जयपुर. कोरोना काल के बीच 22 जनवरी से मांगलिक कार्यों और शुभ कार्यों की शुरुआत होगी. साल का पहला सावा कल शनिवार को होगा. गार्डन की क्षमता के मुताबिक 50 प्रतिशत मेहमानों की संख्या (Corona Guidelines For Marriage) बढ़ाने की मांग को लेकर शादी कारोबारियों ने पीएम और सीएम को पत्र भेजा है.
लॉकडाउन से शादियों का कारोबार भी प्रभावित...
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच शादी में गाइडलाइन के चलते मेहमानों की संख्या सीमित होने के चलते सभी तैयारियों पर पानी फिर गया है. कई शादियां आगे के सावों के लिए टाली जा रही है. इस बीच 20 जनवरी को आइ नई गाइडलाइन के मुताबिक 24 जनवरी से 100 मेहमान की अनुमति होने से लोगों को राहत मिली है. वहीं पहले दो सावों पर 50 मेहमानों की अनुमति के चलते 2 सावों पर शादी की रौनक फीकी रहेगी. आगामी दिनों में होने वाली शादियां अन्य प्रदेश में शिफ्ट होने से करीब 4 हजार करोड़ रूपए से अधिक का नुकसान मार्च तक शादियों के कामकाज को प्रभावित करेगा. इनमें ज्वैलरी, होटल, गार्डन, केटरिंग, वेडिंग प्लानर सहित अन्य खर्चे शामिल हैं.
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होलाष्टक में मांगलिक काम करने की मनाही
ज्योतिषाचार्य पण्डित नीलेश शास्त्री के अनुसार होली से पहले 10 विवाह मुहूर्त रहेंगे. होली से आठ दिन पहले होलाष्टक में मांगलिक काम करने की मनाही होती है. होली के बाद 24 फरवरी को बृहस्पति अस्त होने की वजह से मांगलिक कार्य बंद रहेंगे. इसके बाद सीधे संवत्सर 2079 यानी 17 अप्रैल को विवाह का मुहूर्त रहेगा. इससे पूर्व इस महीने पंचागीय सावे 22, 23, 24 और फरवरी में 5, 6, 7, 9, 19,20, 21 तारीख के मुहूर्त में रहेंगे. इनमें 5 फरवरी बसंत पंचमी और 4 मार्च को फुलेरा दोज का अबूझ सावा रहेगा. 23 फरवरी से गुरु का वृहदत्व दोष शुरू होने से 25 मार्च तक शुभ कार्य नहीं होंगे. इसके बाद मीन मलमास लगने से 13 अप्रैल तक शुभ कार्य नहीं होंगे.
शादी समारोह में मेहमानों की संख्या बढ़ाने की मांग
आल वेडिंग इंडस्ट्रीज फेडरेशन राजस्थान (All Wedding Industries Federation Rajasthan) के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शादी समारोह में मेहमानों की संख्या बढ़ाने की मांग की है. शादी के गार्डनों में मेहमानों की संख्या 50 के बाद 100 और होटल में मेहमानों की संख्या असीमित है. लोगों ने नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषदों में लाखों रुपए का टैक्स जमा करवा रखा है. सीमित मेहमानों के आने से टैंट, हलवाई, बैंड, बाजा, लवाजमा सहित अन्य तबके का कारोबार खत्म होने की कगार पर आ जाएगा. अन्य राज्यों गुजरात में 400, यूपी में विवाह स्थल के 50 प्रतिशत संख्या तय है.
महामंत्री भवानी शंकर माली के अनुसार वैक्सीन की दोनों डोज वाले लोगों, स्थल की क्षमता के 50 प्रतिशत मेहमानों की अनुमति या अधिकतम 250 मेहमानों की संख्या करने सहित अन्य मांगे की गई है. ताकि कोरोना के दिशानिर्देशों की पालना के साथ सब तबके का गुजर बसर हो सके. आल इंडिया टैंट डेकोरेशनंस वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि जिंदल ने पीएम को पत्र लिखकर मेहमानों की संख्या जगह की क्षमता से 50 प्रतिशत करने की गुहार की है.
जिंदल ने कहा कि होटलों में शादी समारोह अधिक होने से टैंट व्यवसाय, शादी के कारोबार से बड़े तबके के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है. होटल्स में मेहमानों की संख्या 300 की है, वहीं अन्य जगहों पर 50 प्रतिशत लोगों को अनुमति दी गई है.