामले में जांच अधिकारी मुल्जिमों को तलाश करने के लिए उचित अनुसंधान नहीं कर रहे हैं. पुलिस की ओर से खुद की असफलता छिपाने के लिए प्रार्थी को ही मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में मामले की अदालत की ओर से मॉनिटरिंग की जाए और अब तक की गई जांच की रिपोर्ट तलब की जाए. दोनों प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई करते हुए अदालत ने पुलिस से दस जनवरी को रिपोर्ट पेश करने को कहा है.