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Congress President Poll: समर्थकों की इच्छा- अध्यक्ष और CM दोनों पदों पर रहें गहलोत, भाजपा ने कसा तंज - Khachariyawas On CM Gehlot Nomination

सीएम गहलोत बतौर अध्यक्ष कांग्रेस की कमान संभाले तो राजस्थान में सीएम के तौर पर जिम्मेदारी निभाएं- ऐसा राजस्थान मंत्रिमण्डल के सदस्य, विधायक और समर्थक चाहते हैं. विधानसभा के बाहर मीडिया से मुखातिब गहलोत के खास सिपाहसालार और मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपनी राय बताई (Khachariyawas On CM Gehlot Nomination) जिसमें एक व्यक्ति एक पद के प्रति खास आसक्ति नहीं दिखी. इस पूरे घटनाक्रम पर भाजपा की पैनी नजर है.

Congress President Poll
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Published : Sep 22, 2022, 1:29 PM IST

Updated : Sep 22, 2022, 2:07 PM IST

जयपुर. कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद (Gehlot Nomination Row) पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम जाहिर होने के बाद अब चर्चा शुरू एक व्यक्ति दो पद को लेकर हो रही है. बहस हो रही है कि क्या गहलोत पार्टी अध्यक्ष पद के साथ मुख्यमंत्री पद पर रह सकेंगे. हालांकि दिल्ली में गहलोत ने इससे जुड़े संकेत दिए थे लेकिन राजस्थान में उनके समर्थक कांग्रेस विधायक यही चाहते हैं कि गहलोत दोनों पदों पर रहें और उसके लिए वो कई तर्क भी दे रहे हैं. भाजपा का कहना है कि कांग्रेस में अब कौन बनेगा मुख्यमंत्री का खेल शुरू हो गया है.

खाचरियावास ने इशारों में कही बड़ी बात: गुरुवार को कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Khachariyawas On CM Gehlot Nomination) से जब इस संबंध में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस में कोई झंझट नहीं है लेकिन ऐसा वातावरण क्रिएट किया जा रहा है. खाचरियावास ने कहा 2 पद किसके पास रहे ,नहीं रहे यह बड़ा मुद्दा नहीं है. 2 पद पहले भी कई बार रहते आए हैं. फिर भी रहेंगे या नहीं रहेंगे यह आलाकमान तय करेगा और राजस्थान के हित में ही तय करेगा. प्रताप सिंह खाचरियावास ने यह भी कहा कि ये मेरा व्यक्तिगत विचार है क्योंकि मैं कांग्रेस का विधायक और सरकार में मंत्री होने के साथ जयपुर का जिला अध्यक्ष भी हूं.

सीएम गहलोत को लेकर भाजपा बनाम कांग्रेस

'केन्द्र की आंखों में कांग्रेस खटक रही': उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी डेमोक्रेटिक के और आलाकमान हर काम विधायकों की राय लेकर ही करता है. फिर चाहे मुख्यमंत्री का चयन हो या फिर भविष्य में लिए जाने वाले निर्णय. खाचरियावास ने ये भी तर्क दिया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार इस समय केंद्र की मोदी सरकार की आंखों में चुभ रही है और जिस तरह महाराष्ट्र में वह भाजपा ठीक वैसा ही राजस्थान में भी करना चाहती है. ऐसे में कांग्रेस की पहली प्राथमिकता प्रदेश सरकार की मजबूती और साल 2023 में वापस सरकार रिपीट करना है और उसके अनुसार निर्णय भी लिए जाएंगे.

ये भी पढ़ें-Gehlot on Nomination: गहलोत ने दिए संकेत, बोले- राहुल नहीं माने तो नामांकन में आप सबको आना होगा दिल्ली

गहलोत सरकार की योजनाओं का जिक्र: प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने बयान में गहलोत की फ्लैगशिप योजनाओं का भी जिक्र किया. कहा-राजस्थान में गहलोत सरकार ने कई जनकल्याणकारी निर्णय और योजनाएं शुरू की हैं. इन्हीं योजनाओं को लेकर कांग्रेस का कार्यकर्ता जनता के बीच में भी जाएगा. ऐसे में चुनाव में गहलोत की जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया जाएगा. मतलब साफ है कि अगले चुनाव में जाने से पहले खाचरियावास चाहते हैं कि गहलोत मुख्यमंत्री रहे.

ये भी पढ़ें-कांग्रेस अध्यक्ष बनकर भी CM की कुर्सी नहीं छोड़ेंगे गहलोत? दिल्ली में दिया ये फॉर्मूला...

पढ़ें-Congress President Row: गहलोत ने छोड़ी कुर्सी तब भी पायलट के लिए आसान नहीं होगी राह!

भाजपा को याद आए अमिताभ!: कांग्रेस में एक व्यक्ति 2 पद इस सिद्धांत को लेकर चल रही चर्चाओं पर भाजपा ने तंज कसा है (BJP targets Congress). भाजपा विधायक और प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस में इस समय कौन बनेगा मुख्यमंत्री का खेल चल रहा है. मुख्यमंत्री के कई दावेदार खड़े हो गए हैं. शर्मा ने कहा जिस प्रकार अमिताभ बच्चन का शो आता था 'कौन बनेगा करोड़पति' उसी प्रकार राजस्थान कांग्रेस में कौन बनेगा मुख्यमंत्री प्रतियोगिता चल रही है. इसमें डॉक्टर सीपी जोशी, लालचंद कटारिया, गोविंद सिंह डोटासरा, राम नारायण मीणा का भी नाम आ रहा है और सचिन पायलट तो पहले से ही खुद को मुख्यमंत्री का दावा पेश करते आए हैं. पायलट कहते रहे हैं कि 2018 में जो सरकार आई थी वो उन्हीं के दम पर आई थी.

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की रेस में शामिल हैं लेकिन कांग्रेस के भीतर चर्चा यही है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद क्या गहलोत मुख्यमंत्री रहेंगे. इस संबंध में हाल ही में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट भी किया था. जिसमें उदयपुर में हुई कांग्रेस की बड़ी बैठक में लिए गए निर्णय और एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत का जिक्र था.

जयपुर. कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष पद (Gehlot Nomination Row) पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम जाहिर होने के बाद अब चर्चा शुरू एक व्यक्ति दो पद को लेकर हो रही है. बहस हो रही है कि क्या गहलोत पार्टी अध्यक्ष पद के साथ मुख्यमंत्री पद पर रह सकेंगे. हालांकि दिल्ली में गहलोत ने इससे जुड़े संकेत दिए थे लेकिन राजस्थान में उनके समर्थक कांग्रेस विधायक यही चाहते हैं कि गहलोत दोनों पदों पर रहें और उसके लिए वो कई तर्क भी दे रहे हैं. भाजपा का कहना है कि कांग्रेस में अब कौन बनेगा मुख्यमंत्री का खेल शुरू हो गया है.

खाचरियावास ने इशारों में कही बड़ी बात: गुरुवार को कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Khachariyawas On CM Gehlot Nomination) से जब इस संबंध में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस में कोई झंझट नहीं है लेकिन ऐसा वातावरण क्रिएट किया जा रहा है. खाचरियावास ने कहा 2 पद किसके पास रहे ,नहीं रहे यह बड़ा मुद्दा नहीं है. 2 पद पहले भी कई बार रहते आए हैं. फिर भी रहेंगे या नहीं रहेंगे यह आलाकमान तय करेगा और राजस्थान के हित में ही तय करेगा. प्रताप सिंह खाचरियावास ने यह भी कहा कि ये मेरा व्यक्तिगत विचार है क्योंकि मैं कांग्रेस का विधायक और सरकार में मंत्री होने के साथ जयपुर का जिला अध्यक्ष भी हूं.

सीएम गहलोत को लेकर भाजपा बनाम कांग्रेस

'केन्द्र की आंखों में कांग्रेस खटक रही': उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी डेमोक्रेटिक के और आलाकमान हर काम विधायकों की राय लेकर ही करता है. फिर चाहे मुख्यमंत्री का चयन हो या फिर भविष्य में लिए जाने वाले निर्णय. खाचरियावास ने ये भी तर्क दिया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार इस समय केंद्र की मोदी सरकार की आंखों में चुभ रही है और जिस तरह महाराष्ट्र में वह भाजपा ठीक वैसा ही राजस्थान में भी करना चाहती है. ऐसे में कांग्रेस की पहली प्राथमिकता प्रदेश सरकार की मजबूती और साल 2023 में वापस सरकार रिपीट करना है और उसके अनुसार निर्णय भी लिए जाएंगे.

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गहलोत सरकार की योजनाओं का जिक्र: प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपने बयान में गहलोत की फ्लैगशिप योजनाओं का भी जिक्र किया. कहा-राजस्थान में गहलोत सरकार ने कई जनकल्याणकारी निर्णय और योजनाएं शुरू की हैं. इन्हीं योजनाओं को लेकर कांग्रेस का कार्यकर्ता जनता के बीच में भी जाएगा. ऐसे में चुनाव में गहलोत की जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया जाएगा. मतलब साफ है कि अगले चुनाव में जाने से पहले खाचरियावास चाहते हैं कि गहलोत मुख्यमंत्री रहे.

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भाजपा को याद आए अमिताभ!: कांग्रेस में एक व्यक्ति 2 पद इस सिद्धांत को लेकर चल रही चर्चाओं पर भाजपा ने तंज कसा है (BJP targets Congress). भाजपा विधायक और प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान कांग्रेस में इस समय कौन बनेगा मुख्यमंत्री का खेल चल रहा है. मुख्यमंत्री के कई दावेदार खड़े हो गए हैं. शर्मा ने कहा जिस प्रकार अमिताभ बच्चन का शो आता था 'कौन बनेगा करोड़पति' उसी प्रकार राजस्थान कांग्रेस में कौन बनेगा मुख्यमंत्री प्रतियोगिता चल रही है. इसमें डॉक्टर सीपी जोशी, लालचंद कटारिया, गोविंद सिंह डोटासरा, राम नारायण मीणा का भी नाम आ रहा है और सचिन पायलट तो पहले से ही खुद को मुख्यमंत्री का दावा पेश करते आए हैं. पायलट कहते रहे हैं कि 2018 में जो सरकार आई थी वो उन्हीं के दम पर आई थी.

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की रेस में शामिल हैं लेकिन कांग्रेस के भीतर चर्चा यही है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद क्या गहलोत मुख्यमंत्री रहेंगे. इस संबंध में हाल ही में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट भी किया था. जिसमें उदयपुर में हुई कांग्रेस की बड़ी बैठक में लिए गए निर्णय और एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत का जिक्र था.

Last Updated : Sep 22, 2022, 2:07 PM IST
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