जयपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग ने आरएएस भर्ती 2018 का परिणाम घोषित कर दिया है, लेकिन इसके बावजूद भी आरपीएससी और अधिनस्थ बोर्ड की ऐसी कई भर्तियां है जो लंबित चल रही हैं या फिर कानूनी अड़चन से रुकी हुई हैं.
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बेरोजगार युवाओं ने आयोग की इस बात के लिए सराहना की है कि आयोग ने आरएएस भर्ती 2018 का परिणाम घोषित कर दिया है. युवा अन्य भर्तियों का परिणाम जारी करने और भर्तियां पूरी करने की मांग की है.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के संयोजक उपेन यादव ने कहा कि आरपीएससी ने आरएएस भर्ती 2018 का परिणाम घोषित कर दिया है, लेकिन उसे आरएएस भर्ती 2021 की विज्ञप्ति भी जल्द जारी करनी चाहिए. वरिष्ठ अध्यापक 2016 और 2018 की भी पिकअप लिस्ट जारी होनी है. वन रेंजर की भी विज्ञप्ति जारी होना बाकी है.
बेरोजगारों की ओर से भर्तियों को लेकर आरपीएससी पर सवाल उठाए जा रहे हैं. उपेन यादव ने कहा कि जब कोई छात्र आरपीएससी के पास अपनी बात रखने के लिए जाता है तो उसे यह कहकर भगा दिया जाता है कि यह गोपनीयता का सवाल है. जहां गोपनीयता की बात कहकर छात्रों को नहीं आने दिया जाता. आरपीएससी में आरएएस भर्ती में सदस्य का नाम आना और अकाउंटेंट का रिश्वत लेते हुए पकड़ा जाना एक सवालिया निशान लगा रहा है.
परिणाम जारी होने के बाद भी विद्यार्थियों में एक संशय बना हुआ है कि कहीं परिणाम में घालमेल तो नहीं हुई है. आरपीएससी के इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए कि कौन-कौन अधिकारी इसमें शामिल है और दोषी है, उनको गिरफ्तार कर पारदर्शिता स्थापित की जाए. विद्यार्थियों ने कहा कि आरपीएससी भर्ती परीक्षा का कैलेंडर जारी करें और विज्ञप्ति जारी करें. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो हम जल्द ही आरपीएससी का घेराव कर एक बड़ा आंदोलन करेंगे.
उपेन यादव ने अधीनस्थ बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर भी सवाल उठाए उन्होंने का हाल ही में अधीनस्थ बोर्ड की पटवारी की परीक्षा को लेकर एक आंदोलन किया गया था और उसका नतीजा रहा कि अधीनस्थ बोर्ड की ओर से पटवारी की परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गई है. जेईएन डिप्लोमा का परिणाम जारी होना, स्टेनोग्राफर का परिणाम जारी होना, ग्राम विकास अधिकारी और फायरमैन, डीएलबी के एईएन, जेईएन, टी आर ए, वनरक्षक वनपाल के फॉर्म रिओपन होना और विज्ञप्ति जारी होना बाकी है, जो लंबे समय से अटकी हुई है.
मुख्यमंत्री की ओर से भर्तियों को लेकर एक कमेटी का भी गठन किया गया है. जल्द ही इसकी रिपोर्ट भी सौंपी जाएगी. भर्तियों को लेकर बेरोजगारों की ओर से भी 26 सुझाव दिए गए हैं. यदि इन सुझावों को रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा तो भर्तियां समय पर पूरी होंगी. उपेन यादव ने कहा कि भर्तियां समय पर नहीं होने पर कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. अगर भर्तियां समय पर हो जाती है तो परिणाम नहीं आता, परिणाम आता है तो भर्ती कोर्ट में अटक जाती है जिसके लिए भी बेरोजगारों को प्रदर्शन करना पड़ता है.
यह निश्चित हो गया है कि एक बेरोजगार को पहले विज्ञप्ति निकालने के लिए प्रदर्शन करना होगा, विज्ञप्ति निकल जाएगी तो परीक्षा के लिए प्रदर्शन करना पड़ेगा, एग्जाम होने के बाद परिणाम के लिए प्रदर्शन करना पड़ेगा, परिणाम आ गया तो दस्तावेज सत्यापन और नियुक्ति के लिए उसे प्रदर्शन करना पड़ेगा. उपेन यादव ने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य सरकार को तय कर देना चाहिए कि एक बेरोजगार को इतने प्रदर्शन करने ही पड़ेंगे तभी उसे सरकारी नौकरी मिलेगी.
उपेन यादव ने कहा कि परीक्षाओं और प्रश्नों को लेकर कोई अधिकारी लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए ताकि उनमें खौफ पैदा हो और परीक्षाएं समय पर पूरी हो. स्कूल व्याख्याता भर्ती, कंप्यूटर शिक्षक भर्ती, पीटीआई भर्ती फर्स्ट और सेकंड ग्रेड निकाली जाए. इसके अलावा शिक्षक भर्ती सेकंड ग्रेड और ऊर्जा विभाग में टेक्निकल हेल्पर की भर्ती निकाली जाए. कई विभागों में पद खाली पड़े हैं और विभाग में भर्ती के लिए घोषणा भी की हुई है तो जल्द से जल्द वह भर्ती भी पूरी होनी चाहिए.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि नियमित कंप्यूटर भर्ती को लेकर दिल्ली में लंबे समय से प्रदर्शन किया जा रहा है और बेरोजगारों ने इसके लिए आर-पार की लड़ाई का ऐलान भी कर दिया है. भर्तियों को लेकर 20 जुलाई और 26 जुलाई को बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा. बेरोजगारों का कहना है कि समय पर भर्तियां नहीं होने से युवा बेरोजगार दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है. अधिकारियों की लापरवाही से बेरोजगारों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. साथ ही मानसिक रूप से परेशान भी हो रहे है. बेरोजगारों ने मांग की भर्तियां समय पर पूरी होनी चाहिए ताकि बेरोजगारों को रोजगार मिल सके.