जयपुर. प्रदेश में बढ़ते कोविड-19 संक्रमण के मामलों के बाद एक बार फिर चिकित्सा विभाग के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी हाल ही में कहा था कि प्रदेश में दैनिक संक्रमण दर 7 फीसदी को पार कर गई है, जो चिंता का विषय है. इसके अलावा राज्य के लगभग सभी जिलों से अब संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं. खासकर जयपुर और जोधपुर हॉटस्पॉट सेंटर बनने लगे हैं. ऐसे में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बाद राजस्थान धीरे-धीरे कोरोना की लहर की तरफ बढ़ता नजर आ रहा है.
प्रदेश के बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बाद हालात धीरे-धीरे बिगड़ने लगे हैं. जहां एक ओर मानसून के कारण मौसमी बीमारियां बढ़ रही हैं, तो वहीं कोरोना भी पैर पसार रहा है. आंकड़ों की बात करें तो राजस्थान में पिछले 27 दिनों में 4000 से अधिक नए संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं. जबकि पिछले 27 दिनों में 11 मरीजों की मौत हो चुकी (Corona related deaths in Rajasthan) है. यानी संक्रमण के साथ-साथ प्रदेश में मौत के आंकड़ों में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
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प्रदेश में कोरोना आंकड़ों पर एक नजर:
- पिछले 27 दिन में प्रदेश से 4676 नए संक्रमण के मामले दर्ज
- इस दौरान 11 मरीजों की मौत
- जयपुर और जोधपुर बन रहे नए हॉटस्पॉट सेंटर
- जयपुर में पिछले 28 दिनों में 1339 नए संक्रमण के मामले
- प्रदेश के लगभग सभी जिलों से सामने आ रहे संक्रमण के मामले
- प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 1813 पहुंच चुकी है
- इसके साथ ही दैनिक संक्रमण दर 7 फीसदी तक बढ़ चुकी है
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रेलवे स्टेशन-बस स्टैंड पर सैम्पलिंग बंद: मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नरोत्तम शर्मा का कहना है कि पिछले कुछ समय से राजधानी जयपुर में संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. हालांकि मौजूदा समय में काफी कम संख्या में सैंपल लिए जा रहे हैं. जबकि बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी अब सैंपलिंग बंद कर दी गई है. जबकि देश के विभिन्न राज्यों में तेजी से संक्रमण कर रहा है. वहीं एसएमएस अस्पताल और आरयूएचएस अस्पताल के अलावा चुनिंदा अस्पतालों में ही सैंपल लेने की व्यवस्था की गई है. पहले जहां सभी सरकारी अस्पतालों में सैंपल देने की व्यवस्था थी, उसे अब बंद कर दिया गया है.
जिनमें लक्षण, उन्हीं की जांच: वहीं मामले को लेकर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा का कहना है कि सभी लोगों के सैंपल लेने की फिलहाल आवश्यकता नहीं है. सिर्फ जिन लोगों में कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उन्हीं के सैंपल लिए जा रहे हैं. जबकि प्रदेश में रोजाना 250 से 290 संक्रमण के मामले प्रतिदिन दर्ज किए जा रहे हैं. हालांकि मंत्री का कहना है कि जरूरत पड़ी तो एक बार फिर से सैंपल लेने से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जाएगा.