जयपुर. प्रदेश में अस्पतालों/आइसोलेशन सेंटर/कोविड-19 केयर सेंटर्स में उपचाराधीन कोरोना संक्रमितों को अब इंदिरा रसोइयों से निशुल्क भोजन मिलेगा. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की मांग पर कोविड-19 संक्रमितों को शुद्ध और पौष्टिक भोजन निशुल्क उपलब्ध कराने के लिए ये विशेष व्यवस्था की गई है. इस संबंध में स्वायत्त शासन विभाग की ओर से सभी नगरीय निकायों को निर्देश दिए गए हैं.
नगरीय निकायों और जिला कलेक्टर को शक्तियां प्रदान की गई है कि वो आवश्यकता अनुसार अस्पताल/आइसोलेशन सेंटर/ कोविड केयर सेंटर में इंदिरा रसोई का एक्सटेंशन काउंटर खोल सकते हैं. ताकि कोविड-19 संक्रमितों के साथ-साथ उनके परिजनों, अस्पताल के कर्मचारियों को भी इंदिरा रसोई योजना का लाभ मिल सके.
हालांकि इंदिरा रसोइयों में लाभार्थियों का नाम, मोबाइल नंबर और फोटो लेते हुए कूपन देकर बैठाकर भोजन कराने की व्यवस्था है. लेकिन कोरोना संक्रमितों को इस प्रक्रिया से मुक्त रखा गया है. साथ ही इन्हें भोजन भी निशुल्क दिया जाएगा. हालांकि कोरोना संक्रमितों के परिजन यदि इंदिरा रसोई में भोजन करते हैं, तो उन्हें निर्धारित राशि ₹8 प्रति थाली भुगतान करना होगा. विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन कोरोना संक्रमित को दिए जाने वाले भोजन पैकेट की मात्रा के संबंध में चिकित्सा अधिकारी/नगरीय निकाय की ओर से आंकलन कर इंदिरा रसोई संचालक को बताना होगा कि किस स्थान पर कितने भोजन पैकेट की आवश्यकता है.
इसके बाद नगरीय निकाय की ओर से अपने क्षेत्र की इंदिरा रसोई में ये भोजन पैकेट तैयार करवाए जाएंगे. योजना के अंतर्गत दानदाताओं की ओर से भी भोजन प्रायोजित कर कोरोना संक्रमितों को उपलब्ध कराया जा सकता है. इसके लिए दानदाताओं को संबंधित इंदिरा रसोई से संपर्क करना होगा. भोजन प्रायोजित करने पर दानदाताओं को स्वायत्त शासन विभाग की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा.
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सभी इंदिरा रसोई में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना गाइडलाइन का भी कठोरता से पालना करने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि प्रदेश में 358 स्थाई इंदिरा रसोई संचालित है. योजना के अंतर्गत अब तक 2.43 करोड़ व्यक्ति लाभ ले चुके हैं. योजना का संचालन प्रत्येक जिले में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समन्वय और मॉनिटरिंग समिति की ओर से चयनित 300 से ज्यादा गैर-लाभकारी संस्थाओं/एनजीओ के माध्यम से किया जा रहा है.