जयपुर. पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की तर्ज पर राजस्थान में कांग्रेस ने भी पार्टी कार्यालय पर 'मंत्री की जनसुनवाई' कार्यक्रम शुरू किया है. सोमवार से शुक्रवार इन पांच दिन में कोई ना कोई एक मंत्री कांग्रेस कार्यालय में जन सुनवाई करेगा. जन सुनवाई शुरू हुए एक सप्ताह से अधिक भी हो गया लेकिन लगता है कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की इस जन सुनवाई में आम लोग रुझान नहीं ले रहे है.
यहीं वजह है कि आज होमगार्ड मंत्री भजन लाल जाटव ने जनसुनवाई की लेकिन इस जन सुनवाई में महज दस से पंद्रह पीड़ित भी अपनी समस्या लेकर नही पहुंचे. जबकि इन्ही मंत्रियों के बंगले पर सैकड़ों की भीड़ रहती है. कांग्रेस पार्टी कार्यालय में सुबह 11:00 बजे से 2:00 बजे तक मंत्री जनसुनवाई करते हैं लेकिन इस जनसुनवाई में पीड़ित लोगों का कोई ज्यादा रुझान नहीं है.
हालांकि होमगार्ड मंत्री भजन लाल जाटव से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आज की जनसुनवाई में भी कई लोग आए हैं. जिनमे शिक्षा, स्वास्थय, अतिक्रमण से संबंधित हो या अन्य समस्याओं को लेकर लोगों को भरोसा है कि कांग्रेस की सरकार उनके मंत्री, उनकी पीड़ा को सुनेंगे. इसलिए लोग जनसुनवाई में पहुंच रहे हैं. भजन लाल जाटव ने यह भी कहा कि जनसुनवाई की जो रिपोर्ट तैयार होगी, वह आलाकमान के पास भी भेजी जाएगी.
दरअसल पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार ने आम जनता की जन सुनवाई के लिए पार्टी कार्यालय पर मंत्रियों की जन सुनवाई कार्यक्रम की शुरूआत किया था. इस दौरान सरकार के 1 से लेकर 3 मंत्री सोमवार से शुक्रवार तक पार्टी कार्यालय पर आम जनता की समस्याओं की जनसुनवाई करते थे. हालांकि बीजेपी ने बाद में इस जनसुनवाई को पार्टी कार्यकर्ताओं तक ही सीमित कर दिया था, जो पार्टी से जुड़े हुए लोग थे. उनकी ही जनसुनवाई पार्टी कार्यालय पर की जाती थी.