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कोरोना ने कैंपस प्लेसमेंट पर लगाया ब्रेक...तो एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी, हॉस्पिटैलिटी और ई-जॉब सेक्टर के खुले द्वार

कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लगाया गया लॉकडाउन ऐसे सैकड़ों विद्यार्थियों को झटका देने को तैयार है, हालांकि माना जा रहा है कि इस संक्रमण काल में यूथ के लिए एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी, हॉस्पिटेलिटी और ईःजॉब के भी द्वार भी खुले हैं. वहीं, राजस्थान के आईआईटी और मैनेजमेंट कॉलेज की अगर बात की जाए तो यहां कैंपस प्लेसमेंट पूरी तरह स्थगित किए जा चुके हैं और जिन छात्रों का चयन हो भी चुका है, उनकी ज्वॉइनिंग भी फिलहाल टल गई है.

जयपुर न्यूज, कोरोना वायरस, jaipur news, corona virus
कोरोना ने कैंपस प्लेसमेंट पर लगाया ब्रेक
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Published : Apr 18, 2020, 11:29 AM IST

जयपुर. प्रदेश के हजारों विद्यार्थी आईआईटी सहित कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं. इनके बी.टेक, एम.टेक, मैनेजमेंट और रेगुलर नियमित डिग्री कोर्स का अंतिम वर्ष है. कुछ तो कैंपस प्लेसमेंट में चयनित हो चुके हैं, जबकि कुछ को जॉब का इंतजार है.

कोरोना ने कैंपस प्लेसमेंट पर लगाया ब्रेक

बता दें कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लगाया गया लॉकडाउन ऐसे सैकड़ों विद्यार्थियों को झटका देने को तैयार है, हालांकि माना जा रहा है कि इस संक्रमण काल में यूथ के लिए एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी, हॉस्पिटेलिटी और ईःजॉब के भी द्वार भी खुले हैं. दरअसल, दिसंबर से अप्रैल, ये वो महीने हैं जब पूरे देश के कॉलेज यूनिवर्सिटी में छात्रों को जॉब देने के लिए खुद कंपनीज उन तक पहुंचती है. आईआईएम हो यो एनआईटी या फिर प्रबंधन और तकनीकी संस्थान, जहां पढ़ने वाले लाखों छात्रों को अपने कोर्स के आखिरी साल में इन पलों का इंतजार रहता है.

देश-विदेश की प्रतिष्ठित ऑटोमोबाइल, रिटेल, सर्विस सेक्टर, प्रोडक्शन, सिविल और कंस्ट्रक्शन, मेडिकल एन्ड हैल्थ, बैंकिंग एन्ड इंश्योरेंस सेक्टर से जुड़ी कंपनियां कैंपस प्लेसमेंट में विद्यार्थियों का चयन करती हैं. इनमें बी.टेक, एमटेक, मैनेजमेंट, रेगुलर डिग्री कोर्स के अंतिम वर्ष की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के साथ ही ये छात्र कंपनियोें में पदभार संभालते हैं. चयनित विद्यार्थियों के पैकेज लाखों-करोड़ों में होते हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते देश-विदेश की कंपनियोें में कामकाज प्रभावित है. ऐसे में पैकेज और नए रोजगार सृजन पर व्यापक असर पड़ता दिख रहा है. राजस्थान के आईआईटी और मैनेजमेंट कॉलेज की अगर बात की जाए तो यहां कैंपस प्लेसमेंट पूरी तरह स्थगित किए जा चुके हैं और जिन छात्रों का चयन हो भी चुका है, उनकी ज्वॉइनिंग भी फिलहाल टल गई है.

40 से 50 कंपनियां कैंपस विजिट करती हैं ...

उधर, जयपुर के एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के प्रो. सीके शाह ने बताया, कि हर साल स्टूडेंट प्लेसमेंट के लिए कई गतिविधियां की जाती है. जिसमें स्टूडेंट का भी रूझान रहता है. करीब 40 से 50 कंपनियां कैंपस विजिट करती हैं और करीब 200 छात्रों का सलेक्शन हो जाता है. इस साल भी 40 कंपनी आ चुकी है. जो छात्र पिछले साल पास आउट हुए थे, उनका प्लेसमेंट जनवरी में हो जाता है. हालांकि कोरोना इंपेक्ट की वजह से इस पर ब्रेक लगा है. उन्होंने बताया कि अभी भी कंपनियां टच में है और मेल के जरीए अपॉइन्टमेंट लेने की कोशिश की है, लेकिन अभी लॉक डाउन चल रहा है. ऐसे में उन्हें अपॉइन्टमेंट नहीं दिया जा रहा. जैसे ही लॉक डाउन खुल जाएगा, यहां प्लेसमेंट के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा.

पढ़ेंः भारत सरकार की परमिशन का इंतजार, हम अपने लोगों को लाने के लिए बिल्कुल तैयारः खाचरियावास

वहीं, एक अन्य प्राइवेट यूनिवर्सिटी के प्रो. निर्मल पवार ने बताया, कि पिछले साल कैंपस प्लेसमेंट जॉब फेयर का आयोजन किया गया था. मुख्य रूप से ट्यूरिज्म, हेल्थ केयर, फैशन और एग्रीकल्चर से जुड़ी कंपनियां पहुंची. जिन्होंने हजारों छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराया. उन्होंने बताया कि फिलहाल कोरोना के वजह से प्लेसमेंट नहीं रहे हैं, लेकिन छात्रों को मायूस होने की जरूरत नहीं. आने वाले समय में भी जॉब की कमी नहीं होगी. कोरोना महामारी की वजह से तीन सेक्टर नए डेवलप हुए हैं. एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी, ई जॉब, हॉस्पिटेलिटी जैसे सेक्टर में जॉब के अवसर बढ़ने वाले है.

कॉलेज के स्तर पर भी इस तरह की कंपनियों को आमंत्रित कर छात्रों के लिए रोजगार के द्वार खोले जाएंगे. बहरहाल, अंतिम सेमेस्टर में पढ़ रहे विद्यार्थियों की अभी मुख्य परीक्षा नहीं हुई हैं ऐसे में परीक्षा परिणाम आने के बाद ही कंपनियां फैसला करेंगी, लेकिन इन सबसे पहले छात्रों को अब लॉकडाउन खुलने और परीक्षाओं का इंतजार करना होगा, तब उनकी जिंदगी की गाड़ी भविष्य की पटरी पर दौड़ सकेंगी.

जयपुर. प्रदेश के हजारों विद्यार्थी आईआईटी सहित कई कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं. इनके बी.टेक, एम.टेक, मैनेजमेंट और रेगुलर नियमित डिग्री कोर्स का अंतिम वर्ष है. कुछ तो कैंपस प्लेसमेंट में चयनित हो चुके हैं, जबकि कुछ को जॉब का इंतजार है.

कोरोना ने कैंपस प्लेसमेंट पर लगाया ब्रेक

बता दें कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लगाया गया लॉकडाउन ऐसे सैकड़ों विद्यार्थियों को झटका देने को तैयार है, हालांकि माना जा रहा है कि इस संक्रमण काल में यूथ के लिए एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी, हॉस्पिटेलिटी और ईःजॉब के भी द्वार भी खुले हैं. दरअसल, दिसंबर से अप्रैल, ये वो महीने हैं जब पूरे देश के कॉलेज यूनिवर्सिटी में छात्रों को जॉब देने के लिए खुद कंपनीज उन तक पहुंचती है. आईआईएम हो यो एनआईटी या फिर प्रबंधन और तकनीकी संस्थान, जहां पढ़ने वाले लाखों छात्रों को अपने कोर्स के आखिरी साल में इन पलों का इंतजार रहता है.

देश-विदेश की प्रतिष्ठित ऑटोमोबाइल, रिटेल, सर्विस सेक्टर, प्रोडक्शन, सिविल और कंस्ट्रक्शन, मेडिकल एन्ड हैल्थ, बैंकिंग एन्ड इंश्योरेंस सेक्टर से जुड़ी कंपनियां कैंपस प्लेसमेंट में विद्यार्थियों का चयन करती हैं. इनमें बी.टेक, एमटेक, मैनेजमेंट, रेगुलर डिग्री कोर्स के अंतिम वर्ष की परीक्षा में उत्तीर्ण होने के साथ ही ये छात्र कंपनियोें में पदभार संभालते हैं. चयनित विद्यार्थियों के पैकेज लाखों-करोड़ों में होते हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते देश-विदेश की कंपनियोें में कामकाज प्रभावित है. ऐसे में पैकेज और नए रोजगार सृजन पर व्यापक असर पड़ता दिख रहा है. राजस्थान के आईआईटी और मैनेजमेंट कॉलेज की अगर बात की जाए तो यहां कैंपस प्लेसमेंट पूरी तरह स्थगित किए जा चुके हैं और जिन छात्रों का चयन हो भी चुका है, उनकी ज्वॉइनिंग भी फिलहाल टल गई है.

40 से 50 कंपनियां कैंपस विजिट करती हैं ...

उधर, जयपुर के एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के प्रो. सीके शाह ने बताया, कि हर साल स्टूडेंट प्लेसमेंट के लिए कई गतिविधियां की जाती है. जिसमें स्टूडेंट का भी रूझान रहता है. करीब 40 से 50 कंपनियां कैंपस विजिट करती हैं और करीब 200 छात्रों का सलेक्शन हो जाता है. इस साल भी 40 कंपनी आ चुकी है. जो छात्र पिछले साल पास आउट हुए थे, उनका प्लेसमेंट जनवरी में हो जाता है. हालांकि कोरोना इंपेक्ट की वजह से इस पर ब्रेक लगा है. उन्होंने बताया कि अभी भी कंपनियां टच में है और मेल के जरीए अपॉइन्टमेंट लेने की कोशिश की है, लेकिन अभी लॉक डाउन चल रहा है. ऐसे में उन्हें अपॉइन्टमेंट नहीं दिया जा रहा. जैसे ही लॉक डाउन खुल जाएगा, यहां प्लेसमेंट के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा.

पढ़ेंः भारत सरकार की परमिशन का इंतजार, हम अपने लोगों को लाने के लिए बिल्कुल तैयारः खाचरियावास

वहीं, एक अन्य प्राइवेट यूनिवर्सिटी के प्रो. निर्मल पवार ने बताया, कि पिछले साल कैंपस प्लेसमेंट जॉब फेयर का आयोजन किया गया था. मुख्य रूप से ट्यूरिज्म, हेल्थ केयर, फैशन और एग्रीकल्चर से जुड़ी कंपनियां पहुंची. जिन्होंने हजारों छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराया. उन्होंने बताया कि फिलहाल कोरोना के वजह से प्लेसमेंट नहीं रहे हैं, लेकिन छात्रों को मायूस होने की जरूरत नहीं. आने वाले समय में भी जॉब की कमी नहीं होगी. कोरोना महामारी की वजह से तीन सेक्टर नए डेवलप हुए हैं. एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी, ई जॉब, हॉस्पिटेलिटी जैसे सेक्टर में जॉब के अवसर बढ़ने वाले है.

कॉलेज के स्तर पर भी इस तरह की कंपनियों को आमंत्रित कर छात्रों के लिए रोजगार के द्वार खोले जाएंगे. बहरहाल, अंतिम सेमेस्टर में पढ़ रहे विद्यार्थियों की अभी मुख्य परीक्षा नहीं हुई हैं ऐसे में परीक्षा परिणाम आने के बाद ही कंपनियां फैसला करेंगी, लेकिन इन सबसे पहले छात्रों को अब लॉकडाउन खुलने और परीक्षाओं का इंतजार करना होगा, तब उनकी जिंदगी की गाड़ी भविष्य की पटरी पर दौड़ सकेंगी.

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