Chakka Jam : राजधानी के चारों 'दरवाजे' आज होंगे 3 घंटे के लिए बंद, कांग्रेस का प्रदेशव्यापी समर्थन - किसानों का प्रदर्शन
कांग्रेस पार्टी का किसानों के समर्थन में 12:00 बजे से 3:00 बजे तक राजस्थान में अहिंसात्मक चक्का जाम, सभी राष्ट्रीय और स्टेट हाइवे पर चक्का जाम ,एंबुलेंस स्कूल बस रोगी बुजुर्ग महिलाओं और बच्चों को तकलीफ नहीं हो इसका रखा जाएगा ध्यान जयपुर दिल्ली हाईवे जयपुर टोंक हाईवे जयपुर अजमेर हाईवे और जयपुर आगरा हाईवे पर कांग्रेस के जयपुर के नेता लगाएंगे 12:00 बजे से 3:00 बजे तक चक्काजाम
जयपुर. किसानों की ओर से घोषित किए गए चक्का जाम को आज कांग्रेस पार्टी ने भी पूरा समर्थन दिया है. इसके तहत प्रदेशभर में किसानों के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ता राष्ट्रीय और स्टेट राजमार्गों पर चक्का जाम करेंगे. दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक यह चक्का जाम होगा. जिसमें कांग्रेस पार्टी किसान संगठनों के आज के 3 घंटे के चक्का जाम कार्यक्रम को अहिंसात्मक और शांतिपूर्ण तरीके से समर्थन देगी.
पूरे राजस्थान में कांग्रेस के नेता दोपहर 12:00 से 3:00 तक इस चक्का जाम में शामिल होंगे. इस दौरान एंबुलेंस, स्कूल बस, बुजुर्गों, रोगियों, महिलाओं और बच्चों को कोई असुविधा ना हो इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा. राजधानी जयपुर में भी यह चक्का जाम कार्यक्रम होगा. जिसमें जयपुर के चारों राजमार्गों, जयपुर-दिल्ली, जयपुर-अजमेर, जयपुर-टोंक और जयपुर-आगरा हाईवे पर कांग्रेस कार्यकर्ता चक्का जाम करवाएंगे.
पढ़ेंः किसान आंदोलन : इन तीन राज्यों को छोड़कर पूरे देश में आज तीन घंटे का चक्का जाम
देशभर में है चक्काजाम
गौरतलब है कि तीन कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन का आज 73वां दिन हैं. आंदोलनरत किसान और सरकार में सहमति नहीं बन पाने कारण आज देशव्यापी चक्काजाम किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर में चक्काजाम नहीं किया जाएगा. वहीं इस चक्का जाम पर राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के किसान शनिवार को सड़क पर जाम नहीं लगाएंगे, बल्कि शांतिपूर्वक जिला मुख्यालय और तहसील मुख्यालय पर ज्ञापन देंगे.
इन दोनों राज्यों में जाम की कॉल वापस लेने पर एक सवाल के जबाब में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी और उत्तराखंड के किसानों को स्टैंड बाई में रखने का फैसला लिया गया है. हालांकि राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आंदोलन को बैकअप देने के लिए यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसानों को बैकअप में रखा गया. वह अभी आराम करें और खेती बाड़ी करें.